शिक्षक भर्ती में 16 हजार पदों पर दूसरे राज्यों के अभ्यर्थियों को मौका, जानें स्थायी निवासी को क्या मिलेगा लाभ

Bihar News: बिहार लोक सेवा आयोग की ओर से एक लाख 70 हजार शिक्षकों की नियमित बहाली होने जा रही है. बता दें कि इसमें 16 हजार पदों पर ही दूसरे राज्य के अभ्यर्थी आवेदन दे सकेंगे. वहीं, राज्य के स्थायी निवासी होने का लाभ यहां के छात्रों को मिलने वाला है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 20, 2023 10:58 AM

Bihar News: बिहार लोक सेवा आयोग की ओर से एक लाख 70 हजार शिक्षकों की नियमित बहाली होने जा रही है. बता दें कि इसमें 16 हजार पदों पर ही दूसरे राज्य के अभ्यर्थी आवेदन कर सकेंगे. राज्य सरकार की ओर से दूसरे राज्यों के अभ्यर्थियों को भर्ती की प्रक्रिया में भाग लेने की अनुमति दे दी गई है. इसके बाद यह साफ कर दिया गया है कि दूसरे राज्यों के अभ्यर्थियों को मात्र 16 हजार पदों पर ही नियुक्ति होगी. वहीं, राज्य के स्थायी निवासी होने का लाभ यहां के छात्रों को मिलने वाला है. यहां के छात्रों को सबसे बड़ा लाभ यह मिलेगा कि सिर्फ इन्हें ही परीक्षा में मिलने वाले आरक्षण का लाभ मिल सकेगा.

दूसरे राज्य के अभ्यर्थी अनारक्षित वर्ग में करेंगे आवेदन

दूसरे राज्य या बाहर के अभ्यर्थियों को अनारक्षित वर्ग में आवेदन देना है. वहीं, बिहार को छोड़कर अन्य राज्यों में एसटीइटी की परीक्षा नहीं ली जाती है. बिहार के अभ्यर्थियों को ही आरक्षण का लाभ मिलेगा. यह जानकारी मुख्य सचिव की ओर से दी गई. शिक्षा विभाग के पदाधिकारी जानकारी देते है कि कुल एक लाख 70 हजार 461 पदों पर नियुक्ति के लिए विज्ञापन जारी किया गया है. इस भर्ती प्रक्रिया में प्रारंभिक शिक्षकों के लिए 79,943 पद है. जबकि, 79, 943 पद अलग-अलग जाति वर्ग के लिए आरक्षित है. इसका मतलब 48 हजार सीटें आरक्षित है. वहीं, 32 हजार में 50 प्रतिशत महिलाओं के लिए आरक्षित है. इस तरह 16 हजार पदों पर दूसरे राज्य के अभ्यर्थी परीक्षा दे सकेंगे.

माध्यमिक और उच्च माध्यमिक के लिए एसटीइटी में सफल होना अनिवार्य

माध्यमिक में 32, 916 सीटें हैं. वहीं, उच्च माध्यमिक में 52, 602 सीटें हैं. इसके लिए एसटीइटी की परीक्षा में पास होना आवश्यक है. यह परीक्षा राज्य स्तर पर ही होती है. राष्ट्रीय स्तर पर यह परीक्षा नहीं ली जाती है. राष्ट्रीय स्तर पर सीटीइटी की परीक्षा होती है. एसटीइटी की परीक्षा बिहार में ली जाती है. माध्यमिक और उच्च माध्यमिक के लिए एसटीइटी में सफल होना अनिवार्य हैं. सीटीइटी की परीक्षा प्रारंभिक शिक्षकों के लिए होती है. प्रारंभिक शिक्षक कक्षा एक से आठ तक के बच्चों को पढ़ाते हैं. एसटीएटी परीक्षा में राज्य के बाहर वाले विद्यार्थी भी उतीर्ण हुए होंगे. उनकी भी बहाली होगी. लेकिन, ऐसे अभ्यर्थियों की संख्या काफी कम होगी.

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महिलाओं को तीन प्रतिशत का मिलेगा आरक्षण

विभागीय अधिकारी के अनुसार राज्य के बाहर के अभ्यर्थियों में एसटीइटी की परीक्षा में पास होने वाले कम छात्र होंगे. बिहार के नौकरियों में महिला, EWS, एससी, एसटी, ईबीसी और औबीसी को आरक्षण है. महिला को तीन प्रतिशत का आरक्षण है. जबकि, एससी को 16, एसटी को एक, ईबीसी को 18, ओबीसी को 12, EWS को दस प्रतिशत का आरक्षण निर्धारित है. संभावना जताई जा रही है कि राज्य में 1500 से अधिक केंद्रों पर यह परीक्षा ली जाएगी. आयोग की ओर से पत्र के माध्यम से जिलाधिकारियों को परीक्षा केंद्र की संख्या बताई गई है. साथ ही परीक्षा केंद्रों पर उचित व्यवस्था करने को लेकर आदेश दिया गया है. परीक्षा के लिए उचित संस्थान के चयन का आदेश है. ऐसा इसलिए कहा गया है ताकि विद्यार्थियों को किसी प्रकार की कोई परेशानी नहीं हो.

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शिक्षक अभ्यर्थियों के लिए परीक्षा में कुल दो पेपर

बता दें कि माध्यमिक शिक्षक अभ्यर्थियों के लिए परीक्षा में कुल दो पेपर होंगे. पहला पेपर (पेपर – 1) भाषा का होगा जो कुल 100 अंकों का होगा. इसमें 100 ऑब्जेक्टिव सवाल पूछे जायेंगे. इस पेपर में दो पार्ट होंगे, पार्ट – 1 तथा पार्ट – 2, जिसमें से अंग्रेजी भाषा आधारित पार्ट – 1 सभी के लिए अनिवार्य होगा. पार्ट – 1 में कुल 25 अंको के लिए 25 प्रश्न पूछे जायेंगे. दूसरे पेपर ( पेपर – 2 ) के रूप में विषय – पत्र व सामान्य अध्ययन का पेपर होगा. इसमें कुल 120 अंकों के लिए 120 प्रश्न पूछे जायेंगे. इस पेपर को दो भाग पार्ट-1 तथा पार्ट-2 में बांटा गया है. पार्ट-1 विषय-पत्र का होगा जिसमें विषयों को चार समूहों गणित, विज्ञान, सामाजिक विज्ञान तथा भाषा से संबंधित विषय में विभक्त किया गया है. इस भाग में कुल 80 अंकों के लिए 80 बहुवैकल्पिक प्रश्न पूछे जायेंगे.

वहीं पेपर – 2 के पार्ट-2 सामान्य अध्ययन आधारित होगा जिसमें कुल 40 अंकों के लिए 40 ऑब्जेक्टिव प्रश्न पूछे जायेंगे. इसी पेपर के आधार पर अभ्यर्थियों का मेरिट निर्धारित होगा उसमें भी विषय-पत्र ज्यादा अहम साबित होगा, क्योंकि इसमें 80 अंक निर्धारित किये गये हैं. अतः अभ्यर्थियों के लिए यह पेपर काफी अहम है.

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