BRABU: यूजी व पीजी में नहीं मिले छात्र, आधी सीटों पर भी एडमिशन नहीं, तीन सितंबर तक बढ़ा नामांकन तिथि
बीआरए बिहार यूनिवर्सिटी के अंडर ग्रेजुएट (यूजी स्नातक सत्र 2022-25) एवं पोस्ट ग्रेजुएट (पीजी सत्र 2021-23) में नामांकन में फर्स्ट मेरिट लिस्ट में आधी सीट खाली रह गयी. पहले लिस्ट में नामांकन की तारीख 25 अगस्त थी. ऐसे में अब इसे बढ़ाकर तीन सितंबर तक कर दिया गया है.
बीआरए बिहार यूनिवर्सिटी के अंडर ग्रेजुएट (यूजी स्नातक सत्र 2022-25) एवं पोस्ट ग्रेजुएट (पीजी सत्र 2021-23) में नामांकन की गति धीमी है. लंबे इंतजार के बाद यूनिवर्सिटी ने यूजी के 90 हजार एवं पीजी के 5800 छात्र-छात्राओं का फर्स्ट मेरिट लिस्ट निकाला. नामांकन के लिए दस दिनों की समय-सीमा तय की गयी. 25 अगस्त आखिरी तिथि थी. लेकिन, मेरिट लिस्ट में शामिल छात्र-छात्राओं की रुचि नहीं लेने के कारण मेरिट लिस्ट के अनुपात में 50 फीसदी सीटें भी नहीं भरीं. इस कारण विवि ने फर्स्ट मेरिट लिस्ट में जिन छात्र-छात्राओं के नाम शामिल हैं, उन्हें नामांकन लेने के लिए 3 सितंबर तक की मोहलत दी गयी है. हालांकि, तिथि बढ़ाने की अधिसूचना के साथ नामांकन के गाइडलाइन में भी कुछ संशोधन होगा. विवि में इस पर गुरुवार की देर रात तक मंथन चलता रहा.
छात्राओं की फीस के चक्कर में नामांकन की रफ्तार है धीमी
राज्य सरकार ने उच्च शिक्षा ग्रहण करने वाली सभी छात्राओं की फीस माफ कर दी गयी है. यानी, नामांकन के वक्त कॉलेजों को राशि नहीं लेनी है. जो भी राशि होगी, वह राशि कॉलेज को सीधे सरकार से उनके बैंक अकाउंट में ट्रांसफर होगा. हालांकि, अब तक राशि किसी कॉलेज को नहीं मिली. इस कारण कॉलेज सरकार के आदेश का पालन किये बिना सभी छात्राओं से राशि जमा करा रही है. इसको लेकर जहां छात्र संगठन आंदोलन पर उतरे हुए हैं. दूसरी ओर, शुल्क माफ होने के इंतजार व ऊहापोह के कारण भी बहुत सारी लड़कियां मेरिट लिस्ट में होने के बाद भी एडमिशन नहीं ले रही हैं.
स्नातक के फर्स्ट मेरिट लिस्ट में 90 हजार छात्र-छात्राओं का नाम शामिल
विवि ने स्नातक में नामांकन के लिए जो फर्स्ट मेरिट लिस्ट निकाला है, उसमें 90 हजार छात्र-छात्राओं का नाम शामिल है. 24 अगस्त तक 25 हजार 500 छात्रों ने एडमिशन लिया था. आखिरी दिन 25 अगस्त को कॉलेजों में काफी भीड़ दिखी. दोपहर तक विवि के पोर्टल पर जो अपडेट किया गया था. इसके अनुसार 35 हजार तक इसकी संख्या पहुंच गयी थी. यूएमआइएस कोऑर्डिनेटर डॉ टीके डे ने बताया कि 40 हजार के आसपास सीटों पर नामांकन हो पाया है. पीजी में भी दो हजार के नीचे ही सीटें भरी है. स्नातक में कुल डेढ़ लाख सीट है. 1.43 लाख छात्रों ने विवि के 108 सरकारी व प्राइवेट कॉलेजों में नामांकन के लिए अप्लाई किया है.