2016 में बिहार के टॉपर का फर्जीवाड़ा तो सभी को याद ही होगा. बिहार शिक्षा व्यवस्था की छवि को दाग तब लगा जब हाजीपुर की रहने वाली रूबी कुमारी ने आर्ट्स स्ट्रीम में टॉप किया, लेकिन जब उनसे टीवी इंटरव्यू लिया गया तो उन्हें अपने सब्जेक्ट के नाम तक ठीक से याद नहीं थे. मामला सामने आने पर जहां बोर्ड ने हर संभव सफाई देने की कोशिश की लेकिन टॉपर रूबी से रिव्यू टेस्ट में कई सवाल पूछे गए तो ये साबित हुआ कि उसने खुद अपनी कॉपी नहीं लिखी थी.
क्या था रूबी राय मामला ?
साल 2016 में बिहार की छवि उस वक्त दागदार हुई थी जब रूबी राय नाम की छात्रा ने परीक्षा में टॉप किया था. हाजीपुर की रहने वाली रूबी कुमारी ने आर्ट्स स्ट्रीम में टॉप किया था लेकिन जब उससे पूछताछ की गई तो उसे अपने सब्जेक्ट के नाम तक ठीक से याद नहीं थे. मामला सामने आने पर जहां बोर्ड ने हर संभव सफाई देने की कोशिश की लेकिन टॉपर रूबी से रिव्यू टेस्ट में कई सवाल पूछे गए तो ये साबित हुआ कि उसने खुद अपनी कॉपी नहीं लिखी थी.
कहां हैं रूबी और क्या कर रही हैं आजकल
न्यूज़ 18 में छपि खबर के अनुसार रूबी राय पिछले 2 साल से गांव मे नहीं रहती है. रूबी के पिता भी पंजाब में रहते हैं और वहीं रूबी राय साथ मे रहती है. गांव में सिर्फ सिर्फ रूबी राय के दादा जी और भाई-भाभी रहते हैं.
गणेश ने खोली थी बिहार बोर्ड की पोल
वर्ष 2017 में गणेश नाम के छात्र ने ने आर्ट्स में टॉप किया था. उसको हिंदी में 100 में से 80 अंक, संगीत में 100 में से 83, सामाजिक विज्ञान में 100 में से 80 अंक और मनोविज्ञान में 100 में से 50 अंक एनआरए में 50 में से 42 और एमएएल में 50 में से 36 अंक प्राप्त किए थे. लेकिन, संगीत विषय में टॉप करने वाले गणेश को संगीत का बिल्कुल भी ज्ञान नहीं था. जिसके बाद बोर्ड की फजीहत हुई.
वर्ष 2018 में भी सामने आया था बोर्ड से जुड़ा विवाद
बिहार बोर्ड इंटरमीडिएट 2018 के नतीजे आने के बाद टॉपर कल्पना कुमारी विवादों में घिर गईं थीं. साइंस स्ट्रीम में टॉप करने वाली कल्पना कुमारी की उपस्थिति स्कूल में 75 प्रतिशत से कम थी.इसके बाद सवाल उठाया गया कि इतनी कम उपस्थिति के बाद उसे परीक्षा देने की अनुमति कैसे मिली.