BPSC शिक्षक नियुक्ति में गड़बड़ी! थंब वेरिफिकेशन के लिए हाथ धोने गए मास्टर साहब 5 दिन बाद भी नहीं लौटे
बीपीएससी वेंडिंग मशीन में सुरक्षित डाटा से मिलान के दौरान जब अंगूठे का निशान नहीं मिला तो कर्मचारियों ने नवनियुक्त शिक्षक को ठीक से हाथ धोने को कहा. उस वक्त वह हाथ धोने के बहाने निकला, लेकिन पांच दिन बाद भी वापस नहीं लौटा.
बिहार में बिहार लोक सेवा आयोग (बीपीएससी) के माध्यम से पहले चरण में नियुक्त हुए शिक्षकों के थंब वेरिफिकेशन का काम चल रहा है. यह कार्य बीपीएससी की वेंडिंग मशीन में शिक्षकों के सेव किये गये डेटा का मिलान कर किया जा रहा है. इस प्रक्रिया के दौरान मुजफ्फरपुर के मुरौल प्रखंड में जब एक नवनियुक्त शिक्षक के अंगूठे के निशान का मिलान नहीं होने पर सत्यापन का काम कर रहे कर्मचारियों ने उसे ठीक से हाथ धोकर आने के लिए कहा. इसके बाद वो शिक्षक हाथ धोने के बहाने वहां से चला गया, लेकिन हैरानी की बात यह है कि वह पांच दिन बाद भी वापस नहीं लौटा. घंटों इंतजार के बाद उनके साथ आये प्रधानाध्यापक भी निराश होकर लौट गये. अब विभागीय अधिकारी उस शिक्षक की तलाश में जुट गये हैं.
थंब वेरिफिकेशन के लिए हाथ धोने गए मास्टर नहीं लौटे
दरअसल, शिक्षा विभाग के निर्देश पर प्रथम चरण में नियुक्त शिक्षकों का प्रखंडवार अंगूठे का सत्यापन चार जनवरी से किया जा रहा है. पहले दिन चार जनवरी को मुरौल के शिक्षकों को उनके प्रधानाध्यापकों के साथ बुलाया गया था. उक्त शिक्षक भी सत्यापन के लिए आया. लेकिन शिक्षा भवन स्थित काउंटर पर शिक्षक की पहचान आयोग के पुराने रिकार्ड में अपलोड फोटो से नहीं हो सकी. इस पर कर्मचारियों को कुछ संदेह हुआ.
इसके बाद जब अंगूठे के सत्यापन के लिए अंगूठे का निशान लिया जाने लगा तो वह भी मेल नहीं खा रहा था. इस पर कर्मियों ने शिक्षक से कहा कि अच्छे से हाथ धोकर आएं, उसके बाद सत्यापन किया जायेगा. शिक्षक वहां से चला गया, लेकिन सोमवार तक वापस नहीं लौटा.
संबंधित प्रधानाध्यापक से मांगी गई जानकारी
डीपीओ स्थापना डॉ. प्रफुल्ल कुमार मिश्र ने कहा कि इस मामले में संबंधित प्रधानाध्यापक से जानकारी मांगी जा रही है. किसी भी प्रकार की विसंगति पाए जाने पर आवश्यक कार्रवाई की जाएगी. उधर, शिक्षा भवन स्थित काउंटर पर सोमवार को भी अंगूठे का सत्यापन जारी रहा. मुशहरी प्रखंड में प्रतिनियुक्त शिक्षकों को उनके प्रधानाध्यापकों के साथ बुलाया गया था. वहीं, मंगलवार को बंदरा प्रखंड के शिक्षकों का वेरिफिकेशन किया जा रहा है.
जिले में करीब छह सौ अभ्यर्थियों ने नहीं करायी काउंसलिंग
पहले चरण के पूरक परिणाम व दूसरे चरण के परिणाम में चयनित अभ्यर्थियों की काउंसलिंग सोमवार को खत्म हो गयी. जिले में दूसरे चरण के करीब छह सौ अभ्यर्थियों ने काउंसलिंग नहीं करायी है. पूरक परिणाम के भी करीब 30 अभ्यर्थी नहीं आए. अधिकारियों का कहना है कि कुछ अभ्यर्थियों का दो-दो कैटेगरी में चयन हो गया था. इसके चलते ही जो बेहतर लगा, उसमें काउंसलिंग करा लिए .
दूसरे चरण के 1056 शिक्षकों की ट्रेनिंग चार केंद्रों पर शुरू
इधर, दूसरे चरण की बीपीएससी लिखित परीक्षा से चयनित 16 प्रखंडों के 1056 नवनियुक्त शिक्षकों के लिए आवासीय इंडक्शन ट्रेनिंग की शुरूआत मंगलवार से चार केंद्रों पर हो गयी. दो सप्ताह तक चलने वाले इस ट्रेनिंग के लिए सभी प्रखंडों से प्रतिभागियों तीन केंद्र आवंटित किए गए हैं.
प्रथम चरण के पूरक परिणाम के तहत चयनित शिक्षकों को भी इंडक्शन ट्रेनिंग का हिस्सा बनाया गया है. डीइओ अजय कुमार सिंह ने बताया कि नवनियुक्त शिक्षकों की इंडक्शन ट्रेनिंग 20 जनवरी तक चलेगी. शिक्षकों को पीटीइसी पताही, डायट, सीटीइ तुर्की व पीटीइसी चंदवारा से जोड़ा गया है.
Also Read: Video: केके पाठक ने क्या शिक्षक नियुक्ति पत्र वितरण समारोह से बनाई दूरी? 14 जनवरी तक जानें क्यों गए छुट्टी पर
Also Read: BPSC शिक्षक भर्ती परीक्षा में बड़ी गड़बड़ी ? थंब इंप्रेशन का शुरू हुआ सत्यापन तो गायब होने लगे टीचर