BRABU पीएचडी एडमिशन टेस्ट 2021 का डेट जारी, विवि ने शुरू की तैयारी, जानें पूरा डिटेल
BRABU: बीआरए बिहार विश्वविद्यालय की ओर से पैट 2021 का आयोजन दिसंबर में किया जायेगा. इसको लेकर अगले महीने से तैयारी शुरू कर दी जायेगी. करीब 2100 अभ्यर्थियों ने आवेदन किया है. हालांकि अभी पैट 2021 के लिए सीट तय नहीं है.
BRABU: बीआरए बिहार विश्वविद्यालय की ओर से पैट 2021 का आयोजन दिसंबर में किया जायेगा. इसको लेकर अगले महीने से तैयारी शुरू कर दी जायेगी. करीब 2100 अभ्यर्थियों ने आवेदन किया है. हालांकि अभी पैट 2021 के लिए सीट तय नहीं है. अगले हफ्ते विश्वविद्यालय खुलने के बाद से सीट निर्धारण व रोस्टर की प्रक्रिया शुरू की जायेगी. विश्वविद्यालय में स्नातक व पीजी के साथ ही शोध का सत्र भी विलंब से चल रहा है. पैट 2020 के सफल अभ्यर्थियों का कोर्स वर्क सितंबर में शुरू हुआ है. विवि के अधिकारियों का कहना है कि कोर्स वर्क शुरू होने के बाद अब सत्र 2021 की प्रक्रिया शुरू होगी. यूजीसी रेगुलेशन 2016 के तहत पीएचडी में नामांकन लिया जायेगा. हालांकि पैट 2022 को लेकर अभी विश्वविद्यालय स्तर पर कोई सुगबुगाहट नहीं है. राजभवन और सरकार की ओर से सत्र नियमित करने को लेकर लगातार निर्देश दिया जा रहा है.
छह महीने से परीक्षा का इंतजार कर रहे अभ्यर्थी
विश्वविद्यालय के विभिन्न विभागों से शोध के लिए आवेदन करने वाले सैकड़ों अभ्यर्थी पिछले छह महीने से परीक्षा का इंतजार कर रहे हैं. पिछले साल नवंबर में विवि की ओर से पैट 2021 का नोटिफिकेशन किया गया था. दिसंबर तक ऑनलाइन आवेदन की प्रक्रिया पूरी की गयी. अभ्यर्थियों से आवेदन की हॉर्ड कॉपी भी जमा करायी गयी. इसके बाद करीब छह महीने पहले विवि ने फिर से आवेदन के लिए पोर्टल खोल दिया. दूसरे चरण की आवेदन की प्रक्रिया पूरी होने के बाद से अभ्यर्थियों को परीक्षा का इंतजार शुरू हो गया.
पैट 2020 का सालभर बाद शुरू हुआ कोर्सवर्क
उच्च शिक्षण संस्थानों के शैक्षणिक गुणवत्ता का पैमाना शोध कार्य होता है, लेकिन बिहार विश्वविद्यालय की स्थिति बेहद खराब है. पैट 2020 के सफल अभ्यर्थियों का कोर्सवर्क सालभर बाद शुरू हो सका. अगस्त 2021 में लिखित परीक्षा ली गयी थी, जिसका परिणाम भी हफ्तेभर में जारी हो गया. लेकिन, परिणाम में गड़बड़ी के कारण विरोध हो गया. इसके बाद छह-सात महीने उसको संशोधित करने में लग गये. फाइनल परिणाम जारी होने के बाद नामांकन की प्रक्रिया पूरी करने में भी दो-तीन महीने का समय लग गया.