बिहार में गुरुवार को 850 से ज्यादा केंद्रों बीपीएससी शिक्षक नियुक्ति परीक्षा आयोजित की गई. परीक्षा के दौरान प्रशासनिक व्यवस्था चुस्त दुरुस्त देखी गयी. वहीं परीक्षा देकर निकले अभ्यर्थियों में मायूसी देखी गयी. अभ्यर्थियों ने बताया कि प्रश्नपत्र कठिन था. प्रश्न पत्र हल करने में काफी परेशानी हुई. अधिकांश परीक्षार्थियों का कहना था कि इस प्रतियोगिता में कट ऑफ बहुत कम रहने वाला है. वहीं परीक्षा के दौरान राज्य के कई शहरों में कई सेंटरों पर बायोमेट्रिक्स के काम नहीं करने की वजह से छात्रों को परेशानी का सामना करना पड़ा, इस वजह से कई जगहों पर हंगामा भी हुआ.
पूर्वी चंपारण में बायोमेट्रिक हाजिरी नहीं बनने पर अभ्यर्थियों ने किया हंगामा
-
बिहार लोक सेवा आयोग की ओर से आयोजित शिक्षक नियुक्ति परीक्षा गुरुवार को पूर्वी चंपारण जिले के सुगौली नगर पंचायत स्थित नंद उच्च विद्यालय एवं दीनदयाल बालिका उच्च विद्यालय में हुई. गुरुवार से आयोजित तीन दिवसीय शिक्षक भर्ती परीक्षा में पहले दिन प्रथम पाली में दीनदयाल बालिका विद्यालय में उस वक्त परीक्षार्थियों ने हंगामा करना शुरू कर दिया, जब परीक्षा समाप्त होने के बाद भी उनकी बायोमेट्रिक सिस्टम से हाजिरी नहीं बनी.
-
केंद्र पर बायोमेट्रिक हाजिरी बनाने वाली मशीन काम नहीं कर रही थी. स्थिति यह रही है कि परीक्षा के निर्धारित समय यानी 12 बजे तक केंद्र के सैकड़ों परीक्षार्थियों की हाजिरी नहीं बनी. वहीं ओएमआर की कॉपी ले ली गयी, जबकि परीक्षार्थियों ने हाजिरी बनाये जाने के बाद ओएमआर कॉपी जमा करने की बात कही. इसे ले हंगामा करना शुरू कर दिया. हंगामे के कारण अफरा-तफरी का माहौल कायम रहा. इसकी सूचना वरीय अधिकारियों को भी दी गयी. तब जाकर मामला शांत हुआ.
-
अभ्यर्थियों ने बताया कि परीक्षा से पहले अभ्यर्थियों की बायोमेट्रिक उपस्थिति दर्ज होनी थी. आंख की पुतली का मिलान करने के साथ प्रवेश पत्र का भी मिलान किया जाना था. इसके लिए सभी अभ्यर्थी परीक्षा केन्द्र पर ढाई घंटे पहले पहुंचे. एक घंटे पहले परीक्षा कक्ष में प्रवेश दिया गया. बावजूद बायोमेट्रिक के बजाय पेपर पर उपस्थित बनाई गई. अभ्यर्थियों ने बताया कि बीपीएससी में उनकी उपस्थिति दर्ज नहीं हो सकी. इस संबंध में केंद्र अधीक्षक समीमुल हक ने बताया कि इसकी जानकारी जिला के वरीय अधिकारियों को दे दी गई है.
सीवान के डॉन बास्को परीक्षा केंद्र पर परीक्षार्थियों का हंगामा
-
शिक्षक भर्ती परीक्षा के पहले दिन सीवान के केंद्र डॉन बास्को हाइस्कूल पर परीक्षार्थियों के हंगामा करने की सूचना प्राप्त हुई. बताया जाता है कि बीपीएससी शिक्षक नियुक्ति के परीक्षार्थियों ने बायोमेट्रिक नहीं होने से नाराज होकर हंगामा किया है. प्रथम पाली में करीब 50 परीक्षार्थियों का बायोमेट्रिक नहीं हो पाया था. परीक्षार्थी जब परीक्षा देकर केंद्र से बाहर निकले तो केंद्र पर मौजूद मजिस्ट्रेट से बायोमेट्रिक को लेकर उनकी बहस हो गई. परीक्षार्थी परीक्षा केंद्र के बाहर हंगामा करने लगे.
-
परीक्षार्थियों का कहना है कि एडमिट कार्ड में साफ साफ शब्दों में लिखा है कि परीक्षा समाप्ति के बाद बायोमेट्रिक कराने के बाद ही वापस निकलना है. हम लोग का जब बायोमेट्रिक नहीं हुआ तो ऐसे ही हम सभी अनुपस्थित माने जाएंगे. परीक्षार्थियों का आरोप है कि बीपीएससी की लापरवाही है. अनट्रेंड स्टॉफ को रखा गया है, जिसके कारण इस तरह की लापरवाही हुई है. प्रशासन द्वारा बल पूर्वक कर केंद्र से बाहर निकाला गया है.
-
सदर एसडीएम रामबाबू बैठा ने हंगामा को गलत बताया. एसडीएम ने बताया कि करीब 50 परीक्षार्थियों का बायोमेट्रिक नहीं हो पाया है. परीक्षार्थियों को कहा गया है कि वह एक आवेदन जमा करें, जिसे जिलाधिकारी के माध्यम से आयोग को भेज दिया जायेगा. इसके अलावा अगर परीक्षार्थी चाहे तो शुक्रवार को भी बायोमेट्रिक कर सकते हैं.
नालंदा जिले एस यू कॉलेज परीक्षा केंद्र पर परीक्षार्थियों ने किया हंगामा
-
प्रशासन की कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच बिहार लोक सेवा आयोग द्वारा आयोजित शिक्षक भर्ती परीक्षा नालंदा जिले के हिलसा शहर में तीन परीक्षा केंद्रों पर शुरू हुई. परीक्षा शुरू होने के उपरांत अनुमंडल पदाधिकारी सुधीर कुमार एवं अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी कृष्ण मुरारी प्रसाद ने रामबाबू उच्च विद्यालय, एस यू कॉलेज एवं उच्च विद्यालय मई स्थित परीक्षा केंद्रों का जायजा लिया. इसी क्रम में दोनों पदाधिकारी ने निष्पक्ष एवं सदाचार मुक्त वातावरण में परीक्षा संचालित करने के लिए केंद्र अध्यक्ष को एवं दंडाधिकारियों को सख्त निर्देश दिया.
-
प्रथम पाली में 9:00 बजे के बाद आए दर्जनों परीक्षार्थियों को परीक्षा केंद्र में प्रवेश नहीं होने दिया गया. इधर, कॉलेज के प्रथम तल्ला पर हो रहे परीक्षा के परीक्षार्थियों का बायोमेट्रिक उपस्थिति दर्ज नहीं कराए जाने के बाद परीक्षार्थियों ने जमकर हंगामा किया. परीक्षार्थियों ने कहा कि बायोमेट्रिक पद्धति से उपस्थित नहीं बनाए जाने के कारण उन लोगों को अनुपस्थित कर दिया जाएगा.
-
इस संबंध में पूछे जाने पर कॉलेज के प्राचार्य डॉ गजेंद्र प्रसाद गडकर ने बताया कि बायोमेट्रिक उपस्थिति नहीं बनाए जाने की सूचना विभागीय पदाधिकारियों को लिखित रूप भेज दी गई है. परीक्षार्थियों को परेशान होने की जरूरत नहीं है. यह परीक्षा वीडियो ग्राफी के साथ एवं हार्ड कॉपी उपस्थित के आधार पर ली गई है. इसके बाद दूसरी पाली की परीक्षा के लिए जब परीक्षार्थी प्रवेश करने लगे तब मुख्य दरवाजा पर ही बायोमेट्रिक उपस्थिति ली गई. परीक्षार्थियों को पूरी जांच पड़ताल कर परीक्षा केंद्र में अंदर जाने दिया गया.
शेखपुरा में बायोमेट्रिक और ओएमआर स्कैनिंग नहीं होने पर परीक्षार्थियों ने किया हंगामा
-
शिक्षक बहाली परीक्षा में शामिल अभ्यर्थियों ने शेखपुरा स्टेशन रोड स्थित अभ्यास मध्य विद्यालय परीक्षा केंद्र पर हंगामा मचाया. परीक्षार्थियों ने बायोमेट्रिक हाजिरी नहीं लेने एवं उत्तर पुस्तिका के बारकोड को स्कैनिंग नहीं करने का आरोप लगाया.
-
परीक्षार्थियों ने हंगामा करते हुए मीडिया को बताया कि इस परीक्षा के लिए बिहार लोक सेवा आयोग द्वारा प्रत्येक परीक्षार्थी के बायोमेट्रिक हाजरी लगाने की अनिवार्यता तय कर रखी थी. साथ ही परीक्षा के उत्तर पुस्तिका के बारकोड का स्कैनिंग भी परीक्षा हॉल के अंदर किया जाना अनिवार्य था. लेकिन यहां जिला प्रशासन के साथ-साथ परीक्षा केंद्र पर उपस्थित दंडाधिकारियों और केंद्र अधीक्षक वीक्षक आदि ने इन सभी नियमों का पालन नहीं किया. जिसके कारण इन लोगों के परीक्षा परिणाम पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ने की संभावना है. इन लोगों ने परिणाम नहीं आने का आरोप लगाया.
-
इस परीक्षा केंद्र पर एक शिफ्ट की ही परीक्षा थी. इस परीक्षा में 396 परीक्षार्थी शामिल होना था. इस दौरान परीक्षा केंद्र के कुछ कमरों में बायोमेट्रिक हाजरी नहीं बनाई गयी. इस दौरान करीब सवा सौ वंचित परीक्षार्थियों ने परीक्षा केंद्र के समीप जमकर हंगामा किया.
-
इसके बाद मौके पर एसडीएम सतीश रंजन, एसडीपीओ अरविन्द कुमार सिन्हा, जनसंपर्क अधिकारी सौरभ कुमार,तों थानाध्यक्ष बिनोद राम मौके पर पहुंचे और स्थिति पर काबू पाया. करीब दो घंटे तक वंचित परीक्षार्थी डटे रहे. बाद में आयोग के निर्देश के बाद वंचित परीक्षार्थियों की परीक्षा और उपस्थिति को वैध करार दिया गया. इस बात की घोषणा अधिकारियों के द्वारा किये जाने के बाद वंचित परीक्षार्थी वापस लौट गये.
शांतिपूर्ण रही पहले दिन की परीक्षा
गौरतलब है कि बृहस्पतिवार से दो पालियों शिक्षक नियुक्ती परीक्षा शुरू हुई. परीक्षा को लेकर प्रशासन द्वारा सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए गए है. परीक्षा केंद्रों पर स्टैटिक दंडाधिकारियों के साथ-साथ उड़न दस्ता की भी तैनाती की गई है. सभी परीक्षार्थियों को सघन तलाशी के बाद परीक्षा हॉल में प्रवेश करने दिया गया. परीक्षा हॉल पूरी तरह सीसीटीवी से सुसज्जित है. परीक्षा केंद्र के अंदर किसी भी शिक्षक, वीक्षक या परीक्षार्थी को मोबाइल वगैरह ले जाने की अनुमति नहीं प्राप्त हुई. शांतिपूर्ण और कदाचार रहित परीक्षा को लेकर आलाधिकारी भी लगातार परीक्षा केंद्रों पर सक्रिय रहे.