BPSC ने जारी की 69वीं पीटी परीक्षा के केंद्रों की जानकारी, 30 सितंबर को 488 सेंटर पर होगी परीक्षा
बीपीएससी द्वारा 30 सितंबर को ली जाने वाली एकीकृत 69वीं संयुक्त प्रारंभिक प्रतियोगिता परीक्षा के लिए जारी एडमिट कार्ड में परीक्षा केंद्रों की जानकारी नहीं थी. आयोग ने यह जानकारी मंगलवार को वेबसाइट पर अपलोड कर दी है. अभ्यर्थी लॉगिन कर इसे अपने डैश बोर्ड पर देख सकते हैं.
बिहार लोक सेवा आयोग (बीपीएससी) ने 30 सितंबर को होने वाली एकीकृत 69वीं संयुक्त प्रारंभिक प्रतियोगिता के परीक्षा केंद्रों का पूरा विवरण मंगलवार को अपने वेबसाइट https://onlinebpsc.bihar.gov.in/ पर अपलोड कर दिया है. अभ्यर्थी अपने यूजर नेम और पासवर्ड के द्वारा डैशबोर्ड में लॉगिन करके अपने प्रवेशपत्र में आवंटित परीक्षा केंद्र का पूरा विवरण देख सकते हैं. जिन अभ्यर्थियों से ई-एडमिट कार्ड में गलत फोटो अपलोड होने से द्वितीय फोटो की जगह अन्य व्यक्ति का फोटो आ गई हो, वो एक बार फिर से एडिट कर सही फोटो अपलोड कर सकते हैं. इस के लिए मंगलवार से लिंक दिया गया है जो 29 सितंबर तक जारी रहेगा. उसके बाद किसी तरह का अवसर नहीं प्रदान किया जायेगा. सभी अभ्यर्थियों को प्रवेश पत्र की एक अतिरिक्त कॉपी भी अपने साथ परीक्षा केंद्र पर ले जानी होगी और परीक्षा अवधि में वीक्षक के समक्ष हस्ताक्षर कर उन्हें देना होगा.
कंट्रोल रूम से सीधी निगरानी होगी परीक्षा केंद्रों की
30 सितंबर को ली जाने वाली एकीकृत 69वीं संयुक्त प्रारंभिक प्रतियोगिता परीक्षा में कंट्रोल रूम से सीधे परीक्षा केंद्रों की निगरानी होगी. इसके लिए हर परीक्षा केंद्र के गेट से लेकर भीतर परीक्षा कक्ष तक कैमरे लगाये जायेंगे. यह ऑनलाइन नेटवर्क के माध्यम से जिला मुख्यालय में बने कंट्रोल रूम के साथ साथ बीपीएससी कार्यालय में बने कंट्रोल रूम से भी जुड़ा होगा. लिहाजा दोनों ही जगहों से इस पर निगरानी की जा सकेगी.
परीक्षार्थी की सीट पर लिया जायेगा फेसियल रिकोगनिशन और बायोमेट्रिक
अभ्यर्थियों को परीक्षा शुरू होने के एक घंटा पहले दोपहर 11 बजे तक ही परीक्षा केंद्र के भीतर प्रवेश करने की अनुमति होगी. परीक्षार्थी की सीट पर ही फेसियल रिकोगनिशन और बायोमेट्रिक लिया जायेगा. 11:05 बजे तक सभी अभ्यर्थी परीक्षा कक्ष में अपने निर्धारित स्थान पर निश्चित रूप से उपस्थित रहेंगे ताकि उनके बायोमेट्रिक ऑथेन्टिकेशन और फेसियल रिकोगनिशन का काम समय से हो सके. परीक्षा में प्रत्येक प्रश्न के चार विकल्प होंगे और हर गलत उत्तर के लिए एक तिहाई अंक काटे जायेंगे.
488 परीक्षा केंद्रों पर होगी परीक्षा
परीक्षा का प्रवेशपत्र 15 सितंबर को जारी किया गया था. लेकिन इसमें अभ्यर्थियों का परीक्षा केंद्र कोड के रूप में दर्ज है, जिसका विस्तृत विवरण डैशबोर्ड पर 26 सितंबर को उपलब्ध करवाया दिया गया है. 31 जिलों के 488 परीक्षा केंद्रों पर ही यह परीक्षा होगी. शिवहर, शेखपुरा, अरवल, मधेपुरा, गया, सुपौल और किशनगंज में परीक्षा केंद्र नहीं बनाये गये हैं. इसमें पुरुष अभ्यर्थियों का सेंटर उनके गृह जिले से बाहर होगा ही, महिला अभ्यर्थियों का भी होम सेंटर नहीं होगा. इस परीक्षा में 2.70 लाख अभ्यर्थियों ने आवेदन किया है जबकि रिक्तियों की संख्या 475 है.
ऑप्शन इ नहीं होंगे और नेगेटिव मार्किंग भी एक तिहाई होगी
बीपीएससी के चेयरमैन द्वारा 69 वीं बीपीएससी (पीटी) परीक्षा के बाबत नयी घोषणाएं की गयी हैं. आयोग ने कहा है कि 69वीं बीपीएससी पीटी में अब ऑप्शन इ नहीं होगा और नेगेटिव मार्किंग भी एक तिहाई होगी. ऐसे में पटना सायंस कॉलेज के असिस्टेंट प्रोफेसर व पूर्व डीएसपी डॉ अखिलेश कुमार ने बताया कि अधिकांश परीक्षार्थी यह समझ रहे हैं कि ऑप्शन इ हटने से उन्हें सुविधा होगी और परीक्षा में उत्तर देना आसान होगा, जबकि सच्चाई इसके उलट है. पहली बात यह कि अभ्यर्थियों को ध्यान से इस बात का विश्लेषण करना चाहिए कि जब ऑप्शन इ था, तब उन्हें मात्र तीन स्टेटमेंट्स अर्थात च्वाइस ए, बी और सी में ही सही-गलत उत्तर ढूंढ़ना होता था. अब, ऑप्शन इ हटने से उन्हें तीन च्वाइस के बदले चार स्टेटमेंट्स अर्थात च्वाइस ए, बी, सी, डी में से सही-गलत उत्तर ढूंढने होंगे. अतः उन्हें प्रति प्रश्न एक अतिरिक्त इन्फॉर्मेशन को पढ़ना होगा और उस अनुसार उचित निर्णय लेकर उत्तर देना होगा. इतना ही नहीं, अब नये फॉर्मेट में यूपीएससी पीटी के तर्ज पर बीपीएससी में भी स्टेटमेंट्स आधारित प्रश्न पूछना आसान होगा, जिसमें कई स्टेटमेंट्स दिये रहेंगे और फिर उस अनुरूप उत्तर देना होगा. इस प्रवृति के प्रश्न हमेशा कठिन माने जाते हैं. पहले एक चौथाई निगेटिव मार्किंग थी, जो अब नये फॉर्मेट में यह एक तिहाई हो गयी है. पहले जहां हर चार गलत उत्तर पर अभ्यर्थियों का एक नंबर कटता था. अब तीन गलत उत्तर पर ही एक अंक कट जायेगा.
कंसेप्ट मजबूत करना होगा
इन दोनों नये परिवर्तनों का असर यह होगा कि अब अभ्यर्थियों को अपना कॉन्सेप्ट बहुत क्लियर करना होगा. महज सिर्फ फैक्ट रट लेने से काम नहीं बनेगा. कंसेप्ट मजबूत होने के लिए अभ्यर्थियों को ज्यादा से ज्यादा स्तरीय टेक्स्ट बुक्स का अध्ययन करना होगा. स्तरीय टेक्स्ट बुक्स के साथ साथ उन्हें उच्च दर्जे का दो से तीन मासिक पत्रिका जैसे योजना, कुरुक्षेत्र व समसामयिकी में से किसी एक को लगातार पढ़ना होगा. ऑथेंटिक डाटा व सूचना के लिए अभ्यर्थियों को विभिन्न राष्ट्रीय, अंतरराष्ट्रीय संस्थाओं व सरकारी विभागों की मूल वेबसाइट का भी सहारा लेना चाहिए. नये फॉर्मेट के हिसाब से अभ्यर्थियों को यूपीएससी पीटी परीक्षा के पिछले वर्षों के सवाल भी बनाने चाहिए. इससे उनका कॉन्सेप्ट बेहतर हो सकेगा.