बीआरए बिहार विश्वविद्यालय में स्नातक सत्र 2022-25 के लिए जारी पहली मेधा सूची के आधार पर मंगलवार से नामांकन की प्रक्रिया शुरू होगी, जिसमें करीब दर्जनभर संबद्ध कॉलेजों में बोहनी होना भी मुश्किल है. पहली मेधा सूची 90 हजार सीटों के लिए जारी की गयी है. अधिकतर अभ्यर्थियों के प्रथम वरीयता वाले कॉलेजों का विकल्प दिया गया है, जिसमें अंगीभूत कॉलेजों को अधिक सीट मिले हैं. वहीं आवेदन के अंतिम समय में पोर्टल पर जुड़े दर्जनभर कॉलेजों का नाम गिनती के छात्रों ने ही विकल्प में दिया है.
स्नातक में आवेदन के लिए विवि ने 30 जून तक अंतिम अवसर दिया था. इस दौरान 1.42 लाख अभ्यर्थियों ने आवेदन किया. इसके बाद सीबीएसइ का रिजल्ट आया, तो फिर से एक हफ्ते के लिए पोर्टल खोला गया. तब तक पोर्टल पर 96 कॉलेजों का ही नाम था. मुजफ्फरपुर सहित पांच जिलों के करीब 10 हजार विद्यार्थियों ने आखिरी एक हफ्ते में आवेदन किया. इस बीच दर्जनभर कॉलेजों को सरकार से अनुमति मिल गयी. ऐसे में नये कॉलेजों का विकल्प शायद ही किसी छात्र ने दिया हो.
यूएमआइएस को-ऑर्डिनेटर डॉ टीके डे ने बताया कि विश्वविद्यालय के पोर्टल पर 108 कॉलेजों का नाम जुड़ गया है. जिस समय आवेदन का मुख्य समय दिया गया था, तब 96 कॉलेज ही थे. सरकार से जैसे-जैसे कॉलेजों को अनुमति मिली, उसी तरह पोर्टल पर नाम जोड़ दिया गया. यदि विद्यार्थियों ने नये कॉलेजों का नाम विकल्प में दिया होगा, तभी उन्हें वह कॉलेज आवंटित किया जाएगा.
पहली मेधा सूची के आधार पर नामांकन के लिए 16 से 25 अगस्त तक का समय दिया गया है. विवि की ओर से कहा गया है कि मेधा सूची में नाम आने के बाद यदि विद्यार्थी नामांकन नहीं लेते हैं, तो उनका दावा खत्म हो जाएगा. उस सीट को खाली मानते हुए दूसरी मेधा सूची तैयार की जाएगी. डॉ टीके डे ने बताया कि सभी कॉलेजों के प्राचार्यों को कहा गया है कि प्रतिदिन नामांकन लेने वाले विद्यार्थियों की सूची विश्वविद्यालय के पोर्टल पर अपडेट करेंगे.
सीट से काफी कम संख्या में आवेदन होने के कारण अधिकतर कॉलेजों में इस साल भी सीट खाली रह जाएगा. 108 कॉलेजों में विभिन्न विषयों के पौने दो लाख से अधिक सीट होंगे, जबकि करीब डेढ़ लाख छात्र-छात्राओं ने ही आवेदन किया है. बिहार विश्वविद्यालय में सत्र 2022-25 के लिए 108 कॉलेजों का नाम पोर्टल पर जोड़ा गया है. इसमें 39 अंगीभूत व तीन गवर्नमेंट कॉलेज है. इसके अलावा 66 संबद्ध कॉलेज है.