बिहार शिक्षक नियुक्ति: सात विषयों में अभ्यर्थियों की संख्या अधिक, जानें रिजल्ट को लेकर बड़ा अपडेट

BPSC Teacher Exam: बिहार में शिक्षकों की बहाली होने जा रही है. जानकारी के अनुसार सात विषयों में अभ्यर्थियों की संख्या अधिक है. वहीं, बीपीएससी अध्यक्ष अतुल प्रसाद ने रिजल्ट को लेकर जानकारी दी है. उन्होंने 9वीं-10वीं और 11वीं-12वीं का रिजल्ट के बारे में जानकारी साझा की है.

By Sakshi Shiva | August 29, 2023 11:26 AM

BPSC Teacher Exam: बिहार में शिक्षकों की बहाली होने वाली है. इसको लेकर अब अभ्यर्थियों को रिजल्ट का इंतजार है. वहीं, बीपीएससी अध्यक्ष अतुल प्रसाद ने परिणाम को लेकर जानकारी दी है. उन्होंने बताया है कि 9वीं-10वीं और 11वीं-12वीं का रिजल्ट 15 सितंबर तक आने की संभावना है. इसमें सात विषयों को छोड़कर अन्य सभी विषयों में रिक्ति से कम आवेदक हैं. लिहाजा, यदि वे दस्तावेज सत्यापन के दौरान अयोग्य नहीं घोषित किये गये तो उनका चयन तय है.

20 से 25 सितंबर के बीच बीएड और डीएलएड अभ्यर्थियों का रिजल्ट

अतुल प्रसाद ने साक्षात्कार के दौरान यह बातें कहीं है. उन्होंने कक्षा एक से पांच तक के लिए 20 से 25 सितंबर के बीच बीएड और डीएलएड का कॉमन मेरिट लिस्ट बना कर डीएलएड अभ्यर्थियों का रिजल्ट प्रकाशित करने और बीएड अभ्यर्थियों के रिजल्ट मामले में स्थिति स्पष्ट होने तक उसे रोकने की बात भी कही है. चार से 12 सितंबर तक शिक्षक अभ्यर्थियों के दस्तावेज का सत्यापन होगा.

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दिव्यांग अभ्यर्थियों को जांच सुनिश्चित कराने का आदेश

चार से 12 सितंबर तक 9वीं-10वीं, 11वीं व 12 वीं कक्षा के शिक्षक अभ्यर्थियाें का दस्तावेज सत्यापन होगा. यह प्रदेश के मूल निवासियों के लिए उनके जिला स्तर पर किया जायेगा, जबकि राज्य के बाहर के अभ्यर्थियों का दस्तावेज सत्यापन पटना स्थित बीपीएससी मुख्यालय में कराया जायेगा. अभ्यर्थियों को बीपीएससी ने ऑनलाइन आवेदन के समय अपलोड किये गये सभी दस्तावेजाें का निर्धारित अवधि के भीतर निर्दिष्ट स्थान पर सत्यापन सुनिश्चित कराने को कहा है.

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दिव्यांग अभ्यर्थियों को एक से आठ सितंबर तक जिला स्तर पर गठित मेडिकल बोर्ड द्वारा उनके अपलोड किये गये दिव्यांगता प्रमाणपत्र के आधार पर अपनी दिव्यांगता की जांच करानी है. यदि विशेष कारणों से दिव्यांगता की जांच जिला स्तर पर गठित मेडिकल बोर्ड द्वारा संभव नहीं हो, तो ऐसी स्थिति में दिव्यांग अभ्यर्थियों को आइजीआइएमएस या पीएमसीएच में अग्रसारित किया जायेगा. राज्य के बाहर के अभ्यर्थियों की दिव्यांगता प्रमाणपत्र की जांच आइजीआइएमएस या पीएमसीएच में कराया जायेगा. बीपीएससी ने दिव्यांग अभ्यर्थियों को निर्धारित तिथि तक अपनी दिव्यांगता जांच सुनिश्चित कराने को कहा है.


शिक्षक नियुक्ति परीक्षा में नहीं है निगेटिव मार्किंग

बता दें कि बिहार शिक्षक नियुक्ति परीक्षा में निगेटिव मार्किंग नहीं होने वाली है. वहीं, परीक्षार्थियों को अपने रिजल्ट का इंतजार है. आयोग की ओर से एक महीने के अंदर ही रिजल्ट की घोषणा भी कर दी जाएगी. परीक्षा तय कार्यक्रम के अनुसार 24, 25 व 26 अगस्त को ली गई. इससे पहले जानकारी दी गई थी कि रिजल्ट दो चरणों में निकलेगा और प्राथमिक शिक्षक पद के लिए बीएड डिग्रीधारियों का रिजल्ट तब तक नहीं दिया जायेगा, जब तक पात्रता अंतिम रूप से स्पष्ट नहीं कर दी जाती है.

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बीपीएससी अध्यक्ष अतुल प्रसाद ने जानकारी दी थी कि पहले हमलोगों ने निगेटिव मार्किंग लागू करने का निर्णय लिया था और इसके बाद प्रश्नपत्र प्रिंट भी हो गए. लिहाजा उन पर निगेटिव मार्किंग है, यह निर्देश छपा हुआ प्रश्न पत्र पर रहा. इसके बावजूद यह लागू नहीं होगा .कई लोग बीपीएससी द्वारा पहली बार शिक्षक नियुक्ति परीक्षा का आयोजन और इसके प्रश्नों का स्वरूप स्पष्ट नहीं होने के कारण लंबे समय से निगेटिव मार्किंग को हटाने की मांग कर रहे थे. इसको देखते हुए बीपीएससी ने बस इस बार के लिए इस परीक्षा से निगेटिव मार्किंग को हटा दिया है. हालांकि, आगे की शिक्षक नियुक्ति परीक्षाओं के लिए इसे पूर्व दृष्टांत नहीं माना जायेगा और उनमें निगेटिव मार्किंग लागू रहेगी.

एक लाख 70 हजार से अधिक पदों पर नियुक्ति

मामलूम हो कि एक लाख 70 हजार से अधिक पदों पर शिक्षकों की नियुक्ति होने जा रही है. प्राथमिक के एक पद के लिए छह दावेदार है. प्राथमिक, माध्यमिक व उच्च माध्यमिक के अभ्यर्थियों के लिए दो पत्र की परीक्षा ली गई. भाषा का पहला पत्र सभी के लिए समान रहा. यह 100 अंकों का था. इसमें अभ्यर्थियों को पास होना पड़ेगा. पहले खंड में अंग्रेजी भाषा से जुड़े 25 सवाल रहे. दूसरे खंड में हिन्दी, उर्दू और बांग्ला से 75-75 प्रश्न पूछे जाएंगे. पहला खंड सभी के लिए एक निर्धारित किया गया है.

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