Bihar News: सिवान के गुठनी नगर के पश्चिमी मुहल्ला स्थित तुरहा टोली में बहन के साथ छेड़खानी और विरोध करने पर मारपीट की घटना से आहत भाई ने जहर खाकर आत्महत्या कर ली. मृत अनिल कुमार (20 वर्ष) पश्चिमी मुहल्ला निवासी अच्छेलाल तुरहा का पुत्र था. शुक्रवार की देर रात करीब 11 बजे उसका शव लेकर घर पहुंचे परिजनों ने शनिवार की सुबह गुठनी थाने को इसकी सूचना दी. इसके बाद मौके पर पहुंचे प्रभारी थानाध्यक्ष दशरथ सिंह ने शव को पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेज दिया. परिजनों ने बताया कि दीपावली की रात पड़ोस का एक लड़का उनके घर में घुस गया और किशोरी के साथ अश्लील हरकत करने लगा. जानकारी होते ही परिजनों ने उसे पकड़ लिया और मारपीट कर घर में ही बैठा कर उसके परिजनों को बताया. लेकिन, युवक के परिजन ने किशोरी के घरवालों से मारपीट कर दी.
इसके बाद सूचना पर पहुंची पुलिस ने आरोपित युवक को अस्पताल ले जाकर इलाज करवाया. मारपीट में घायल किशोरी के भाई का भी इलाज गुठनी पीएचसी में कराया गया. इसी बीच दोनों परिवारों व पीएचसी के डॉक्टर की नासमझी से किशोरी की मेडिकल जांच भी करायी गयी. उसका सैंपल लेकर डॉक्टर ने उसके परिजन को देते हुए सीवान सदर अस्पताल जांच के लिए भेजा. इस बीच किसी ने किशोरी की तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया. बाद में उसे हटा भी दिया, लेकिन तब तक किशोरी के भाई को इसकी जानकारी हो गयी थी. किशोरी का भाई अपनी बहन के साथ हुई घटना और परेशानी को सहन नहीं सका और जहर खाकर आत्महत्या कर ली.
नियम के विरुद्ध डॉक्टर ने किशोरी की करायी मेडिकल जांच
महिलाओं-लड़कियों के साथ यौनाचार की घटना के बाद उसकी मेडिकल जांच पुलिस अभिरक्षा में उसकी सहमति से सदर अस्पताल में होती है. पीएचसी में ऐसी जांच का कोई नियम नहीं है. इसके बावजूद गुठनी पीएचसी में महिला स्वास्थ्यकर्मियों ने पीड़ित किशोरी की मेडिकल जांच की और उसका आंतरिक स्वाब का सैंपल लेकर उसी के परिजनों से जांच के लिए सीवान सदर भेज दिया.
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एंबुलेंस से पीड़िता के भाई को इलाज के लिए सीवान सदर अस्पताल ले जाया जा रहा था, तो उसकी चाची भी सैंपल लेकर जांच के लिए उसके साथ जा रही थी. बाद में पीएचसी के चिकित्सक को जब इस बात की भनक लगी कि मामला तूल पकड़ लेगा, तो उन्होंने चालक को फोन कर रास्ते में मैरवा के समीप एंबुलेंस रुकवाया और एक आशा के माध्यम से किशोरी की चाची से सैंपल ले लेने को कहा. हालांकि, किशोरी की चाची ने सैंपल देने से इन्कार करते हुए कहा कि वह थानाध्यक्ष को ही उसे देगी.
क्या कहते हैं चिकित्सक व प्रभारी
युवती की जांच करवाने वाले चिकित्सक डॉ राजकुमार ने बताया कि स्वाब जांच के लिए सैंपल लेने का कोई निर्देश मैंने नहीं दिया था. वहीं, प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ सब्बीर अख्तर ने कहा कि किशोरी की मेडिकल जांच की कोई व्यवस्था यहां नहीं है और न ही ऐसी जांच होती है. अगर पीड़िता की जांच हुई है तो संबंधित चिकित्सक व कर्मियों को कारण बताओ नोटिस दिया जायेगा.
Posted by: Radheshyam Kushwaha