BRABU: कॉलेजों की लापरवाही से स्नातक के 60 हजार छात्रों की बढ़ी मुश्किलें, जानें कब होगी परीक्षा
BRABU: बीआरए बिहार विश्वविद्यालय में स्नातक सत्र 2019-22 के 60 हजार से अधिक विद्यार्थियों की मुश्किलें बढ़ती दिख रही हैं. विश्वविद्यालय प्रशासन की उदासीनता और कुछ कॉलेजों की लापरवाही के कारण सेकेंड इयर का रिजल्ट अब तक जारी नहीं हो सका है.
BRABU: बीआरए बिहार विश्वविद्यालय में स्नातक सत्र 2019-22 के 60 हजार से अधिक विद्यार्थियों की मुश्किलें बढ़ती दिख रही हैं. विश्वविद्यालय प्रशासन की उदासीनता और कुछ कॉलेजों की लापरवाही के कारण सेकेंड इयर का रिजल्ट अब तक जारी नहीं हो सका है. आधा दर्जन से अधिक कॉलेजों ने इंटरनल का मार्क्स परीक्षा विभाग को नहीं भेजा है. इसके चलते थर्ड इयर की परीक्षा भी समय से नहीं हो सकेगी. परीक्षा नियंत्रक डॉ संजय कुमार ने बताया कि स्नातक सेकेंड इयर की लिखित परीक्षा का रिजल्ट तैयार हो गया है. कॉलेजों से इंटरनल का अंक मिलने के बाद उसे जोड़कर रिजल्ट जारी कर दिया जायेगा. बार-बार रिमाइंडर के बाद भी कॉलेज गंभीरता से नहीं ले रहे हैं, जिसके चलते निर्धारित शेड्यूल के अनुसार परीक्षा कराना और रिजल्ट जारी करना मुश्किल हो रहा है. परीक्षा नियंत्रक ने कहा कि इस स्थिति से वरीय पदाधिकारियों को भी अवगत करा दिया गया है.
फरवरी 2023 तक देना है फाइनल रिजल्ट
विश्वविद्यालय ने फरवरी 2023 तक स्नातक सत्र 2019-22 का फाइनल रिजल्ट देने की योजना तैयार की थी. राजभवन व विभाग को परीक्षा कैलेंडर भी भेजा गया है. सरकार की ओर से जुलाई 2023 तक हर हाल में सत्र नियमित करने का निर्देश है. परीक्षा विभाग ने छठ की छुट्टी के दौरान ही सेकेंड इयर का रिजल्ट जारी करने की योजना बनायी थी. नवंबर के पहले हफ्ते से थर्ड इयर का परीक्षा फॉर्म भरवाते हुए नवंबर के अंतिम हफ्ते या दिसंबर के पहले हफ्ते से परीक्षा शुरू करानी थी. लेकिन, अब तक सेकेंड इयर का रिजल्ट तैयार नहीं होने के कारण सारी योजनाएं धरी रह गयीं. परीक्षा नियंत्रक का कहना है कि सरकार की ओर से सत्र नियमित करने का दबाव है, लेकिन कुछ कॉलेजों पर कोई असर नहीं है.
लगातार छुट्टी और हड़ताल से काम प्रभावित
विश्वविद्यालय का काम करीब एक महीने से लगातार छुट्टी और हड़ताल के कारण प्रभावित हो रहा है. अक्तूबर में दशहरा व दिवाली-छठ की लंबी छुट्टी के साथ ही दो दिन छात्रों ने विश्वविद्यालय बंद कराया. तीन नवंबर को विश्वविद्यालय खुला, तो एक कर्मी के निधन के कारण शोक सभा के बाद छुट्टी हो गयी. चार व पांच नवंबर को कर्मचारी सामूहिक अवकाश पर थे, जिससे कोई काम नहीं हो सका. छह नवंबर को रविवार की छुट्टी थी, तो सात नवंबर यानि सोमवार को भी शोकसभा के बाद विश्वविद्यालय बंद हो गया. आठ नवंबर को कार्तिक पूर्णिमा का अवकाश है. लगातार छुट्टी के चलते काम का बोझ भी बढ़ता जा रहा है.