भागलपुर: विक्रमशिला सेतु को पुल निर्माण निगम ने अपने पास से एनएच विभाग को हैंडओवर कर दिया है. साथ ही दोनों विभागों के बीच लिखित में हैंडओवर-टेकओवर की प्रक्रिया भी पूरी कर ली गयी है. विक्रमशिला सेतु का मेंटेनेंस अब एनएच विभाग ही करेगा. नवगछिया से भागलपुर बाइपास होकर हंसडीहा जाने वाली रोड को एनएच का दर्जा मिला है. यह रोड पथ निर्माण विभाग के अधीन है. कुछ दिन पहले विक्रमशिला सेतु के अप्रोच रोड को एनएच विभाग को हैंडओवर किया गया है. हंसडीहा रोड को बरसात के बाद एनएच विभाग को हैंडओवर करेगा. इस मार्ग पर विक्रमशिला सेतु रहने से पुल निर्माण निगम ने एनएच विभाग को हैंडओवर किया है.
विक्रमशिला सेतु को लेकर कागजों पर खूब चक्कर लगाया गया. यह सेतु पहले पुल निर्माण निगम के पास था. सही से मेंटेनेंस नहीं होने के कारण साल 2015 में इससे लेकर पुल निर्माण निगम विशेष कार्य प्रमंडल, खगड़िया को सौंप दिया गया था. खगड़िया प्रमंडल ने ही सेतु का मरम्मत भी कराया था. इसके बाद साल 2019 में उनसे लेकर पुन: पुल निर्माण निगम कार्य प्रमंडल, भागलपुर को सौंप दिया गया. तभी से यह सेतु पुल निर्माण निगम कार्य प्रमंडल, भागलपुर के पास था.
बता दें कि एनएच विभाग लोहिया पुल का मेंटेनेंस नहीं करा सका था, तो हेडक्वार्टर ने यह जिम्मेदारी पीडब्ल्यूडी को सौंपी थी. पीडब्ल्यूडी ने मई 2020 में करीब 68 लाख रुपये खर्च कर मरम्मत कराया था. जबकि, लोहिया पुल के मेंटेनेंस को लेकर पुल निर्माण निगम और एनएच विभाग के बीच विवाद चल रहा था. पूर्व पथ निर्माण मंत्री तेजस्वी यादव ने साल 2015 में विवाद सुलझाते हुए मेंटेनेंस की जिम्मेदारी एनएच विभाग को सौंपी थी. 2019 तक लोहिया पुल का मेंटेनेंस नहीं करा सका था.
एनएच विभाग पर अब एक और जिम्मेदारी बढ़ गयी है. विक्रमशिला सेतु के मेंटेनेंस की. जबकि, पहले से ही यह विभाग जिम्मेदारी के बोझ तले दबा हुआ है. ऐसे में विक्रमशिला सेतु के मेंटेनेंस पर संशय बन गया है. एनएच विभाग मिनिस्ट्री से अलाइनमेंट की मंजूरी लेकर भागलपुर-हंसडीहा रोड का फोरलेन निर्माण शुरू नहीं करा सका है. वर्तमान में हंसडीहा रोड को टेकओवर करने से यह कह कर टालमटोल कर रहा है कि पीडब्ल्यूडी के पास है तो इसका कम से कम मेंटेनेंस हो रहा है.