BPSSC Exam News: बिहार पुलिस की भर्ती परीक्षाएं अब कागज कलम के साथ ना होकर ऑनलाइन मोड में हो सकती हैं. यानी अब अगर बिहार पुलिस में नौकरी की आप चाह रखते हैं और भर्ती परीक्षाओं की तैयारी करते हैं तो यह जानकारी आपके लिए बेहद अहम है. बिहार पुलिस अवर सेवा आयोग इसपर तेजी से काम कर रहा है और भविष्य में पुलिस भर्ती परीक्षआों को ऑनलाइन माध्यम से आयोजित कराया जा सकता है. राज्य सरकार के पास इसका प्रस्ताव भी अब भेजा जाएगा. यानी अब अभ्यर्थियों को इस मोड में परीक्षा देने के लिए भी मन ही मन तैयार हो जाना चाहिए. क्योंकि आयोग ने इसे लेकर बड़ी जानकारी साझा की है.
बिहार पुलिस अवर सेवा आयोग (BPSSC) के अध्यक्ष केएस द्विवेदी ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि आयोग के माध्यम से होने वाली परीक्षाएं भविष्य में ऑनलाइन हो सकती है. इसपर आयोग तेजी से काम भी कर रहा है और जल्द ही इससे संबंधित प्रस्ताव राज्य सरकार को भेजेगा. बताया गया कि ऑनलाइन परीक्षाएं आयोजित किये जाने संबंधित प्रस्ताव आयोग तैयार कर रहा है, जिसे एक-दो महीने में राज्य सरकार को भेज दिया जायेगा.
बिहार पुलिस अवर सेवा आयोग (BPSSC) के अध्यक्ष ने बताया कि दारोगा के 1275 पदों के लिए परीक्षाओं की प्रक्रियाएं निबटाते हुए दो महीने में रिजल्ट देने की कोशिश होगी. प्रारंभिक परीक्षा से मेधा सूची के आधार पर पद के 20 गुना यानी करीब 26 हजार अभ्यर्थियों का चुना जायेगा. यह परीक्षार्थी मुख्य परीक्षा देंगे. मुख्य परीक्षा में बैठने वाले परीक्षार्थियों में पद के छह गुना यानी करीब 7700 अभ्यर्थियों का चयन मेरिट के आधार पर फिजिकल के लिए होगा. परीक्षा की तीनों प्रक्रियाओं के दौरान परीक्षार्थियों के बायोमैट्रिक डिटेल का मिलान होगा. इससे गलत अभ्यर्थी के चयन की संभावना बिलकुल कम रहेगी.
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गौरतलब है कि बिहार पुलिस में दारोगा के 1275 पदों पर बहाली को लेकर रविवार को परीक्षा आयोजित की गयी है. प्रदेश के 38 जिलों में 613 सेंटरों पर 6 लाख से अधिक अभ्यर्थी परीक्षा देने के लिए पहुंचे. दो पालियों में बिहार पुलिस सब इंस्पेक्टर परीक्षा आयोजित की गयी है. वहीं बिहार पुलिस की परीक्षाओं को कदाचारमुक्त आयोजित कराने के लिए आयोग ने काफी तैयारी की. प्रश्न पत्र लीक होने की घटना कई परीक्षाओं में सामने आने के बाद अब प्रश्न पत्र के भी प्रत्येक पन्ने पर यूनिक कोड दे दिया गया है ताकि पत्र वायरल होने की स्थिति में तत्काल इसके लोकेशन का पता चल सके. वहीं 16 हजार से अधिक सीसीटीवी कैमरे विभिन्न सेंटरों पर लगाए गए. जबकि हर कैमरे से रिकॉर्ड हो रही गतिविधि की जांच कमांड एंड कंट्रोल सिस्टम में लगे बड़े स्क्रीनों से किया जा रहा है.