पर्चा लीक के मामले में डीजीपी द्वारा गठित एसआइटी की टीम ने मंगलवार को चार लोगों को पहले हिरासत में लिया फिर उन्हें गिरफ्तार कर ली है. एसआइटी की ओर से गिरफ्तार चार लोगों में एक भोजपुर जिला के बड़हरा बीडीओ जयवर्धन गुप्ता भी हैं. निगरानी ने इन्हें घूस लेते पहले भी गिरफ्तार कर चुकी है. एसआईटी ने बड़हरा बीडीओ जयवर्धन गुप्ता, जो परीक्षा केंद्र पर स्टेटिक दंडाधिकारी के रूप में तैनात थे.इसके साथ ही कुंवर सिंह कॉलेज के प्रधानाचार्य सह केंद्राधीक्षक योगेंद्र प्रसाद सिंह, परीक्षा नियंत्रक सुशील कुमार सिंह तथा सहायक केंद्राधीक्षक अगम सहाय को भी एसआईटी ने गिरफ्तार कर लिया है.
बताते चलें कि 2017 में निगरानी ब्यूरो की टीम ने बड़हरा बीडीओ जयवर्धन गुप्ता को मोकामा में किराये के मकान से पूर्व मुखिया दिनेश गोप से एक लाख रुपये घूस लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार किया था. तब वे घोसवरी प्रखंड के बीडीओ हुआ करते थे. इस गिरफ्तारी के बाद वे काफी समय से जेल चले गये और विभागीय कार्रवाई शुरू की गयी. इसके बाद वे लंबे समय तक वेटिंग फॉर पेस्टिंग के तौर पर विभाग में पड़े रहे. फिर मार्च 2021 में इनकी पोस्टिंग बड़हरा प्रखंड में बीडीओ के तौर पर कर दी गयी. इसके बाद से वे लगातार यहीं पदस्थापित हैं.
परीक्षा नियंत्रक सह प्रधानाचार्य योगेंद्र सिंह जो मूल रूप से बड़हरा थाना क्षेत्र के बखोरापुर के रहनेवाले हैं. यह विवि में परीक्षा विभाग में टेबलेटर के पद पर भी कार्य किये हैं. परीक्षा विभाग में पेडिंग रिजल्ट का निष्पादन करते थे. वहीं परीक्षा नियंत्रक सुशील सिंह शहर के हरी जी के हाता के रहने वाले है, जो भाजपा नेता के करीबी माने जाते है. जबकि अगम सहाय- सहायक केंद्राधीक्षक बड़हरा थाना क्षेत्र के फरना गांव के निवासी है. जो होमियोपैथिक दवा के जानकार है और गांव में नि:शुल्क गरीबों व असहायों का इलाज करते है.