बिहार शिक्षक नियुक्ति परीक्षा के दूसरे चरण के तहत प्राथमिक शिक्षकों (कक्षा 1 से 5) की नियुक्ति के लिए गुरुवार को राज्य के नौ जिलों के 184 परीक्षा केंद्रों पर परीक्षा आयोजित की गई. इस दौरान दूसरे की जगह परीक्षा देते हुए पांच मुन्ना भाई पकड़ गये. इनमें पटना से एक और दरभंगा एवं मुजफ्फरपुर से दो -दो फर्जी अभ्यर्थी पकड़े गये. पटना के अलावा आरा, बेगूसराय, भागलपुर, दरभंगा, मुजफ्फरपुर, नालंदा, पूर्णिया और सारण में यह परीक्षा आयोजित की गई. इसके लिए 1,07,263 अभ्यर्थियों ने आवेदन किया था जिसमें 82 फीसदी परीक्षा में शामिल हुए.
मुजफ्फरपुर में दूसरे की जगह परीक्षा देते गिरफ्तार हुए जहानाबाद का युवक
बताया जाता है कि मुजफ्फरपुर के चैपमैन केंद्र पर परीक्षा शुरू होने पर सभी परीक्षार्थियों का फिंगर प्रिंट चेक किया जा रहा था. इसी दौरान यूपी के आदित्य कुमार का फिंगर प्रिंट मैच नहीं हो पाया. सूचना मिलते ही केंद्राधीक्षक व वहां तैनात पुलिसकर्मी पहुंच गये. उसने अपना आधार कार्ड व एडमिट कार्ड भी दिखाया. लेकिन जब उससे कड़ाई से पूछताछ की गयी तो उसने अपना नाम प्रभाकर कुमार बताया. उसने कहा कि वह जहानाबाद का रहने वाला है. थानेदार राकेश कुमार ने बताया कि दूसरे की जगह बैठकर परीक्षा दे रहे एक आरोपित को पकड़ कर पुलिस के हवाले किया गया है. केंद्राधीक्षक रेखा शर्मा ने उसके खिलाफ आवेदन दिया है. आरोपित से पूछताछ कर कार्रवाई की जा रही है.
एक परीक्षा का पांच लाख चार्ज करता है प्रभाकर
मिठनपुरा पुलिस को छानबीन में पता चला कि वह पटना में रह कर स्कॉलर का काम करता है. इस एवज में वह मोटी रकम लेता है. शिक्षक नियुक्ति की परीक्षा में वह पांच रुपये की डिमांड किया था. इसके पहले भी वह शिक्षक नियुक्ति की परीक्षा में दूसरे की जगह परीक्षा दे चुका है.
मोबाइल से खुलेगा राज
पुलिस ने प्रभाकर का मोबाइल जब्त किया है. उसके मोबाइल में कई अज्ञात नंबर मिले है, जिसकी पुलिस छानबीन कर रही है. पुलिस का कहना है कि प्रभाकर के साथ और भी लोग मुजफ्फरपुर आये थे. वह सेंटर के आसपास ही थे. उसकी गिरफ्तारी के बाद सभी फरार हो गये हैं. मोबाइल के कॉल रिकार्ड से सभी की पहचान की जा रही है.
दारोगा को झांसा देने का प्रयास
प्रभाकर ने सेंटर पर तैनात एक दारोगा को झांसा देने का भी प्रयास किया. वह पूछताछ में बार-बार अपना नाम आदित्य ही बता रहा था. लेकिन जब दारोगा ने उसे छोड़ देने की बात कही तो वह उसके बैचमैट से परिचित होने का दावा किया. पूछताछ में पता चला कि वह पटना में रह कर लंबे समय से स्कॉलर का काम कर रहा है.
Also Read: शिक्षकों की छुट्टी को लेकर और सख्त हुए केके पाठक, जारी किया एक और फरमान, सभी डीएम को दिए निर्देशपरीक्षार्थियों ने कहा आसान थे प्रश्न
पटना के परीक्षा केंद्रों से द्वितीय चरण की परीक्षा देकर निकलने वाले परीक्षार्थियों ने बताया कि पहले चरण की प्राथमिक शिक्षक नियुक्ति परीक्षा की तुलना में दूसरे चरण की परीक्षा के प्रश्न आसान थे. हलांकि कुछ अभ्यर्थियों ने क्वालीफाइंग भाषा के प्रश्नों को पहले की तुलना में अधिक कठिन बताया.
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क्रॉनिकल एकेडमी के एमडी कुमार विजय ने बताया कि बीते परीक्षा से इस बार प्राथमिक शिक्षक श्रेणी में कट ऑफ मार्क्स के काफी ऊपर जाने की संभावना है क्योंकि इस बार रिक्तियां केवल नौ हजार है जो कि प्रथम चरण की तुलना में काफी कम है. साथ ही प्रश्न भी आसान हैं. ऐसे में अनारक्षित श्रेणी में सामान्य वर्ग के शिक्षकों का कट ऑफ 70 के आसपास रहने की संभावना है.
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