पांच माह से बॉर्डर है सील, सीमा क्षेत्र के बाजारों में ठप है कारोबार, जानें कब से हैं बॉर्डर खुलने के आसार

किशनगंज : लॉकडाउन को लेकर भारत-नेपाल बॉर्डर मार्च के आखिरी हफ्ते यानी जनता कर्फ्यू से ही सील है. कोरोना संक्रमण के मद्देनजर अंतरराष्ट्रीय सीमा 16 अगस्त तक सील की गई थी,लेकिन महामारी के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए इसे एक माह बढ़ा दिया गया था.

By Prabhat Khabar News Desk | August 31, 2020 6:30 AM

किशनगंज : लॉकडाउन को लेकर भारत-नेपाल बॉर्डर मार्च के आखिरी हफ्ते यानी जनता कर्फ्यू से ही सील है. कोरोना संक्रमण के मद्देनजर अंतरराष्ट्रीय सीमा 16 अगस्त तक सील की गई थी,लेकिन महामारी के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए इसे एक माह बढ़ा दिया गया था.

नेपाली दूतावास से जारी अधिसूचना के अनुसार, 17 सितंबर से बॉर्डर आम आवाजाही के लिए खोल दिया जाएगा.बॉर्डर की सुरक्षा में तैनात सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी) के अधिकारियों ने इस बारे में कहा कि अभी तक उनको आधिकारिक तौर पर कोई पत्र या सूचना प्राप्त नहीं हुए हैं.मीडिया में आई खबर वे भी सुन रहे हैं.

बॉर्डर सील रहने के दौरान विदेश में रहने वाले नेपाली नागरिकों को हालांकि लौटने की इजाजत थी.नेपाल लौटने वाले नेपाली नागरिकों के लिए पहले से निर्धारित 10 मुख्य प्रवेश द्वारों से अनुमति दी गई थी. मगर, 17 सितंबर से भारतीय नागरिकों के लिए भी सीमा एकबार फिर खुलने जा रही है.

इससे दोनों देशों के बीच न सिर्फ आर्थिक हालात में तेजी आएगी बल्कि,उनके रिश्ते भी सुधरने की उम्मीद जताई जा रही है. आधिकारिक तौर पर हालांकि,अभी तक इस बारे में कोई सूचना नहीं दी जा रही है. कोरोना के बढ़ते प्रकोप के कारण 16 सितंबर तक नेपाल की सीमाएं सील हैं.

जिले के तीन प्रखंडों दिघलबैंक,ठाकुरगंज और टेढ़ागाछ की सीमाएं नेपाल से लगती है और बॉडर सील होने के कारण सीमा से सटे बाजारों में वर्तमान में भी सन्नाटा पसरा रहता है क्योंकि लॉक डाउन के कारण सीमा सील है.और लोगों का आवागमन ठप है.

posted by ashish jha

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