बिहार लोक सेवा आयोग( BPSC) ने शिक्षक भर्ती परीक्षा का माध्यमिक और उच्च माध्यमिक के बचे हुए विषयों का रिजल्ट जारी कर दिया. बीपीएससी ने माध्यमिक के 10 विषयों का रिजल्ट जारी किया है जबकि उच्च माध्यमिक के 4 विषयों का रिजल्ट जारी किया गया है. बीपीएससी के अध्यक्ष अतुल प्रसाद ने शनिवार की देर रात को सोशल मीडिया X पर इसकी जानकारी दी है. एनआइसी के द्वारा बीपीएससी की वेबसाइट पर रिजल्ट जारी किया गया है. माध्यमिक में सीट से कम अभ्यर्थी सफल हो सके हैं. शिक्षक नियुक्ति के संबंध में उन्होंने बताया कि माध्यमिक शिक्षक और उच्च माध्यमिक शिक्षक पद के बचे 16 विषयों का रिजल्ट एनआइसी को देर रात भेज दिया गया है.
बिहार शिक्षक भर्ती परीक्षा में माध्यमिक और उच्च माध्यमिक के बचे हुए विषयों का परिणाम जारी कर दिया गया है. माध्यमिक रिजल्ट की बात करें तो कई विषयों में सीट से कम ही अभ्यर्थी पास हो सके हैं. बता दें कि माध्यमिक में कुल 32,916 सीटें थीं लेकिन महज 26,204 अभ्यर्थी ही सफल हो सके हैं. विज्ञान, अंग्रेजी और हिंदी विषय में भी सीट खाली रही हैं. वहीं जिलों का आवंटन भी कर दिया गया है और इसकी सूची बीपीएससी ने अपनी वेबसाइट पर दे दी है. बीपीएससी की आधिकारिक वेबसाइट https://www.bpsc.bih.nic.in/ पर आप रिजल्ट और जिलों के आवंटन की जानकारी ले सकते हैं.
उच्च माध्यमिक शिक्षक के लिए अकाउंटेंसी का रिजल्ट बीपीएससी ने प्रकाशित कर दिया है. शिक्षा विभाग की वेबसाइट पर यह उपलब्ध है. इसमें 563 अभ्यर्थियों को सफल घोषित किया गया है, जिनमें अनारक्षित 225, इडब्ल्यूएस 55, अनुसूचित जाति 76, अनुसूचित जनजाति तीन, अत्यंत पिछड़ा वर्ग 112, पिछड़ा वर्ग 76 और पिछड़ा वर्ग की महिला श्रेणी की 16 अभ्यर्थी शामिल हैं. रिक्तियों की संख्या 612 थीं. जिनमें 49 खाली रह गयी हैं. बीपीएससी द्वारा घोषित यह 27 वें विषय का रिजल्ट है .
बिहार लोक सेवा आयोग के अध्यक्ष ने शनिवार की देर रात एक्स पर एक बयान साझा कर बताया कि 67वीं संयुक्त प्रतियोगिता परीक्षा का फाइनल रिजल्ट इस माह के अंत तक आयेगा.
इधर, उपमुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव ने शिक्षक भर्ती परीक्षा के सभी अभ्यर्थियों से अपील की है कि वह अपनी तैयारी जारी रखें. उन्होंने ट्वीट कर कहा कि आपन बिहार-नौकरियां अपार. शिक्षक भर्ती परीक्षा की ऐतिहासिक प्रथम चरण में एक लाख 22 हजार 324 अभ्यर्थी सफल हो चुके हैं. दूसरे चरण में एक लाख 10 हजार से अधिक शिक्षकों की फिर से नियुक्ति की जायेगी. सभी अभ्यर्थी अपनी तैयारी और मेहनत जारी रखें.
प्राथमिक शिक्षकों के रिजल्ट में चूक भी देखी गयी है. पटना में प्राथमिक शिक्षकों के रिजल्ट में अपना नाम देख एक बीएड अभ्यर्थी भी शनिवार को पटना हाइस्कूल सेंटर पर दस्तावेज सत्यापन के लिए पहुंच गया. उसने वहां उपस्थित शिक्षा विभाग के कर्मियों को बताया कि उसके पास डीएलएड की डिग्री नहीं है. इसके बावजूद उसका नाम और रोल नंबर प्राथमिक शिक्षकों के सफल उम्मीदवारों की सूची में है. लेकिन वहां उपस्थित कर्मियों ने इसे भूल मान कर बिना डीएलएड के प्रमाणपत्र के उसका दस्तावेज सत्यापन करने से मना कर दिया और अभ्यर्थी को लौटना पड़ा. मौके पर मौजूद एक प्रत्यक्षदर्शी की मानें तो अभ्यर्थी मोकामा का रहने वाला है.
बीपीएससी द्वारा नियुक्त प्रारंभिक और उच्च माध्यमिक शिक्षक अभ्यर्थियों की काउंसेलिंग चौथे दिन शनिवार को भी समय पर शुरू कर दी गयी. शनिवार को गर्दनीबाग स्थित पटना हाइ स्कूल में सुबह 10 बजे से काउंसेलिंग शुरू कर दी गयी. काउंसेलिंग के लिए शनिवार को कुल 22 काउंटर की व्यवस्था की गयी. चौथे दिन काउंसेलिंग के लिए आये शिक्षक अभ्यर्थियों को ओटीपी जेनरेट होने में भी काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा. इसके साथ ही कईयों के नाम और आधार नंबर भी मैच नहीं कर रहे थे. जिन अभ्यर्थियों का डॉक्यूमेंट मैच नहीं कर रहे थे. उन्हें विथहोल्ड कैटेगरी में रखा गया है. इसके अलावा कई ऐसे भी प्राथमिक शिक्षक अभ्यर्थी पहुंचे जो बीएड की आहर्ता प्राप्त थे. काउंसेलिंग सेंटर पर पहुंचने पर उन्हें पता चला कि रिजल्ट गलती से जारी कर दी गयी है. मिली जानकारी के अनुसार पिछले तीन दिनों से में ऐसे 20 से अधिक शिक्षक अभ्यर्थी काउंसेलिंग सेंटर पर पहुंच कर वापस लौटे हैं.