BRABU: नैक मुल्यांकन के लिए इको क्लब का होगा गठन, हरियाली का संदेश देंगे कॉलेज
BRABU के अंगीभूत कॉलेज हरियाली का संदेश देंगे. कॉलेजों में इको क्लब का भी गठन किया जाना है. कई कॉलेजों में क्लब गठन की प्रक्रिया पूरी हो चुकी है, जबकि अन्य में तैयारी चल रही है. दरअसल, नैक मूल्यांकन की तैयारी को लेकर विवि की ओर से सभी कॉलेजों को निर्देश दिया गया है.
BRABU के अंगीभूत कॉलेज हरियाली का संदेश देंगे. कॉलेजों में इको क्लब का भी गठन किया जाना है. कई कॉलेजों में क्लब गठन की प्रक्रिया पूरी हो चुकी है, जबकि अन्य में तैयारी चल रही है. दरअसल, नैक मूल्यांकन की तैयारी को लेकर विवि की ओर से सभी कॉलेजों को निर्देश दिया गया है. इसी के तहत इको क्लब सहित दर्जनभर कमेटियों का गठन किया जा रहा है. इन कमेटियों में तीन से पांच फैकल्टी मेंबर रहेंगे. इनकी देखरेख में ही कमेटी संबंधित गतिविधियों को पूरा करेंगी. इको क्लब के अलावा कल्चरल कमेटी, स्पोर्ट्स कमेटी, इक्वल अपॉर्च्युनिटी सेल, प्लेसमेंट सेल, विमेंस सेल, एंटी रैगिंग सेल व योगा सोसाइटी का गठन करके नियमित गतिविधियां करानी हैं. बिहार विवि के 39 अंगीभूत और तीन गवर्नमेंट कॉलेजों में नैक का मूल्यांकन कराना है. इसमें करीब दर्जनभर कॉलेजों में दूसरे चरण का मूल्यांकन होना है.
नैक के लिए कॉलेजों में जरूरी हैं गतिविधियां
नैक मूल्यांकन कराने के लिए कॉलेजों को गैर शैक्षणिक गतिविधियों काे भी प्रमुखता देनी होगी. खासकर सात प्रमुख बिंदुओं पर कार्य करना होगा. क्लास रूम की पढ़ाई के साथ विद्यार्थियों की मानसिक व शारीरिक शिक्षा पर भी ध्यान देना जरूरी है. पर्यावरण सुरक्षा, प्लेसमेंट, लाइब्रेरी का डिजिटलीकरण, महिला सुरक्षा, वेस्ट मैनेजमेंट आदि पर भी कार्य करने की जरूरत है.
कॉलेजों को देनी होती है सेल्फ स्टडी रिपोर्ट
नैक से मूल्यांकन कराने के लिए कॉलेजों को सेल्फ स्टडी रिपोर्ट देनी होती है. उसको दो भागों में बांटा जाता है. पहले में आधारभूत सुविधाओं को शामिल किया गया है, जबकि दूसरे में शैक्षणिक गतिविधियों को शामिल किया जाता है. आधारभूत ढांचे में कॉलेज का प्रोफाइल, वित्तीय सहयोग, मान्यता की स्थिति बतानी होती है.
राज्यस्तर पर भी सख्ती
कॉलेजों के नैक से मूल्यांकन के लिए राज्य स्तर पर भी सख्ती की जा रही है. राजभवन व सरकार के स्तर पर होने वाली प्रत्येक बैठक में नैक मूल्यांकन के लिए निर्देश जारी हो रहा है. कॉलेजों में किसी विषय की पढ़ाई शुरू करने के लिए संबद्धता में सरकार ने नैक से मूल्यांकन अनिवार्य शर्त कर दी गयी है. इसी को लेकर विश्वविद्यालय की ओर से कॉलेजों को नैक से मान्यता के लिए समय-समय पर दिशा निर्देश दिया जा रहा है.