Bihar News : BPBCC के अधीक्षण अभियंता रिश्वत लेते पकड़े जाने के मामले में दूसरी बार निलंबित
निगरानी की टीम ने परिवादी गणेश कुमार से 50 हजार रुपये रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया था. इनके उनके घर की तलाशी में 19 लाख 50 हजार रुपये सहित कुछ संदेहात्मक दस्तावेज जब्त किये गये थे.
पटना. बिहार पुलिस भवन निर्माण निगम लिमिटेड (BPBCC) पटना के तत्कालीन अधीक्षण अभियंता अरुण कुमार 50 हजार रुपये रिश्वत लेने के मामले में दूसरी बार निलंबित किये गये हैं. इस का कारण उन पर दर्ज मामले में अनुसंधान जारी रहना सहित अनुशासनिक कार्रवाई किये जाने का भी निर्णय होना है. फिलहाल निलंबन अवधि में उनका मुख्यालय पटना में पथ निर्माण विभाग के अभियंता प्रमुख (मु) का कार्यालय निर्धारित किया गया है. इस दौरान उनको नियमों के तहत जीवन निर्वाह भत्ता मिलेगा.
निगरानी ने 50 हजार रुपये घुस लेते किया था गिरफ्तार
सूत्रों के अनुसार 16 अगस्त 2022 को निगरानी की टीम ने परिवादी गणेश कुमार से 50 हजार रुपये रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया था. इनके उनके घर की तलाशी में 19 लाख 50 हजार रुपये सहित कुछ संदेहात्मक दस्तावेज जब्त किये गये थे. उनकी जांच की जा रही है. उनको न्यायालय ने 18 अगस्त, 2022 से न्यायिक हिरासत में भेज दिया था.
फिर से किए गए निलंबित
निगरानी विभाग पटना के विशेष न्यायाधीश से निर्गत मुक्ति आदेश पर दो जनवरी 2023 को वे केंद्रीय कारा बेऊर से मुक्त हुए थे. इसके बाद तीन जनवरी 2023 के पूर्वाह्न में उन्होंने विभाग में ज्चाइन कर लिया. विभाग ने भी तीन जनवरी 2023 को उन्हें ज्वाइन करने की मंजूरी दे दी. बाद में यह जानकारी मिली कि रिश्वत कांड में फिलहाल अनुसंधान चल रहा है. साथ ही अरुण कुमार के विरुद्ध अनुशासनिक कार्रवाई किये जाने पर भी निर्णय लिया गया है. इसलिए नियमों के तहत उनके ज्वाइन किये जाने की तिथि तीन जनवरी, 2023 के प्रभाव से फिर से निलंबित कर दिया गया.
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