बिहार शिक्षक भर्ती परीक्षा खत्म, जानें पास होने के लिए लाने होंगे कितने मार्क्स, कितना हो सकता है कटऑफ?
बिहार शिक्षक नियुक्ति परीक्षा देकर निकले अभ्यर्थियों ने बताया कि कई प्रश्न पत्र सिलेबस से बाहर के थे, जिससे परेशानी हुई. विश्व इतिहास से अधिक प्रश्न पूछे गये थे, जिससे काफी परेशानी हुई. जानिए इस परीक्षा का अनुमानित कटऑफ...
Bpsc Teacher Recruitment Exam Cut Off: बिहार में लगभग 860 केंद्रों पर बिहार लोक सेवा आयोग द्वारा 1.70 लाख शिक्षकों की नियुक्ति के लिए तीन दिनों तक परीक्षा आयोजित की गई. शनिवार को परीक्षा का आखिरी दिन था. परीक्षा के अंतिम दिन पहली पाली में नौवीं से 10वीं और दूसरी पाली में 11वीं से 12वीं के अभ्यर्थी शामिल हुए. पटना में पहली पाली में 29 केंद्रों पर 22870 व दूसरी पाली में 21 केंद्रों पर 16793 परीक्षार्थियों को शामिल होना था. पटना में उपस्थिति 90 प्रतिशत के आसपास रही.
70 प्रतिशत कट ऑफ रहने की उम्मीद
परीक्षा देकर निकले अभ्यर्थियों ने बताया कि कई प्रश्न पत्र सिलेबस से बाहर के थे, जिससे परेशानी हुई. विश्व इतिहास से अधिक प्रश्न पूछे गये थे, जिससे काफी परेशानी हुई. अन्य प्रश्न सामान्य स्तर के थे. प्रतियोगिता परीक्षा के विशेषज्ञ गुरु रहमान ने बताया कि प्रश्न पत्र पहले दिन के मुकाबले सामान्य स्तर के थे. अगर पूरे प्रश्न पत्र का आकलन करें तो प्रश्न पत्र नौवीं से 10वीं स्तर के ही थे. साहित्य के पेपर की बात करें तो प्रश्न पत्र सिलेबस से आधारित नहीं था, जिससे छात्र-छात्राओं को काफी दिक्कत का सामना करना पड़ा. परीक्षा देने के बाद परीक्षा केंद्र पर मायूसी उनके चेहरे पर साफ झलक रही थी. परीक्षा की बात जाये तो कट ऑफ 60 से 70 प्रतिशत रहने का अनुमान है.
जानिए कितना होगा कट-ऑफ
वैसे तो परीक्षा का कट ऑफ रिजल्ट जारी होने के बाद ही आ पाएगा. लेकिन प्रश्न पत्र के विश्लेषण व अभ्यर्थियों की प्रतिक्रिया के आधार पर विशेषज्ञों ने जो अनुमान लगाया है उसके अनुसार शिक्षक भर्ती परीक्षा के सामान्य वर्ग के पुरुष अभ्यर्थियों का कट-ऑफ 60-65, ओबीसी के लिए 60-62 और आर्थिक रूप से पिछड़े वर्ग के अभ्यर्थियों के लिए 60 हो सकता है. वहीं अगर महिला अभ्यर्थियों के लिए कट-ऑफ की बात करें तो सामान्य वर्ग के लिए 58 ओबीसी वर्ग के लिए 50-55, ईबीसी के लिए 48-52 और एससी/एसटी वर्ग के लिए 45-48 तक जा सकता है.
दो चरणों में जारी होगा रिजल्ट
बीपीएससी के अध्यक्ष अतुल प्रसाद ने कहा कि डीएलएड और बीएड डिग्रीधारी प्राथमिक शिक्षकों का मेरिट लिस्ट एक साथ ही बनेगा. लेकिन डीएलएड डिग्रीधारियों का रिजल्ट 20 से 25 सितंबर के बीच में आयेगा. इसी प्रथम चरण में माध्यमिक और उच्च माध्यमिक शिक्षकों का रिजल्ट भी आ जायेगा. इसी के साथ सफल अभ्यर्थियों के दस्तावेजों का सत्यापन भी शुरू हो जायेगा. बीएड डिग्रीधारियों का रिजल्ट तब तक नहीं आयेगा जब तक उनकी पात्रता संबंधी स्थिति पूरी तरह स्पष्ट नहीं हो जाती है. अतुल ने यह भी कहा कि यदि 20 से 25 सितंबर तक स्थिति स्पष्ट हो जाती है, तो दोनों को रिजल्ट एक साथ भी प्रकाशित किया जा सकता है.
न्यूनतम क्वालिफाइंग अंक में छूट जारी रहेगी: अतुल प्रसाद
वहीं शुक्रवार को बीपीएससी के अध्यक्ष अतुल प्रसाद ने ट्वीट कर बताया कि प्रदेश में 1.70 लाख शिक्षकों की नियुक्ति प्रक्रिया को पूरा करने के लिए जरूरी हुआ तो न्यूनतम क्वालिफाइंग अंक में छूट दी जायेगी. परीक्षा के दौरान पूछे गये प्रश्न के अनुसार शिक्षक नियुक्ति में कुल रिक्ति या कुल अभ्यर्थी दोनों में जिसकी संख्या कम हो उसके कम-से-कम 75 फीसदी तक अनुशंसा भेजने के लिए आवश्यकता अनुसार न्यूनतम क्वालिफाइंग अंक में छूट जारी रहेगी. प्राथमिक और माध्यमिक शिक्षक नियुक्ति के लिए पद से अधिक आवेदन पड़े हैं. लिहाजा यहां रिक्तियों के 75% तक कट ऑफ आने के लिए जितने अंक की जरूरत होगी, उतनी छूट मिलेगी. वहीं, उच्च माध्यमिक शिक्षकों पदों के लिए रिक्ति से आवेदक कम हैं. लिहाजा वहां आवेदकों की कुल संख्या के 75 फीसदी तक चयन होने के लिए विभिन्न कोटियों के कट ऑफ में जरूरत के अनुरूप छूट दी जायेगी.