बिहार में जनवरी में होगी फौकानिया की परीक्षा, जानिए क्या होती है इसकी तालीम, इन दिग्गजों ने यहां की थी पढ़ाई
Bihar News: बिहार में जनवरी में फौकानिया व मौलवी की परीक्षा का आयोजन होगा. साल 2024 की परीक्षा को लेकर कैलेंडर जारी किया गया है. दोनों ही परीक्षा 22 से 27 जनवरी के बीच आयोजित की जाएगी.
Bihar News: बिहार में जनवरी में फौकानिया व मौलवी की परीक्षा ली जाएगी. साल 2024 की परीक्षा को लेकर कैलेंडर जारी हुआ है. दोनों ही परीक्षा 22 से 27 जनवरी के बीच दो पालियों में आयोजित की जाएगी. बिहार स्टेट मदरसा शिक्षा बोर्ड की आधिकारिक वेबसाइट https://www.bsmeb.org/ पर छात्र अपनी परीक्षा की पूरी जानकारी ले सकते हैं. वहीं, कई लोगों को फौकानिया व मौलवी की परीक्षा के बारे में जानकारी नहीं होती है. आपको बता दें कि मदरसा शिक्षा बोर्ड की ओर से इस परीक्षा का आयोजन किया जाता है. इसमें पिछली बार बिहार बोर्ड के ही नियमों को लागू किया गया था. कई बार मदरसा बोर्ड अपनी पढ़ाई को लेकर चर्चा में बना रहता है. मदरसा की शिक्षा व्यवस्था में प्राथमिक, सेकेंडरी या स्नातक के आधार पर ही तामीम दी जाती है. कई दिग्गजों ने मदरसा बोर्ड से ही पढ़ाई की थी.
फौकानिया की परीक्षा में सभी विषय समान
फौकानिया की आगामी परीक्षा में सभी विषय एक समान है. इसमें कोई एच्छिक विषय नहीं है. मौलवी स्तर में पहली बार आट्स, साइंस, कॉमर्स और इस्लामियत पर आधारित चार संकाय है. मौलवी आट्स में छात्रों के लिए पांच एच्छिक विषय होंगे. इसके एक परीक्षार्थी तीन विषय का एग्जाम देंगे. 100 अंक का एक पेपर होगा. कुल 300 अंकों का पेपर होगा. हिन्दी, अंग्रेजी या फारसी में से किसी एक भाषा का चयन कर उसकी भी परीक्षा देनी होगी. इन तीनों विषयों की परीक्षा एक साथ ली जाएगी. फौकानिया में विज्ञान के विषय में प्रैक्टिल भी होगा.
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मुंशी प्रेमचंद ने मदरसे से ली थी शिक्षा
आपको बता दें कि मदरसा में प्राइमरी बोर्ड को तेहतानिया के नाम से जाना जाता है. फौकानिया का अर्थ जूनियर हाई स्कूल होता है. इसके आगे आलिया की पढ़ाई की जाती है. आलिया स्तर पर ही मुंशी, मौलवी, आलिम, कामिल, फाजिल होती है. देश के पहले राष्ट्रपति डॉक्टर राजेंद्र प्रसाद व मुंशी प्रेमचंद ने मदरसे से अपनी तामिल हासिल की थी. मुंशी और मौलवी की डिग्री दसवीं कक्षा के समान होती है. इसमें अरबी साहित्य, फारसी, फिलासपी, सामान्य अध्ययन, हिन्दी, गृह विज्ञान, थियोलॉजी, अंग्रेजी आदि की पढ़ाई होती है. स्नातक मं फारसी अरबी आदि की पढ़ाई होती है. कामिल की डिग्री स्नातक के बराबर होती है. फाजिल को पोस्ट ग्रेजुएशन के नाम से जानते है.