BPSC की ओर से शुक्रवार को आयोजित प्रारंभिक परीक्षा के दौरान चैपमैन गर्ल्स स्कूल में अभ्यर्थियों ने बैग बाहर रखवाने का विरोध करते हुए हंगामा कर दिया. इस कारण करीब आधा घंटे तक परीक्षा भवन में अभ्यर्थियों का प्रवेश प्रभावित रहा. दूसरे जिलों से आये अभ्यर्थियों का कहना था कि बैग में मोबाइल सहित अन्य सामान हैं, जिसे बाहर नहीं रख सकते. वे विद्यालय परिसर में बैग रखने की मांग कर रहे थे. जानकारी मिलने पर मिठनपुरा पुलिस मौके पर पहुंची, तो केंद्राधीक्षक भी बाहर निकल गये. सभी लोग आयोग के निर्देश का हवाला देते हुए अभ्यर्थियों को समझाने का प्रयास किये, लेकिन कोई सुनने को तैयार नहीं था.
केंद्राधीक्षक ने जब बैग परिसर में सुरक्षित रखवाने का आश्वासन दिया, तब परीक्षार्थी शांत हुए. दरअसल, सुबह 10 बजे से गेट पर जांच के बाद परीक्षार्थियों को प्रवेश दिया जा रहा था. बैग लेकर आये करीब दो दर्जन परीक्षार्थियों को गेट पर ही रोक दिया गया, तो वे हंगामा करने लगे. आयोग की तरफ से सुबह 11 बजे तक ही प्रवेश कराने का निर्देश दिया गया था. इसको लेकर वहां तैनात मजिस्ट्रेट सहित केंद्राधीक्षक की मुश्किलें भी बढ़ती जा रही थीं.
बिहार लोक सेवा आयोग की 67वीं संयुक्त (प्रारंभिक) परीक्षा के लिए 59 केंद्र बनाये गये थे. सभी केंद्रों पर मजिस्ट्रेट व पुलिस बल की निगरानी में शांतिपूर्ण माहौल में परीक्षा हुई. सुबह करीब 10 बजे से केंद्रों पर प्रवेश दिया गया. दोपहर 12 बजे से दो बजे तक एक शिफ्ट में परीक्षा हुई, जिसके लिए सुबह 11 बजे तक पहुंचने वाले अभ्यर्थियों को प्रवेश मिला. कई केंद्रों पर 11 बजे के बाद पहुंचे अभ्यर्थियों को वापस लौटा दिया गया. हालांकि दूसरे जिलों से आये परीक्षार्थी सुबह आठ बजे से ही केंद्रों पर पहुंचने लगे थे. एलएस कॉलेज, नीतीश्वर कॉलेज, मुखर्जी सेमिनरी, डीएन हाइस्कूल, बीबी कॉलेजिएट सहित अन्य केंद्रों पर सुबह से ही भीड़ लगी थी.
पुनर्परीक्षा में पहली बार की तुलना में मुश्किल सवाल आये थे. बीबी कॉलेजिएट से परीक्षा देकर निकले अमन कुमार ने बताया कि मई में अच्छा क्वेश्चन पेपर था. इस बार कुछ मुश्किल सवाल आये थे. बताया कि एक परीक्षा के लिए दो बार तैयारी करनी पड़ी. अनुराग का कहना था कि मई की परीक्षा रद्द होने के बाद यह तय था कि अगली परीक्षा कठिन होगी. इसी को ध्यान में रखकर तैयारी भी किये थे. बताया कि प्रश्नपत्र ठीक ही रहा.