बिहार में कम नहीं हो रही रिश्वतखोरी, नवादा में निगरानी के हत्थे चढ़ा घूसखोर दारोगा
घूसखोर दारोगा नवादा नगर थाने में तैनात है और थाने के पीछे रिश्वत के पैसे ले रहा था. दारोगा को गिरफ्तार करने के बाद निगरानी की टीम उसे अपने साथ लेकर चली गई. निगरानी की इस कार्रवाई के अन्य पुलिसकर्मियों में हड़कंप मच गया है.
नवादा. बिहार में रिश्वतखोरी कम नहीं हो रही है. आये दिन रिश्वत लेते कोई न कोई सरकारी कर्मी गिरफ्तार हो रहा है, इसके बावजूद लोगों में न जेल जाने का डर है ना सामाजिक लज्जा ही इन लोगों के अंदर देखने को मिलती है. ताजा मामला नवादा से है. यहां निगरानी विभाग की टीम ने एक घूसखोर दारोगा को एक लाख रुपए रिश्वत लेते रंगेहाथ दबोचा है. आरोपित दारोगा केस से नाम हटाने के एवज में एक महिला से घूस ले रहा था, तभी निगरानी की टीम ने उसे गिरफ्तार कर लिया. घूसखोर दारोगा नवादा नगर थाने में तैनात है और थाने के पीछे रिश्वत के पैसे ले रहा था. दारोगा को गिरफ्तार करने के बाद निगरानी की टीम उसे अपने साथ लेकर चली गई. निगरानी की इस कार्रवाई के अन्य पुलिसकर्मियों में हड़कंप मच गया है.
केस से नाम हटाने के बदले मांग रहा था पैसा
घटना के संबंध में बताया जाता है कि नवादा सदर थाना क्षेत्र के नवीन नगर की रहने वाली ममता कुमारी नगर थाना में दर्ज केस से अपने माता-पिता और दो भाइयों का नाम हटाने की गुहार पुलिस से लगा रही थी. केस से नाम हटाने के लिए नवादा नगर थाना में तैनात दारोगा लाल बाबू यादव उससे पैसों की मांग कर रहा था. दारोगा बिना पैसों के काम करने को तैयार नहीं थी. बार-बार पैसों का दबाव बनाने के बाद पीड़ित महिला ने इसकी शिकायत निगरानी से की.
एक लाख रुपए ले रहा था घूस
दारोगा के खिलाफ शिकायत दर्ज होने के बाद निगरानी ने जांच में मामले को सही पाया और टीम का गठन कर आरोपित को दबोचने के लिए जाल बिछाया. सोमवार की सुबह जब आरोपी दारोगा थाने के पीछे महिला से रिश्वत के तौर पर एक लाख रुपए ले रहा था, तभी निगरानी की टीम ने उसे रंगेहाथ धर दबोचा. आरोपी दारोगा को गिरफ्तार करने के बाद निगरानी की टीम उसे अपने साथ ले गयी. वहां पूछताछ के बाद उसे कोर्ट के समक्ष पेश किया जाएगा.