BPSC Pattern Change: बीपीएससी ने अब संयुक्त प्रतियोगिता परीक्षा में बड़ा बदलाव किया है. प्री और मेन्स दोनों में अब आयोग ने बदलाव किया है. इसके तहत अब प्रारंभिक परीक्षा में निगेटिव मार्किंग और मुख्य परीक्षा में ऑप्शनल पेपर को क्वालीफाइंग कर दिया गया है. अभ्यर्थियों का चयन अब सामान्य अध्ययन और निबंध में लाए नंबर के आधार पर होगा. जानिये 68वीं बीपीएससी एग्जाम में क्या प्रमुख बदलाव आपको देखने को मिलेगा…
बीपीएससी के द्वारा किये गये बदलाव के तहत अब प्रारंभिक परीक्षा में प्रत्येक गलत उत्तर पर (0.25) अंक कटेंगे. यानी अगर आप 4 प्रश्नों के उत्तर गलत देते हैं तो 1 नंबर कटेगा. वहीं अगर आप एक प्रश्न के लिए एक से अधिक उत्तर दे देते हैं तो भी उसे गलत उत्तर मानते हुए एक चौथाई अंक काटा जाएगा.
लेकिन प्रारंभिक यानी प्री एग्जाम के पेपर में अगर कोई प्रश्न का उत्तर आप नहीं देते हैं तो कोई नंबर नहीं काटा जाएगा. बता दें कि अभी तक प्री परीक्षा में कोई भी अंक नहीं काटा जाता था. गलत उत्तर देने पर निगेटिव मार्किंग की व्यवस्था नहीं थी. जिससे अनुमान लगाकर भी अभ्यर्थी उत्तर देने में नहीं हिचकते थे.
वहीं मुख्य परीक्षा यानी बीपीएससी मेंन्स एग्जाम में भी बड़ा बदलाव किया गया है. अब ऐच्छिक विषय यानी ऑप्शनल पेपर में केवल क्वालिफाइ करना जरुरी होगा. यानी ऑप्शनल पेपर के नंबर अब मेरिट लिस्ट में नहीं जुड़ेंगे.
जबकि मेंन्स पेपर में अब एक निबंध का सेक्शन अलग से रख दिया गया है. यानी 300 अंकों का एक निबंध का पेपर होगा. वहीं हिंदी पेपर में 30 % अंक लाना अनिवार्य होगा. ये भी क्वालिफाइंग ही रहेगा.
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सामान्य वर्ग 40%
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ओबीसी 36.5%
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इबीसी 34%
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एससी, एसटी,महिला व दिव्यांग 32%
विषय -पूर्णांक- घंटा -प्रकृति
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वैकल्पिक विषय – 100- 3-क्वालीफाइंग
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सामान्य हिंदी – 100- 3-क्वालीफाइंग
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सामान्य अध्ययन -1 – 300 – 3-कंपीटिंग
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सामान्य अध्ययन -2 – 300 – 3-कंपीटिंग
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निबंध (लिखित)- 300 – 3-कंपीटिंग
मेरिट लिस्ट अब तीन पेपर में हासिल किये अंकों के आधार पर ही बनेगा. कंपीटिंग पेपर के नंबर जोड़े जाएंगे.
Posted By: Thakur Shaktilochan