ट्रेन लेट पहुंचने से 400 अभ्यर्थियों की छूटी BPSC शिक्षक परीक्षा, 650 KM सफर करके भी नहीं दे सके एग्जाम

बिहार शिक्षक नियुक्ति परीक्षा देने आए 400 से अधिक अभ्यर्थी एग्जाम देने से वंचित रह गए. ट्रेन लेट होने की वजह से वो परीक्षा देने से चूक गए. नयी दिल्ली से दरभंगा तक चलने वाली (02570) क्लोन ट्रेन के लेट होने से ऐसा हुआ. मुजफ्फरपुर में अभ्यर्थियों की भीड़ जंक्शन पर उमड़ पड़ी.

By Prabhat Khabar News Desk | December 15, 2023 8:43 AM

Bihar Teacher Exam: नयी दिल्ली से दरभंगा तक चलने वाली (02570) क्लोन ट्रेन के लेट होने से करीब 400 अभ्यर्थियों की शिक्षक नियुक्ति की परीक्षा छूट गयी. ट्रेन के मुजफ्फरपुर पहुंचने के निर्धारित समय के भरोसे अभ्यर्थियों ने ट्रेन में सफर करना शुरू किया. लेकिन रेलवे की लेटलतीफी के कारण करियर बनाने के एक बड़े मौका से चूक गये. कानपुर से 650 किमी. यात्रा करने के बाद भी केंद्र पर सही समय पर नहीं पहुंच सके. इस क्लोन ट्रेन में अधिकांश अभ्यर्थी यूपी के लखनऊ, कानपुर व गोरखपुर से चढ़े थे. बता दें कि ट्रेन के मुजफ्फरपुर में सुबह के 6.50 बजे पहुंचने का निर्धारित समय है. लेकिन यह ट्रेन 5 घंटे लेट 11.53 बजे मुजफ्फरपुर जंक्शन पर पहुंची. दूसरी ओर परीक्षा केंद्रों पर 11 बजे तक प्रवेश करने का समय तय था. वहीं दोपहर के 12 बजे से परीक्षा शुरू होने का समय था. ऐसे में पांच घंटे ट्रेन लेट होने से परीक्षा होने के समय परीक्षार्थी स्टेशन पर ही उतर पाये.

दर्जनों अभ्यर्थियों ने रेलवे से मांगी मदद

कानपुर से ट्रेन लेट होने के साथ ही क्लोन ट्रेन में सवार अधिकांश अभ्यर्थियों की घबराहट शुरू हो गयी थी. सुबह के तीन बजे से ही अभ्यर्थियों ने रेल मदद के साथ रेलवे के अन्य साेशल मीडिया के आधिकारिक पेज पर टैग करते हुए ट्रेन को सही समय से चलाने की मांग करने लगे. अभ्यर्थी अविनाश चतुर्वेदी ने लिखा कि किसी तरह ट्रेन को समय से चलाइए, ताकि परीक्षार्थी परीक्षा दे सके. अभ्यर्थी केंद्र पर प्रवेश का समय भी दे रहे थे. अनूप कुमार नाम के अभ्यर्थी ने ट्रेन लेट होने पर पेपर का समय बदलने तक की मांग कर दी. संजय सिंह ने लिखा की परीक्षा पकड़ना मुश्किल है. कम से कम 12 बजे तक ट्रेन में फंसे अभ्यर्थियों के लिए प्रवेश की व्यवस्था हो.

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निराश जंक्शन परिसर में खड़े थे कानपुर के अभ्यर्थी

कानपुर के रहने वाले अभ्यर्थी राहुल कुमार, ओम कुमार ने बताया कि परीक्षा शुरू होने के समय हमलोग जंक्शन पर ही उतरे, इतनी लंबी यात्रा करने के बाद भी निराशा हाथ लगी. बताया कि सुबह के सात बजे ट्रेन के पहुंचने का समय था. तीन घंटे लेट 10 बजे भी ट्रेन पहुंचती, तो अधिकांश अभ्यर्थी परीक्षा में शामिल हो जाते. बताया कि इनका सेंटर डीएन हाइस्कूल में था. अभ्यर्थी सौरभ वर्मा, निखिल कुमार ने बताया कि वे गोरखपुर से चले थे. एक दिन पहले पहुंच जाते तो यह नौबत नहीं आती.


42 केंद्रों पर कड़ी निगरानी के बीच हुई परीक्षा

मुजफ्फरपुर शहर के 42 केंद्रों पर कड़ी निगरानी के बीच गुरुवार को बीपीएससी की ओर से दूसरे चरण की परीक्षा आयोजित हुई. परीक्षा देकर निकलने वाले अभ्यर्थियों ने कहा कि पिछली बार से सवाल कठिन था. डीएन हाइस्कूल से निकलने वाले अभ्यर्थी ने बताया कि मैथ, साइंस ठीक था. इतिहास से जुड़े सवालों ने परेशान किया. बखरी स्थित सेंटर से परीक्षा देने के बाद अभ्यर्थी अभिलाषा कुमारी ने बताया कि सवाल मिला-जुला कर सही था. पिछली बार तीन नंबर से उनका चयन नहीं हुआ था. चैपमैन सेंटर से निकलने वाले अभ्यर्थी पूछे गये सवालों को लेकर काफी खुश थे. रेशमा कुमारी ने बताया कि विज्ञान और हिस्ट्री के सवालों का जवाब देना, थोड़ा कठिन था. दूसरी ओर शुक्रवार को भी सभी केंद्रों पर परीक्षा होगी.

शहर के सभी होटल फुल, जगह के लिए भटकते रहे अभ्यर्थी

बीपीएसी की ओर से शिक्षक नियुक्ति परीक्षा शुक्रवार को भी आयोजित होगी. इसको लेकर दोपहर बाद से ही बाहर से अभ्यर्थी शहर में पहुंचने लगे. देर रात जंक्शन के यूटीएस भवन में चौतरफा परीक्षा नजर आ रहे थे. दूसरी ओर शहर के लगभग होटल फुल हो चुके है. खोजने के बाद लॉज में भी जगह नहीं मिल रही है. कानपुर के अभ्यर्थी अक्षय कुमार ने बताया कि उनके साथ आधा दर्जन परीक्षार्थी है. जिसमें महिलाएं भी है. माड़ीपुर से लेकर मिठनपुरा तक होटल में जगह के लिए दौड़ लगा चुके. लेकिन एक भी रूम नहीं मिल सका. इसमें कई लोगों का सेंटर एलएस कॉलेज व तिरहुत एकेडमी में है.

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