पटना. बीपीएससी द्वारा ली जाने वाली 67वीं संयुक्त प्रतियोगिता प्रारंभिक प्रतियोगिता परीक्षा 20 सितंबर और 22 सितंबर को दो शिफ्टों में होगी. दोनों शिफ्टों के प्रश्नपत्र अलगअलग होंगे और उनके पर्सेंटाइल को मिला कर मेरिट लिस्ट बनायी जायेगी. दो शिफ्टों में परीक्षा होने पर सेंटर की संख्या कम होगी. इससे बीपीएससी, स्थानीय प्रशासन और पुलिस अपने संसाधनों और मैन पावर को बेहतर ढंग से पूरी परीक्षा प्रक्रिया की निगरानी में लगा सकेगी.
67वीं संयुक्त प्रारंभिक प्रतियोगिता परीक्षा में बीपीएससी द्वारा अलग अलग सेंटर पर परीक्षार्थियों को दिया जाने वाला प्रश्नपत्र यूनिक होगा. बीपीएससी अध्यक्ष अतुल प्रसाद ने गुरुवार को बताया कि यदि किसी सेंटर से प्रश्नपत्र लीक होगा, तो तुरंत पता चल जायेगा कि प्रश्नपत्र किस सेंटर का है. इससे हरेक सेंटर की परीक्षा को रद्द करने की बाध्यता नहीं रह जायेगी और आयोग पेपर लीक होने वाले सेंटरों की संख्या कम होने पर महज कुछ सेंटरों की परीक्षा रद्द करने के विकल्प पर विचार कर सकेगा.
प्रश्न पुस्तिका एक सीलबंद लिफाफे में रहेगी. परीक्षा से पांच मिनट पहले इसका सील परीक्षार्थियों के सामने उनको ठीक तरह से दिखाने के बाद खुलेगा. इससे भी पेपर को लीक होने से रोकने में मदद मिलेगी.
परीक्षा समाप्त होने के बाद हर अभ्यर्थी की उत्तर पुस्तिका को उसके सामने ही एक लिफाफे में सीलबंद किया जायेगा. आयोग की ओर से अभ्यर्थियों को निर्देश भी दिया जायेगा कि परीक्षा खत्म होने के बाद कुछ देर परीक्षा कक्ष में रुक कर वे आंखों के सामने ही अपने उत्तर पत्र को वीक्षक से लिफाफा में सीलबंद करवा दें ताकि बाद में किसी तरह के परिवर्तन की आशंका नहीं रहे.
मोबाइल जैसे इलेक्ट्रॉनिक डिवाइसों के माध्यम से परीक्षा में चीटिंग करने या प्रश्न पत्र को लीक करने से रोकने के लिए हर सेंटर पर जैमर लगाने की व्यवस्था होगी. यदि उतने अधिक जैमर नहीं मिल सके तो ऐसे सेंटरों पर जहां जैमर नहीं लगे होंगे, वहां आयोग के द्वारा निगरानी स्तर को बहुत बढ़ा दिया जायेगा.
स्मार्ट लॉक लगे स्टील ट्रंक में प्रश्न पुस्तिका को परीक्षा केंद्र पर ले जाया जायेगा. जीपीएस आधारित लॉक होने से इसे खोलने पर अपने आप रिकॉर्ड होगा कि ट्रंक कब और कहां खोला गया. लॉक को प्रयोग के तौर पर बीपीएससी कार्यालय में इस्तेमाल किया जायेगा.