बीआरए बिहार विश्वविद्यालय के पैट (पीएचडी एडमिशन टेस्ट) 2020 में सफल होने के बाद यदि फाइनल मेरिट लिस्ट में जगह नहीं मिल सकी, तो अभ्यर्थी अगले दो सत्र में सीधे संबंधित विभाग के इंटरव्यू में शामिल होंगे. ऐसे अभ्यर्थियों को पैट 2021 में नेट-जेआरएफ की तरह लिखित परीक्षा से एग्जंप्शन का लाभ मिलेगा. हालांकि इसके लिए उन्हें आवेदन की प्रक्रिया पूरी करनी होगी. विवि की ओर से पीएचडी सत्र 2020 में नामांकन के लिए पिछले हफ्ते फाइनल मेरिट लिस्ट जारी की गयी है, जिस पर सोमवार से संबंधित विभागों में कोर्स वर्क के लिए नामांकन शुरू हो चुका है. लिखित परीक्षा में सफल करीब दाे सौ अभ्यर्थी इंटरव्यू या पीजी के मार्क्स के कारण फाइनल मेरिट लिस्ट में नहीं आ सके हैं. ऐसे अभ्यर्थी पैट 2021 या पैट 2022 में आवेदन करेंगे, तो उन्हें लिखित परीक्षा से छूट देकर सीधे इंटरव्यू में शामिल किया जायेगा.
पीएचडी एडमिशन टेस्ट की वैधता तीन सत्र के लिए होती है. यानी, अभ्यर्थी तीन सत्र तक इंटरव्यू में शामिल हो सकते हैं. पैट 2020 में सफल अभ्यर्थी पैट 2021 व पैट 2022 में सीधे इंटरव्यू दे सकेंगे. पैट 2020 के नोडल पदाधिकारी डॉ प्रमोद कुमार ने कहा कि एक बार लिखित परीक्षा पास कर चुके अभ्यर्थियों को तीन सत्र के इंटरव्यू में शामिल होने का अवसर मिल सकता है. पैट 2020 के सफल अभ्यर्थी यदि इंटरव्यू के बाद भी फाइनल सूची में नहीं आ सके, तो अगले दो सत्र की लिखित परीक्षा में एग्जंप्शन का लाभ मिलेगा.
बीआरए बिहार विश्वविद्यालय में पीएचडी का सत्र भी दो साल विलंब चल रहा है. अभी सत्र 2020 के नामांकन की प्रक्रिया चल रही है. वहीं पैट 2021 के लिए आवेदन लिया जा चुका है. जल्द ही लिखित परीक्षा, इंटरव्यू सहित अन्य प्रक्रिया पूरी करके नामांकन लिया जायेगा. वहीं सत्र नियमित करने के लिए पैट 2022 का नामांकन भी सालभर के अंदर ही करना है, ताकि अगले साल अंतिम महीने तक पैट 2023 का नामांकन हो सके.
कुलसचिव प्रो आरके ठाकुर ने कहा कि अभी पैट 2021 के लिए दो बार आवेदन का पोर्टल खोला जा चुका है. यदि पैट 2020 के फाइनल मेरिट लिस्ट में नहीं आने वाले अभ्यर्थियों की ओर से आवेदन मिलता है, तो फिर से पोर्टल खोलने पर निर्णय लिया जायेगा.