BPSC Assistant Exam Cut off: बीपीएससी सहायक परीक्षा पटना के 28 केंद्रों समेत विभिन्न जिलों के 151 केंद्रों पर शुक्रवार को दोपहर 12 बजे से 2:15 बजे तक हुई. इसमें 44 रिक्तियों के लिए 86 हजार अभ्यर्थियों ने आवेदन दिया था, जिनमें से 32 हजार परीक्षा में शामिल हुए. इस प्रकार उपस्थिति 38 फीसदी रही. परीक्षा के अलग-अलग खंडों के लिए प्रतिखंडवार एक पुस्तक की दर से तीन पुस्तकें छात्रों को ले जाने की अनुमति दी गयी थी. इसके बावजूद अधिकतर परीक्षार्थी बिना पुस्तक के ही परीक्षा केंद्रों पर दिखायी दिये. इसकी वजह पूछे जाने पर परीक्षार्थियों ने बताया कि चूंकि एनसीइआरटी, बीएसइबी, आइसीएसइ और अन्य बोर्ड की टेक्स्टबुक ही ले जाने की अनुमति थी, जिनसे सीधे-सीधे बहुत कम ही प्रश्न पूछे जाते हैं और प्रश्नों के उत्तर ढूंढ़ना भी मुश्किल और अधिक समय लेने वाला होता है.
एक्सपर्ट बता रहे हैं कि परीक्षा में अनारक्षित वर्ग का कट ऑफ मार्क्स 125 तक जाने की संभावना है. बताया जा रहा है कि परीक्षा केंद्र पर परीक्षा शुरू होने के एक घंटा पहले से ही परीक्षार्थियों के प्रवेश को पूरी तरह रोक दी गयी थी.बीपीएससी के सचिव रविभूषण ने बताया कि परीक्षा कदाचाररहित और शांतिपूर्वक संपन्न हुई और कहीं से भी किसी अप्रिये घटना की सूचना नहीं है .
Also Read: BPSC Assistant PT Exam: 44 पदों के लिए 86000 अभ्यर्थी आज देंगे परीक्षा, तीन पुस्तकें ले जा सकेंगे
परीक्षा के प्रश्न आसान थे. परीक्षार्थी रवि प्रकाश ने बताया कि रीजनिंग के 50 प्रश्नों में दो-तीन प्रश्न ही मुश्किल थे, जबकि 25 अंक का मैथ भी कठिन नहीं था. 25 अंकों के प्रश्न साइंस से पूछे गये थे, जो रटने वाले न होकर, बल्कि समझ आधारित थे . 50 अंकों के प्रश्न सामान्य अध्ययन से थे, जिनमें इतिहास, भूगोल और नागरिक शास्त्र व राजनीतिशास्त्र के प्रश्न आसान थे. क्रॉनिकल एकेडमी के एमडी कुमार विजय ने बताया कि महज 44 सीटें होने के कारण मुख्य परीक्षा के लिए 450 से 500 तक अभ्यर्थी ही चयनित किये जायेंगे. ऐसे में प्रश्नों के आसान हाेने के कारण कट ऑफ मार्क्स अनारक्षित श्रेणी में 125 के आसपास रहने की संभावना है.