बीआरएबीयू: स्नातक द्वितीय वर्ष परीक्षा 15 मई से, प्रवेश पत्र जारी, पांच जिलों में 46 केंद्रों पर परीक्षा

15 मई से द्वितीय वर्ष की परीक्षा शुरू होगी. 30 मई तक दो शिफ्ट में परीक्षा होनी है. इसमें 1.15 लाख परीक्षार्थी शामिल होंगे. मुजफ्फरपुर के साथ ही वैशाली, पूर्वी चंपारण, पश्चिमी चंपारण और सीतामढ़ी जिले में 46 परीक्षा केंद्र बनाये गये हैं. स्नातक द्वितीय वर्ष परीक्षा को लेकर तैयारी पूरी कर ली गयी है.

By Prabhat Khabar News Desk | May 12, 2023 1:35 AM

मुजफ्फरपुर: बीआरए बिहार विश्वविद्यालय ने स्नातक सत्र 2020-23 के द्वितीय वर्ष की परीक्षा के लिए गुरुवार को प्रवेश पत्र जारी कर दिया है. सभी कॉलेजों को ई-मेल से प्रवेश पत्र भेजा गया है. कॉलेज में डाउनलोड कर प्राचार्य के हस्ताक्षर व मुहर के साथ परीक्षार्थियों को प्रवेश पत्र दिया जायेगा. 15 मई से द्वितीय वर्ष की परीक्षा शुरू होगी. 30 मई तक दो शिफ्ट में परीक्षा होनी है. इसमें 1.15 लाख परीक्षार्थी शामिल होंगे. मुजफ्फरपुर के साथ ही वैशाली, पूर्वी चंपारण, पश्चिमी चंपारण और सीतामढ़ी जिले में 46 परीक्षा केंद्र बनाये गये हैं. परीक्षा नियंत्रक डॉ टीके डे ने बताया कि स्नातक द्वितीय वर्ष परीक्षा को लेकर तैयारी पूरी कर ली गयी है. गुरूवार को सभी कॉलेजों को एडमिट कार्ड भेज दिया गया. सभी प्राचार्यों को कहा गया है कि एडमिट कार्ड डाउनलोड करके प्राचार्य के हस्ताक्षर व मुहर के बाद विद्यार्थियों को उपलब्ध करा दें. इसके साथ ही सभी केंद्राध्यक्षों को भी कदाचारमुक्त व स्वच्छ माहौल में परीक्षा संचालित कराने को कहा गया है. परीक्षा नियंत्रक ने कहा कि सभी केंद्रों पर परीक्षार्थियों के लिए मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए भी कहा गया है. परीक्षा केंद्र को अंतिम रूप देने से पहले संबंधित कॉलेजों से फोटो सहित रिपोर्ट मांगी गयी थी.

परीक्षा के साथ शुरू हो जायेगी कॉपियों की कोडिंग

परीक्षा के साथ ही उत्तर पुस्तिकाओं की बार कोडिंग भी की जायेगी. इसके लिए परीक्षा के दिन ही कॉलेजों से कॉपी मंगा ली जायेगी. जैसे-जैसे परीक्षा होगी, उसी अनुसार कॉपियों की कोडिंग पूरी होती जायेगी. परीक्षा खत्म होने के बाद उसी दिन कॉपी जमा कराने के लिए सभी केंद्रों की मैपिंग की गयी है. परीक्षा नियंत्रक का कहना है कि परीक्षा के बाद समय से मूल्यांकन शुरू करने और रिजल्ट देने के लिए पूरी तैयारी कर ली गयी है. सभी कॉलेजों के प्राचार्यों को कहा गया है कि विश्वविद्यालय का सत्र पटरी पर लाने के लिए सहयोग करें.

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प्रैक्टिकल के लिए दुबारा समय की मांग कर रहे छात्र

परीक्षा विभाग ने लिखित परीक्षा से पहले प्रायोगिक परीक्षा करा लिया है, ताकि समय से रिजल्ट जारी हो सके. इसके बाद भी कई कॉलेजों में सैकड़ों छात्र प्रायोगिक परीक्षा से वंचित रह गये हैं. छात्र जब कॉलेज में जा रहे, तो उन्हें सीधे विश्वविद्यालय भेज दिया जा रहा है. परीक्षा नियंत्रक डॉ टीके डे ने कहा कि लिखित परीक्षा 30 मई को खत्म होगी. इसके बाद प्रैक्टिकल के लिए एक दिन का समय देंगे. इससे पहले कॉलेज की ओर से परीक्षा विभाग को यह अनुरोध भेजना होगा कि कितने बच्चों का प्रैक्टिकल छूट गया है.

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