पटना. नये साल में सरकार से अनुदान का लाभ लेकर लोग अपने-अपने घरों को सौर ऊर्जा से रोशन कर सकेंगे. इसके लिए बिजली कंपनी ने पहल करते हुए सौर ऊर्जा से अतिरिक्त 20 मेगावाट बिजली उत्पादन की मंजूरी केंद्र सरकार से ली है.
इससे करीब 10 हजार लोगों के लाभान्वित होने की संभावना है. इसके लिए बिजली कंपनी आवेदन मंगवाने की प्रक्रिया शुरू करेगी. इसके पहले करीब पांच मेगावाट बिजली उत्पादन की मंजूरी मिली थी, जिसके लिए लोगों से आवेदन भी मंगवाये गये थे.
सौर ऊर्जा से पांच मेगावाट बिजली उत्पादन के लिए करीब 2754 लोगों का चयन कर सर्वेक्षण किया जा रहा है. सर्वेक्षण में ठीक पाये जाने वालों के घरों की छतों पर बहुत जल्द सोलर प्लेट लगने लगेंगे. इसके लिए 22 जून, 2020 से आवेदन मंगवाये गये थे. इस पर करीब 65 फीसदी तक अनुदान दिये जा रहे हैं.
सूत्रों के अनुसार पहले बिजली कंपनी ने सौर ऊर्जा प्लेट लगवाने के लिए आवेदन मांगे थे. पहले आओ, पहले पाओ के आधार पर करीब 2754 लोगों का चयन कर सर्वेक्षण किया जा रहा है.
इसके तहत साउथ बिहार पावर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी लिमिटेड (एसबीपीडीसीएल) के तहत तीन मेगावाट के लिए 1329 और नॉर्थ बिहार पावर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी लिमिटेड (एनबीपीडीसीएल) के तहत दो मेगावाट में से 1425 लोग शामिल हैं. बिजली कंपनी के अनुसार चयनित एजेंसी के माध्यम से रूफटॉप सोलर पावर प्लांट निजी परिसरों में लगाये जायेंगे.
इसका कनेक्शन ग्रिड से किया जायेगा. इस प्लांट के पांच साल तक रखरखाव की नि:शुल्क जिम्मेवारी संबंधित एजेंसी की ही होगी. सामान्य तौर पर सोलर पैनल की आयु 25 वर्ष होती है. लोगों को काफी फायदा होगा.
कंपनी के सूत्रों के अनुसार इस योजना के लिए केवल घरेलू और आवासीय सोसाइटी के उपभोक्ता ही मान्य हैं. इसके तहत कम से कम एक किलोवाट क्षमता का सौर ऊर्जा संयंत्र लगवाना होगा. वहीं उपभोक्ताओं के अधिकतम स्वीकृत लोड के आधार पर उन्हें अधिकतम सौर ऊर्जा संयंत्र की भी स्वीकृति दी जायेगी.
फिलहाल सौर ऊर्जा संयंत्र से पांच मेगावाट तक बिजली उत्पादन के लिए बिजली कंपनी ने लागत और अनुदान की घोषणा की थी. उसके अनुसार घरों की छतों पर एक से तीन किलोवाट तक के सोलर प्लांट की अनुमानित लागत करीब 49 हजार 710 रुपये प्रति किलोवाट है.
इसपर सरकार 65 फीसदी अनुदान देगी और 35 फीसदी लागत उपभोक्ता को वहन करनी होगी. वहीं तीन से 10 किलोवाट तक साेलर प्लांट की लागत करीब 49 हजार 710 रुपये प्रति किलोवाट है.
इस पर सरकार 45 फीसदी अनुदान देगी और 55 फीसदी लागत उपभोक्ता को वहन करना होगा. हाउसिंग सोसाइटी में प्लांट की लागत बिजली कंपनी के अनुसार एक से 10 किलोवाट तक के प्लांट की लागत करीब 49 हजार 710 रुपये प्रति किलोवाट है.
इस पर सरकारी अनुदान 45 फीसदी मिलेगा और 55 फीसदी लागत उपभोक्ता को वहन करना होगा. वहीं 10 से 500 किलोवाट तक प्लांट की अनुमानित लागत 46 हजार 210 रुपये है. इस पर सरकारी अनुदान 45 फीसदी मिलेगा और उपभोक्ताओं को 55 फीसदी लागत वहन करना होगा.
Posted by Ashish Jha