BRABU: बीआरए बिहार विश्वविद्यालय में पीजी विभागाध्यक्ष और प्राचार्यों की लापरवाही से बड़ी मुश्किल खड़ी हो सकती है. इस साल ताबड़तोड़ परीक्षा कराने की योजना विवि की ओर से तैयार की गयी है. कम समय से विद्यार्थियों की बेहतर तैयारी हो सके, इसके लिए स्नातक व पीजी के लिए मॉडल क्वेश्चन पेपर तैयार किया जाना है. लेकिन, इस कार्य में विभागाध्यक्ष व प्राचार्य रुचि नहीं ले रहे हैं. विवि की ओर से डीएसडब्ल्यू डॉ अभय कुमार सिंह ने 23 दिसंबर को पत्र भेजकर पांच दिन में मॉडल क्वेश्चन पेपर परीक्षा विभाग को उपलब्ध कराने का अनुरोध किया था, लेकिन नौ दिनों में केवल पांच विभाग व कॉलेज से ही मॉडल सेट मिला है.
मंगलवार को दे सकते हैं कई कॉलेज पश्न पत्र
परीक्षा नियंत्रक डाॅ संजय कुमार ने बताया कि अब तक चार-पांच विभाग व कॉलेजों से माॅडल प्रश्नपत्र मिला है. मंगलवार को विश्वविद्यालय खुलने के बाद कई जगहों से आ सकता है. मॉडल प्रश्नपत्र समय से उपलब्ध हो जाने पर परीक्षाओं के आयोजन में आसानी होगी. अब लगभग हर महीने कोई न कोई परीक्षा होगी. वहीं पीजी की परीक्षाओं में दो सेमेस्टर के बीच कम अंतराल मिलेगा. छात्र-छात्राओं की तैयारी उसी के अनुसार करायी जायेगी. डॉ संजय कुमार कहा कि सत्र नियमित करने में काॅलेजों व पीजी विभागों की अहम भूमिका है.
नियमित हो पीजी का सत्र
अध्यक्ष छात्र कल्याण डाॅ अभय कुमार सिंह ने बताया कि स्नातक और पीजी का सत्र नियमित हो, इसके लिए सभी पीजी विभागाध्यक्ष और काॅलेज के प्राचार्यों को पत्र भेजा गया है. उनसे अनुरोध किया गया है कि प्रत्येक सत्र-सेमेस्टर के लिए माॅडल प्रश्नपत्र तैयार कर विश्वविद्यालय को शीघ्र उपलब्ध करा दें. विश्वविद्यालय स्तर से वेबसाइट पर इसे अपलोड किया जायेगा. छात्र कम समय में उसी माॅडल प्रश्नपत्र से परीक्षा की तैयारी करेंगे. परीक्षा के लिए प्रश्नपत्र की तैयारी भी उसी के अनुसार की जायेगी.