बिहार लोक सेवा आयोग (बीपीएससी) ने सोमवार को शिक्षक नियुक्ति परीक्षा के दूसरे चरण में भाषा (अर्हता) के क्वालिफाइंग मार्क्स को घटाकर शून्य कर दिया है. इस संबंध में बीपीएससी के परीक्षा नियंत्रक की ओर से जारी नोटिस में कहा गया है कि कक्षा एक से पांच तक की कक्षाओं को छोड़कर अन्य सभी कक्षाओं के विषयों की परीक्षा में पार्ट-1 भाषा (अर्हता) के अंक समाप्त कर दिए गए हैं. केवल कक्षा 1 से 5 (प्राथमिक शिक्षक) तक के भाग-1 भाषा (अर्हता) में प्राप्त अंकों का ही उपयोग मेरिट सूची तैयार करने में किया जाएगा. इस संबंध में आयोग के अध्यक्ष अतुल प्रसाद ने भी सोशल मीडिया पर पोस्ट कर जानकारी साझा की है.
बीपीएससी चेयरमैन ने किया पोस्ट
बीपीएससी चेयरमैन अतुल प्रसाद ने सोशल मीडिया साइट एक्स पर लिखा कि कि जैसा कि पहले घोषणा की गई थी, शिक्षक नियुक्ति के दूसरे चरण में प्राथमिक शिक्षक परीक्षा का भाषा अनुभाग केवल योग्यता प्रकृति का है और इसके अंक केवल योग्यता निर्धारित करने में टाई ब्रेकर 2 के रूप में उपयोग किए जाएंगे.
Just to clarify that as declared earlier, in TRE 2.0 PRT language section is only qualifying in nature and its marks will be used only as tie breaker 2 in determining the merit
— Atul Prasad (@atulpmail) December 18, 2023
इससे पहले यह था नियम, जिसे समाप्त किया गया
शिक्षक नियुक्ति के दूसरे चरण में अभ्यर्थियों की क्वालीफाईंग भाषा एवं सामान्य अध्ययन और विषय की परीक्षा दो अलग-अलग पेपर के बजाय एक ही पेपर में करायी गयी. प्रत्येक शिक्षक वर्ग के अभ्यर्थियों को 150 प्रश्नों वाली एक प्रश्न पुस्तिका दी गई, जो तीन अलग-अलग खंडों में विभाजित थी. सेक्शन एक में 30 अंक भाषा के लिए थे. यह क्वालिफाइंग था, जो बीपीएससी ने सोमवार को समाप्त कर दिया. खंड दो में सामान्य अध्ययन से 40 प्रश्न और खंड तीन में विषय से 80 प्रश्न थे. अब इन दोनों खंडों के 120 प्रश्नों के अंकों के आधार पर मेरिट सूची तैयार की जाएगी.
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क्वालीफाईंग में हिंदी और अंग्रेजी मिलाकर लाने थे नौ अंक, लेकिन इसे खत्म कर दिया
प्रश्न पत्र के पहले खंड के 30 प्रश्नों में 22 प्रश्न हिंदी के और आठ प्रश्न अंग्रेजी के पूछे गये थे. इस खंड में अभ्यर्थियों को 30 फीसदी अंक लाना अनिवार्य था. इसमें हिंदी और अंग्रेजी दोनों से अलग-अलग 30 फीसदी अंक नहीं लाकर बल्कि नौ अंक (30 फीसदी ) लाना था. लेकिन अब इसे हटा दिया है.
आपत्तियों की समीक्षा के बाद औपबंधिक आंसर की जारी
इसके अलावा बीपीएससी ने शिक्षक नियुक्ति परीक्षा के दूसरे चरण में आयोजित सात दिसंबर को प्रधानाध्यापक व द्वितीय पाली में नौवीं से 10वीं के संगीत व कला, आठ दिसंबर को नौवीं से 10वीं के 16 विषयों तथा 10 दिसंबर को छठी से आठवीं के उर्दू विषय में प्राप्त आपत्तियों की समीक्षा के बाद प्रश्न पुस्तिका श्रृंखला ‘ए’ के द्वितीय औपबंधिक आंसर की जारी कर दिया है.
प्रधानाध्यापक परीक्षा के दो और पर्शियन से छह प्रश्नों को बीपीएससी ने हटाया
जारी औपबंधिक आंसर की में बीपीएससी ने सात दिसंबर को प्रधानाध्यापक के लिए आयोजित परीक्षा में प्रश्न संख्या 73 व 95 को हटा दिया है. वहीं, आठ दिसंबर को आयोजित पर्शियन विषय के परीक्षा में छह प्रश्न को बीपीएससी ने हटा दिया है. पर्शियन विषय में प्रश्न संख्या 77, 84, 98, 107, 136, 148 को हटाया गया है.
औपबंधिक आंसर की पर भी दर्ज करा सकते हैं आपत्ति
बीपीएससी ने कहा है कि द्वितीय औपबंधिक आंसर की पर अगर किसी अभ्यर्थी को आपत्ति है, तो 19 और 20 दिसंबर को अपने यूजर नेम और पासवर्ड से लॉगइन कर डैशबोर्ड पर साक्ष्य को अपलोड करते हुए दर्ज करवाएं. इसके लिए प्रति प्रश्न 500 रुपये का शुल्क देना होगा.