छोटे भाई के साथ डॉक्टर ने बड़े को भी दे दिया इंजेक्शन, तबीयत बिगड़ी, पीएमसीएच पहुंचने से पहले हुई मौत

बुद्धा कॉलोनी थाना क्षेत्र स्थित क्लिनिक के डॉक्टर द्वारा बच्चे को इंजेक्शन देते ही तबीयत बिगड़ गयी और पीएमसीएच ले जाने के दौरान रास्ते में ही उसकी मौत हो गयी. दुलारी देवी ने बताया कि वह अपने छोटे बेटे बैजू का इलाज कराने जर्राही क्लिनिक चलाने वाले डाॅ फजल इमाम के पास गये थे.

By Prabhat Khabar News Desk | August 8, 2022 8:09 AM

पटना. बुद्धा कॉलोनी थाना क्षेत्र स्थित क्लिनिक के डॉक्टर द्वारा बच्चे को इंजेक्शन देते ही तबीयत बिगड़ गयी और पीएमसीएच ले जाने के दौरान रास्ते में ही उसकी मौत हो गयी. बांस घाट के पास रहने वाली दुलारी देवी ने बताया कि वह अपने छोटे बेटे बैजू का इलाज कराने जर्राही क्लिनिक चलाने वाले डाॅ फजल इमाम के पास गये थे. डॉक्टर ने उनके बड़े बेटे रोहित को भी इंजेक्शन दे दिया. इंजेक्शन देने के महज कुछ ही मिनटों के बाद आठ साल के रोहित की तबीयत बिगड़ने लगी.

आधे रास्ते में ही बच्चे की मौत हो गयी

यह देख डॉक्टर ने कहा जल्दी लेकर इसे पीएमसीएच भागो, लेकिन आधे रास्ते में ही बच्चे की मौत हो गयी. इस घटना के बाद परिजनों में कोहराम मच गया. घटना के बाद मौके पर परिजनों ने डॉक्टर पर आरोप लगाते हुए हंगामा कर दिया. मामला बुद्धा कॉलोनी थाने पहुंचा. वहां से पुलिस शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया. बुद्धा कॉलोनी के प्रभारी थानेदार ने घटना की पुष्टि करते हुए कहा कि डॉ फैजल इमाम के पास इलाज के दौरान बच्चे के मौत का मामला है. पुलिस लिखित शिकायत का इंतजार कर रही है.

डॉक्टर ने बड़े को भी इंजेक्शन दे दिया

दुलारी देवी ने बताया कि उनके छोटे बेटे को कई दिनों से खांसी हो रही थी. परिवार वालों ने सोचा कि छोटे बेटे का इलाज पास के ही डॉक्टर से करवा देते हैं. उसे क्लिनिक ले जाने के दौरान बड़ा बेटा रोहित भी जाने की जिद करने लगा. डॉक्टर ने छोटे का इलाज किया और फिर बड़े को भी इंजेक्शन दे दिया. दुलारी ने कहा कि इंजेक्शन देने के बाद उसके मुंह से झाग आने लगा. कुछ ही देर में तबीयत बिगड़ने लगी. जब डॉक्टर से कुछ करने को कहा, तो उसने तुरंत कहा कि पीएमसीएच लेकर भागो.

घर का राशन खरीदने के लिए पिता से लेकर आया था 200 रुपये

रोहित के पिता किशोर सहनी इ-रिक्शा चलाते हैं. कुछ महीने पहले अंटा घाट के पास बना झोपड़पट्टी उजड़ गया था. इसके बाद पूरा परिवार बांस घाट के पास आकर रहने लगा. अब परिवार पर दुखों का पहाड़ ही टूट पड़ा है. रोहित की मौत के बाद परिवार में मातम पसर गया. रोहित की दादी ने बताया कि दोपहर में घर के राशन के लिए पिता से 200 रुपये लेकर आया था. बहुत खुश था. हमलोग बोल रहे थे कि तुम मत जाओ, यही रहो. रोहित बोल रहा था बऊआ जा रहा है न, हम भी जायेंगे.

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