मुजफ्फरपुर के बीआरए बिहार विश्वविद्यालय के 800 से अधिक शिक्षक जल्द ही करियर एडवांसमेंट स्कीम (कैश) के तहत प्रोन्नति पायेंगे. इससे उनका मासिक वेतनमान भी बढ़ जायेगा. इसमें बीपीएससी से वर्ष 2017 में बहाल सहायक प्राध्यापक भी शामिल होंगे. अर्हता रखने वाले सहायक प्राध्यापक को सीनियर स्केल में प्रोन्नति मिलेगी. राज्य सरकार ने इसे मंजूरी दे दी है. अपर मुख्य सचिव दीपक कुमार सिंह ने बुधवार को इस बाबत पत्र जारी कर कुलपति को निर्देश दिया है.
शैक्षणिक एवं शोध मानकों के आधार पर होगा मूल्यांकन
कैश के तहत शिक्षकों को प्रोन्नति की सुविधा प्रदान करने के लिए कई शैक्षणिक एवं शोध मानकों को आधार पर मूल्यांकन किया जाना है. इसके बाद ही अर्हता रखने वाले स्थिति में ही प्रोन्नति देय होगा. अपर मुख्य सचिव ने प्रोन्नति प्रक्रिया में गड़बड़ी करने वाले कर्मचारी व अधिकारी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की भी चेतावनी पत्र के माध्यम से दी है. सीनियर स्केल में कार्य कर रहे शिक्षकों को रीडर में और एसोसिएट प्रोफेसर से प्रोफेसर में प्रोन्नति मिलेगी.
कुलपति को राजभवन से लेनी होगा मंजूरी
बीआरए बिहार विवि के शिक्षकों को प्रोन्नति देने के लिए सरकार से मंजूरी तो मिल गयी है. लेकिन, प्रक्रिया शुरू करने से पूर्व बीआरए बिहार विवि के प्रभारी कुलपति को राजभवन से मंजूरी लेनी पड़ेगी. कारण कि कुलपति को रूटीन कार्यों के लिए ही राजभवन द्वारा अधिकृत किया गया है. किसी भी तरह के नीतिगत निर्णय से पूर्व राजभवन से मंजूरी लेना है. बिना मंजूरी अगर प्रक्रिया शुरू होती है, तब भविष्य में सवाल-जवाब हो सकता है.
समझें करियर एडवांसमेंट स्कीम को
करियर एडवांसमेंट स्कीम के तहत शोध पर अधिक जोर दिया गया है. अब प्रक्रिया शुरू होने के बाद रीडर स्तर के शिक्षकों के आवेदन के साथ-साथ उनके शोध कार्यों पर भी जोर दिया गया जायेगा. विश्वविद्यालय शिक्षकों व शोधार्थियों के बीच शोध का माहौल विकसित करने के लिए यूजीसी की ओर से नयी प्रोन्नति प्रक्रिया अपनाजी गयी है.