BPSC PT Paper Leak: बीपीएससी के तमाम नियमों की धज्जियां उड़ा दी गयी थी वीर कुंवर सिंह सेंटर पर

BPSC PT Paper Leak: सेंटर का कोई भी सीसीटीवी कैमरा नहीं कर रहा था. इसके साथ ही निर्धारित समय पहले ही कुछ कमरों में शुरू करा दी गयी थी परीक्षा.

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 10, 2022 9:38 PM

बीपीएससी (बिहार लोक सेवा आयोग) के पेपर लीक की पूरी तैयारी पहले से ही आरा स्थित वीर कुंवर सिंह कॉलेज के सेंटर पर करके रखी गयी थी. क्योंकि वहां परीक्षा संचालन करने को लेकर जो भी नियम-कायदे बीपीएससी के स्तर से निर्धारित किये गये है, उनमें तकरीबन किसी का पालन नहीं किया गया था. यह तमाम सच्चाई अब तक हुई जांच में मिले तमाम तथ्यों को देखकर मालूम हो रही है.

हालांकि जांच की रफ्तार बढ़ने के साथ ही इसमें कई अहम बातें सामने आयेंगी और कुछ अन्य स्तर के पदाधिकारी से लेकर खास लोग इसकी जद में आ सकते हैं. वीर कुंवर सिंह कॉलेज बीपीएससी जैसी बेहद महत्वपूर्ण एवं संवेदनशील परीक्षा का केंद्र था, लेकिन वहां का सीसीटीवी कैमरा ही काम नहीं कर रहा था. इतना ही नहीं किसी कमरे में रिकॉर्डिंग की कोई व्यवस्था नहीं थी. यहां के कुछ कमरों में निर्धारित समय-सीमा से पहले ही परीक्षा शुरू करा दी गयी थी, जो पूरी तरह से गलत था.

ईओयू ने अपनी जांच में यह भी पाया कि इस केंद्र के अंदर कोई छात्र भी अपने साथ मोबाइल लेकर चला गया था. तभी सी-सेट का जो प्रश्न-पत्र लीक हुआ है, उसके पन्नों के फोटो खिंचकर किसी व्हाट्स एप नंबर पर कहीं दूसरे स्थान पर भेजे गये थे. बाद में इसी सी-सेट का पूरा प्रश्न-पत्र वायरल हो गया. फिलहाल इस बात की पड़ताल की जा रही है कि यहां से कहां-कहां और किसके पास सबसे पहले प्रश्न-पत्र भेजे गये थे. इससे जुड़े सभी तकनीकी पक्षों की पड़ताल चल रही है. इसके अलावा केंद्र पर नियमानुसार प्रश्न-पत्र खोलने के दौरान जो वीडियोग्राफी होनी चाहिए थी, वह सही तरीके से नहीं की गयी थी.

इसमें बहुत सारी चीजें स्पष्ट नहीं है. इस वीडियोग्राफी की मूल प्रति भी अभी तक जांच एजेंसी को नहीं मिली है. इसकी तलाश चल रही है. इस केंद्र पर कई अन्य संदिग्ध गतिविधि के बारे में भी जानकारी मिली है, जिनकी जांच भी की जा रही है. अब तक मिले इन तमाम तथ्यों के आधार पर इस बात का पूरी तरह से अनुमान लगाया जा रहा है कि यहां से प्रश्न-पत्र लीक करने की तैयारी पहले ही की गयी थी. अब इस तंत्र में कौन-कौन लोग शामिल हैं, इसकी पड़ताल चल रही है. इससे जुड़े कई तकनीकी साक्ष्यों की भी जांच चल रही है.

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