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BSEB Inter Result : बिहार बोर्ड ने कायम किया कीर्तिमान, छठी बार पूरे देश में सबसे पहले जारी हुआ रिजल्ट

उच्च तकनीक और परीक्षा प्रणाली के मामले में बिहार विद्यालय परीक्षा समिति देश का सर्वश्रेष्ठ बोर्ड बन गया है. लगातार छठी बार देश के किसी राज्य बोर्ड ने इंटरमीडिएट का रिजल्ट मार्च में जारी किया है.

By Anand Shekhar | March 24, 2024 12:29 AM

BSEB Inter Result : पिछले साल की तुलना में इस बार रिजल्ट दो दिन लेट से जारी किया गया. पिछले साल 2023 में रिजल्ट 21 मार्च को जारी किया गया था. लेकिन पिछले और इस बार भी इंटर का रिजल्ट मूल्यांकन समाप्त होने के 19 दिनों में जारी कर दिया गया था. बिहार बोर्ड के अध्यक्ष आनंद किशोर ने कहा कि बिहार ने सिर्फ मूल्यांकन शुरू होने के 29 दिनों में रिजल्ट जारी इतिहास रचा है. वहीं, परीक्षा समाप्त होने के 42 दिनों में रिजल्ट जारी कर दिया.

उन्होंने बताया कि लगातार छह साल से बिहार बोर्ड ने पूरे देश में सबसे पहले इंटरमीडिएट का रिजल्ट जारी कर कीर्तिमान बनाया है. उन्होंने बताया कि अत्याधुनिक सॉफ्टवेयर के माध्यम से रिजल्ट प्रोसेसिंग की गयी. इंटर परीक्षा एक से 12 फरवरी तक आयोजित की गयी थी. वहीं, मूल्यांकन 24 फरवरी से चार मार्च तक हुआ. 12,91,684 परीक्षार्थियों के 68 लाख से भी अधिक कॉपियों व 68 लाख से भी अधिक ओएमआर शीट की जांच करते हुए 29 दिनों के अंदर रिजल्ट जारी किया गया, जो देश के अन्य सभी परीक्षा बोर्डों की तुलना में पहले है.

तीनों संकायों के टॉप-5 स्टूडेंट्स को किया जायेगा सम्मानित

बिहार बोर्ड ने इंटर 2024 आर्ट्स, साइंस व कॉमर्स के टॉप फाइव की लिस्ट जारी की है. सभी टॉपर को बिहार बोर्ड सम्मानित करेगा. प्रथम तीन स्थान प्राप्त करने वाले परीक्षार्थियों में प्रथम स्थान प्राप्त करने वाले परीक्षार्थी को एक लाख रुपये, एक लैपटॉप व एक किंडल इ बुक रीडर, द्वितीय स्थान प्राप्त करने वाले परीक्षार्थी को 75 हजार रुपये, एक लैपटॉप व एक किंडल इ बुक रीडर, तृतीय स्थान प्राप्त करने वाले परीक्षार्थी को 50 हजार रुपये, एक लैपटॉप व एक किंडल इ बुक रीडर दिया जायेगा. इसके अतिरिक्त इंटर के तीनों संकायों में चौथे से पांचवां स्थान प्राप्त करने वाले परीक्षार्थियों को 15 हजार रुपये व एक-एक लैपटॉप दिया जायेगा.

आधुनिकतम तकनीक के प्रयोग से बिहार बोर्ड ने देश में कायम किया कीर्तिमान

बिहार विद्यालय परीक्षा समिति ने उच्च तकनीक एवं परीक्षा व्यवस्था के मामले में देश का सर्वश्रेष्ठ बोर्ड बन गया है. लगातार छठवीं बार देश के किसी स्टेट बोर्ड ने इंटर का रिजल्ट मार्च में जारी किया है. लगातार छठवीं बार बारकोडेड कॉपियों के अंकों की प्रवृष्टि सीधे मूल्यांकन केंद्रों से सीधे कंप्यूटर के माध्यम से की गयी. इंटर परीक्षाओं का संचालन एक से 12 फरवरी तक किया गया था. वहीं, 24 फरवरी से उत्तरपुस्तिकाओं का मूल्यांकन शुरू किया गया था. मूल्यांकन के बाद रिजल्ट 29 दिनों में जारी कर दिया गया. समिति के अध्यक्ष आनंद किशोर ने कहा कि आधुनिकतम तकनीक के प्रयोग से बोर्ड को स्मार्ट बना दिया है. पूरी परीक्षा प्रणाली में व्यापक सुधार हुआ है.

मल्टिपल कंप्यूटराइज्ड प्रपत्रों की स्कैनिंग कराकर डाटा तैयार कराया गया, जिसके चलते रिजल्ट प्रोसेसिंग काफी तेज गति से हुआ. प्री प्रिंटेड कॉपी (बारकोड एवं लिथोकोड के साथ) का डिजाइन व नये कंप्यूटराइज्ड प्रपत्रों का डिजाइन किया गया था. कंप्यूटर के माध्यम से सभी उत्तर पुस्तिकाओं के बैग की कंप्यूटराइज्ड इंट्री करायी गयी थी. बिहार बोर्ड की आइटी टीम ने खुद अपने स्तर से सॉफ्टवेयर विकसित किया है. इस बार सभी विषयों के ऑब्जेक्टिव व सब्जेक्टिव दोनों में 100 प्रतिशत अतिरिक्त प्रश्नों का विकल्प दिया गया था.

रिजल्ट प्रोसेसिंग की गति पिछले सॉफ्टवेयर की तुलना में 16 गुणा अधिक

आनंद किशोर ने बताया कि आधुनिक तकनीक एवं परीक्षा प्रणाली में सभी सुधारों एवं मॉर्डन टेक्नोलॉजी के आधार पर 13.04 लाख से भी अधिक विद्यार्थियों का रिजल्ट मूल्यांकन समाप्त होने के 19 दिनों के अंदर प्रकाशित किया, जो पूरे देश में अपने आप में एक कीर्तिमान है. 24 फरवरी से इंटर कॉपियों का मूल्यांकन कार्य शुरू हुआ था.

परीक्षाफल के संबंध में बोर्ड अध्यक्ष आनंद किशोर ने कहा कि बोर्ड रिजल्ट प्रोसेसिंग के लिए एक नया सॉफ्टवेयर है. इस बार रिजल्ट प्रोसेसिंग की गति पिछले सॉफ्टवेयर की तुलना में 16 गुणा अधिक है. इस बार 68 लाख से भी अधिक कॉपियों एवं 68 लाख से भी अधिक ओएमआर शीट की जांच आधुनिक तकनीक से किया गया.

इंटर स्टेट टॉपर्स से बातचीत

तुषार कुमार, आर्ट्स प्रथम टॉपर को कॉलेज के बाद रोज चार घंटे सेल्फ स्टडी से मिली सफलता

स्थान- चिरैयाटांड़, संस्थान- कॉलेज ऑफ कॉमर्स आर्ट्स एंड साइंस

सेकेंड ऑर्ट्स टॉपर हुए तुषार कुमार बताते हैं कि उन्होंने मात्र चार-पांच घंटे रोजाना सेल्फ स्टडी कर यह मुकाम हासिल किया है. उन्होंने कभी अपने कॉलेज की कक्षाएं मिस नहीं की. अब आगे ज्योग्राफी में ग्रेजुएशन करने के साथ-साथ सिविल सर्विसेज की तैयारी भी करेंगे. दो भाईयों में वह बड़े हैं. पढ़ाई को लेकर कभी प्रेशर नहीं लिया. एनसीइआरटी की किताबों को ज्यादा फोकस कर पढ़ाई की. पिता दीनु कुमार मनेर ब्लॉक में कंप्यूटर ऑपरेटर हैं. वहीं माता रेखा देवी गृहिणी हैं. अभिभावकों के साथ कॉलेज के टीचर्स का भरपूर सहयोग मिला.

सौरभ कुमार, कॉमर्स सेकेंड टॉपर ने साल की शुरुआत से ही पढ़ाई शुरु कर दी थी

स्थान- मीठापुर, संस्थान- कॉलेज ऑफ कॉमर्स, आर्ट्स एंड साइंस

सौरभ बताते हैं कि मुझे कॉमर्स में 470 मार्क्स (94%) मिले हैं. मैंने अपनी पढ़ाई कोचिंग और नोट्स तैयार कर की थी. तैयारी के दौरान ही मन बना लिया था कि इस बार बेहतर रिजल्ट करना है. इसके लिए मैंने शुरुआत से ही समय बांध कर पढ़ाई शुरू कर दी थी. इससे आखिरी दिनों में सिलेबस को दोहराने का लंबा वक्त मिला. पिता धर्मपाल चंद्र पेशे से होटल में मैनेजर हैं और माता अलका देवी गृहिणी. दोनों का पढ़ाई के दौरान भरपूर सहयोग मिला. मॉडल टेस्ट पेपर से आखिरी दिनों में खूब प्रैक्टिस की थी. मुझे बैंकिंग सेक्टर में जाना है. इसके लिए तैयारी जल्द शुरू करूंगा.

आर्ट्स सेकेंड टॉपर निशि कुमारी ने सेल्फ स्टडी से हासिल किया अंक

स्थान- कंकड़बाग, संस्थान- कॉलेज ऑफ कॉमर्स, आर्ट्स एंड साइंस

निशि बताती हैं कि बोर्ड परीक्षा के लिए उन्होंने सेल्फ स्टडी कर सारे विषयों की पढ़ाई की है. सिर्फ गणित के लिए उन्होंने कोचिंग की थी. सेल्फ स्टडी के अलावा वे यूट्यूब पर कुछ सेलेक्टिव टीचर्स के रिकॉर्डेड वीडियो देखा करती थीं. इन वीडियो से उन चैप्टर्स को समझने आसानी हुई, जो कई बार पढ़ने के बाद समझ नहीं आते थे. आखिरी वक्त में खुद के बनाये नोट्स को ही पढ़ा. सिविल सर्विसेज का सपना है.

वहीं आगे की पढ़ाई के लिए सीयूइटी का फॉर्म भरा है. दिल्ली यूनिवर्सिटी से अपनी पढ़ाई करना चाहती हैं. पिता राजेंद्र प्रसाद यादव पेशे से इंजीनियर और माता सुलेखा देवी गृहिणी हैं. माता-पिता और बहन ने हर वक्त मुझे मोटिवेट किया है जिसका नतीजा है कि मुझे आर्ट्स में 94 प्रतिशत अंक मिले हैं.

वर्ष:रिजल्ट जारी करने की तिथि

  • 2019: 30 मार्च
  • 2020: 24 मार्च
  • 2021: 26 मार्च
  • 2022: 16 मार्च
  • 2023: 21 मार्च
  • 2024: 23 मार्च


टॉपर की सूची में डिग्री कॉलेज के स्टूडेंट्स का जलवा

इंटर परीक्षा में तीनों स्ट्रीम मिला कर 24 स्टूडेंट्स टॉप फाइव में शामिल हुए हैं. इसमें सबसे अधिक 13 लड़कियां शामिल हैं. इस बार डिग्री कॉलेज से पढ़ाई करने वाले स्टूडेंट्स का रिजल्ट बेहतर रहा है. टॉपर की सूची में 11 स्टूडेंट्स डिग्री कॉलेज के हैं. टॉपर की सूची में सबसे अधिक टॉपर कॉलेज ऑफ कॉमर्स आर्ट्स एंड साइंस पटना के तीन स्टूडेंट्स शामिल हैं. आर्ट्स के फर्स्ट व सेकेंड टॉपर कॉलेज ऑफ कॉमर्स आर्ट्स एंड साइंस के हैं. वहीं, इसी कॉलेज के स्टूडेंट्स कॉमर्स के सेकेंड स्टेट टॉपर की लिस्ट में शामिल हैं. इसके साथ तीनों स्ट्रीम में सबसे अधिक टॉपर साइंस स्ट्रीम में हैं.

इंटर टॉपर को ग्रेजुएशन करने पर समिति देगा हर माह 1500 रुपये छात्रवृत्ति

बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के अध्यक्ष आनंद किशोर ने कहा कि इंटर सभी टॉपर्स को बिहार विद्यालय परीक्षा समिति छात्रवृत्ति प्रदान करेगा. सभी टॉपर्स को ग्रेजुएशन करने के दौरान 15 सौ रुपये प्रत्येक माह दिया जायेगा. साल में 18 हजार रुपये टॉपर्स को दिया जायेगा. अगर कोई स्टूडेंट्स तीन साल के ग्रेजुएशन करते हैं तो तीन साल, कोई चार साल के तो चार साल अगर कोई पांच साल के इंट्रीग्रेटेड कोर्स करते हैं तो उन्हें पांच साल तक छात्रवृत्ति समिति की तरफ से दिया जायेगा.

इसके साथ मुख्यमंत्री कन्या उत्थान योजना के तहत मुख्यमंत्री बालिका ( इंटरमीडिएट उत्तीर्ण) प्रोत्साहन योजना के अंतर्गत वर्ष 2024 में उत्तीर्ण अविवाहित छात्राओं को 25 हजार रुपये की आर्थिक सहायता भी दिया जायेगा. आनंद किशोर ने कहा कि इंटर व मैट्रिक के सभी टॉपर्स को करियर चुनाव करने के लिए मार्गदर्शन दिया जायेगा. टॉपर्स बिहार बोर्ड की ओर से संचालित मुफ्त कोचिंग का लाभ ले सकते हैं. यह मैट्रिक उत्तीर्ण वालों के लिए है.

दरभंगा में 94.38 व पटना में 90.2 प्रतिशत विद्यार्थी इंटर परीक्षा में हुए सफल

संवाददाता, पटनाइंटर की वार्षिक परीक्षा में पटना जिले के विद्यार्थियों ने शानदार प्रदर्शन किया है. जिले के 90.2 प्रतिशत विद्यार्थियों ने इंटर में सफलता हासिल की है. पटना जिले में इंटर परीक्षा में 9.98 प्रतिशत इंटर परीक्षा में फेल हुए हैं. पटना जिले में इंटर की परीक्षा में कुल 75,926 विद्यार्थी परीक्षा में शामिल हुए. परीक्षा में कुल 68, 346 विद्यार्थियो ने सफलता हासिल की है. जिले के 92 प्रतिशत छात्राओं व 90 प्रतिशत छात्रों ने इंटर परीक्षा में सफलता हासिल की है.

वहीं दरभंगा जिले का पासिंग प्रतिशत राज्य में सबसे अधिक 94.38 प्रतिशत रहा. इसके अलावा बेगूसराय में 93.35 प्रतिशत, गया में 92.53 प्रतिशत, शेखपुरा 92.44 प्रतिशत विद्यार्थियों ने इंटर परीक्षा में सफलता हासिल की है.

राज्य के इन जिलों के इतने प्रतिशत विद्यार्थी इंटर परीक्षा में हुये सफल

  • जिला- पासिंग प्रतिशत
  • पटना- 90.02
  • नालंदा- 87.76
  • भोजपुर- 88.88
  • बक्सर- 87.36
  • रोहतास- 82
  • कैमूर- 84.09
  • गया- 92.53
  • जेहनाबाद- 84.57
  • नवादा- 90.58
  • औरंगाबाद- 81.45
  • अरवल- 79.61
  • मुजफ्फरुपर- 85.14
  • सितामढ़ी- 86.99
  • वैशाली- 73.88
  • पूर्वी चंपारण- 91.94
  • पश्चिमी चंपारण- 92.14
  • शिवहर- 90.01
  • सारण- 75.93
  • सिवान- 90.34
  • गोपालगंज- 87.64
  • दरभंगा- 94.38
  • मधुबनी- 89.77
  • समस्तीपुर- 87.55
  • सहरसा- 86.13
  • सुपौल- 88.58
  • मधेपुरा- 86.22
  • भागलपुर- 84.05
  • बांका- 87.52
  • मुंगेर- 86.99
  • जमुई- 88.8
  • खगरिया- 90.71
  • बेगूसराय- 93.35
  • लखिसराय- 92.07
  • शेखपुरा- 92.44
  • पूर्णिया- 92.17
  • अररिया- 87.68
  • किशनगंज- 87.44
  • कटिहार- 81.79

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