प्रदेश के उच्च माध्यमिक विद्यालयों (11वीं व 12वीं ) में शिक्षक नियुक्ति के लिए 25 और 26 अगस्त को ली गयी परीक्षा का रिजल्ट बीपीएससी ने मंगलवार शाम से निकालना शुरू कर दिया है. देर रात तक 16 विषयों का रिजल्ट जारी कर दिया गया. इसके साथ ही चयनित अभ्यर्थियों के जिला आवंटन की सूची भी जारी कर दी गयी है. सबसे पहले शाम 4.30 बजे हिंदी विषय का रिजल्ट बीपीएससी की वेबसाइट पर आया. तीन घंटे बाद अंग्रेजी, संस्कृत, बांग्ला, उर्दू और मैथिली का रिजल्ट आया. देर रात 10 और विषयों अर्थशास्त्र, रसायनशास्त्र, भौतिक विज्ञान, प्राकृत, पाली, फारसी, भूगोल, मनोविज्ञान, समाजशास्त्र, और दर्शनशास्त्र का रिजल्ट जारी कर साइट पर डालने के लिए भेजा गया. 43 विषयों में से शेष 27 विषयों का रिजल्ट बुधवार को आयेगा. विदित हो कि उच्च माध्यमिक शिक्षकों की 57602 रिक्तियों के लिए 39680 ने आवेदन दिया था, जिनमें से 37465 ने परीक्षा दी थी. यानी परीक्षार्थियों की संख्या रिक्तियों के दो तिहाई ही थी. ऐसे में बड़ी संख्या में पद रिक्त रह गये.
बीपीएससी ने वेबसाइट पर कहा है कि कुल रिक्ति या कुल अभ्यर्थी जिनकी भी संख्या कम है, उनके 75% तक अभ्यर्थियों के चयन के लिए न्यूनतम कट ऑफ में जितनी जरूरत पड़ी, उतनी कमी की गयी है. इस संदर्भ में आयोग की बैठक में रिजल्ट तैयार होने से पहले ही निर्णय ले लिये गये थे. विदित हो कि अनारक्षित श्रेणी का न्यूनतम अहर्तांक 40%, पिछड़ा वर्ग का 36.5%, अत्यंत पिछड़ा वर्ग का 34% और महिला, दिव्यांग, एससी और एसटी का 32% है, जिसमें कमी की गयी है. बीपीएससी के संयुक्त सचिव और शिक्षक नियुक्ति परीक्षा के नोडल पदाधिकारी सत्यप्रकाश शर्मा ने बताया कि मंगलवार को जारी विषयों के रिजल्ट में रिक्तियों की तुलना में अभ्यर्थियों की संख्याबहुत कम होने से कट ऑफ को कम करने की जरूरत नहीं पड़ी.
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बुधवार को उच्च माध्यमिक शिक्षकों के बचे 27 विषयों का रिजल्ट देने के साथ ही माध्यमिक शिक्षकों का रिजल्ट देने का काम भी होगा और कुछ विषयों का रिजल्ट दे दिया जायेगा. शेष बचे विषयों के माध्यमिक शिक्षकों का रिजल्ट गुरुवार को आयेगा. प्राथमिक शिक्षकों का रिजल्ट आने में समय लगेगा.
हिंदी में 3221 रिक्तियां थी, जिनमें से 823 अनारक्षित और शेष विभिन्न आरक्षण श्रेणी के थे. लेकिन महज 525 आवेदक होने से सभी का रिजल्ट अनारक्षित श्रेणी में दे दिया. ऐसी ही स्थिति संस्कृत, मैथिली, बांग्ला, पाली, फारसी और उर्दू की भी रही, जिनमें सभी अभ्यर्थी अनारक्षित श्रेणी में ही सफल हो गये और अन्य श्रेणी खाली रह गये.
. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार दो नवंबर को गांधी मैदान में बिहार लोक सेवा की अनुशंसा से चयनित विद्यालय अध्यापकों को नियुक्ति पत्र बांटेंगे. नियुक्ति पत्र समारोह पूर्वक बांटे जायेंगे. माध्यमिक शिक्षा निदेशक कन्हैया प्रसाद ने समारोह आयोजन की जिम्मेदारी जिला शिक्षा पदाधिकारी पटना को दी है. जिलों में काउंसेलिंग 18 अक्तूबर से 24 अक्तूबर तक की जायेगी. इस दौरान तकरीबन एक लाख शिक्षकों की काउंसेलिंग की जायेगी. इसके लिए व्यापक शेड्यूल दिया गया है. शिक्षा विभाग ने साफ किया है कि काउंसेलिंग की तिथि का अनुशंसित अभ्यर्थी की वरीयता से कोई संबंध नहीं है. उसकी वरीयता बिहार लोक सेवा आयोग की मेधा सूची के आधार पर सुनिश्चित है. यह भी स्पष्ट किया है कि घोषित समय सारणी के अंदर जो अभ्यर्थी उपस्थित नहीं हो पायेंगे, उन्हें काउंसेलिंग के लिए आगे भी मौका दिया जायेगा.
एक लाख से अधिक विद्यालय अध्यापक के पद पर अनुशंसित अभ्यर्थियों की काउंसेलिंग के लिए 18 अक्तूबर से अगले आदेश तक शिक्षा विभाग के जिला और प्रखंड स्तरीय शिक्षा पदाधकारियों एवं कर्मचारियों के अवकाश निरस्त रहेंगे. इस संबंध में शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव के के पाठक ने सभी जिला पदाधिकारियों को निर्देशित किया है. जिला पदाधिकारियों को लिखे पत्र में अपर मुख्य सचिव पाठक ने आग्रह किया है कि 18 से 31 अक्तूबर तक शिक्षा विभाग के किसी भी पदाधिकारी और कर्मी को किसी भी प्रकार की विधि व्यवस्था एवं अन्य प्रकार की ड्यूटी में न लगाया जाये. लिखा है कि प्रत्येक जिले में सभी चिन्हित अभ्यर्थियों की काउंसेलिंग तब तक जारी रहेगी, जब तक कि सभी चयनित अभ्यर्थियों की काउंसेलिंग पूरी नहीं हो जाती है.