BPSC Teacher Recruitment: बिहार में शिक्षकों की नियुक्ति को लेकर सोमवार को बीपीएससी और शिक्षा विभाग की उच्चस्तरीय बैठक होगी . इसमें बीपीएससी के अध्यक्ष अतुल प्रसाद और शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव दीपक कुमार सिंह भाग लेंगे. बैठक में पात्रता परीक्षा में शामिल होने वाले अभ्यर्थियों को भी एपीयरिंग कैंडिडेट के रूप में परीक्षा में शामिल होने की इजाजत देने समेत कई महत्वपूर्ण मामलों पर चर्चा होगी. इस बैठक के बाद विभाग द्वारा बीपीएससी द्वारा निर्मित शिक्षक नियुक्ति विज्ञापन के मसौदे को मंजूरी देने की संभावना है. उसके बाद शिक्षक नियुक्ति का विज्ञापन आ पायेगा.
वहीं इससे पहले बिहार लोक सेवा आयोग ने विज्ञापन निकालने से पहले कुछ औपचारिकताओं को पूरा करने के लिए उसका ड्राफ्ट शिक्षा विभाग को भेजा था. शिक्षा विभाग के अफसर भेजे गए इस ड्राफ्ट का बीते दिनों अध्ययन करते देखे गये थे. प्रदेश में इस बार स्कूलों के शिक्षकों की नियुक्ति के लिए बिहार लोक सेवा आयोग को जिम्मेदारी दी गयी है. बिहार के सरकारी स्कूलों में कक्षा एक से 12 वीं तक एक लाख 70 हजार विद्यालय अध्यापकों की नियुक्ति के लिए विज्ञापन इसी माह कभी भी जारी हो सकता है.
परीक्षार्थियों को तीन महीना तैयारी करने के लिए दिया जायेगा और अगस्त में 15 तारीख के बाद यह परीक्षा ली जायेगी. बीपीएससी को अब तक तीन श्रेणियों प्राथमिक, माध्यमिक और उच्च माध्यमिक विद्यालय के शिक्षकों की रिक्तियां मिली हैं. इसलिए अभी इनकी नियुक्ति की प्रक्रिया ही शुरू की जा रही है. मध्य विद्यालय के शिक्षकों की नियुक्ति पर इनके लिए अधियाचना आने पर विचार होगा.
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वर्तमान में तीनों श्रेणियों की शिक्षकों की नियुक्ति के लिए ली जाने वाली भाषा के क्वालीफाइंग पेपर का प्रश्नपत्र एक ही होगा. इसमें निगेटिव मार्किंग नहीं होगी, 25 अंक की अंग्रेजी और 75 अंक की हिंदी, बांग्ला और उर्दू का क्वालिफाइंग अंक अलग अलग नहीं होकर एक ही होगा और इनमें समन्वित रूप से 100 में 30 अंक लाना होगा. इस पेपर में केवल क्वालिफाइ करना जरूरी होगा और 30 फीसदी से अधिक अंक लाने पर भी वह मेरिट लिस्ट में नहीं जुड़ेगा.