बिहार शिक्षक पात्रता परीक्षा की मांग को लेकर शुक्रवार को बीटीईटी (BTET)अभ्यर्थियों की ओर से गांधी मैदान से डाकबंगला चौराहा तक मार्च निकाला गया. हालांकि पटना पुलिस ने कुछ बीटीईटी (BTET)अभ्यर्थियों को गांधी मैदान के पास स्थिति जेपी गोलंबर पर ही रोक दिया था. लेकिन, कुछ बीटीईटी (BTET)अभ्यर्थी पुलिस को चकमा देकर पटना के डाकबंगला के पास पहुंच गए थे.
BTET अभ्यर्थियों का प्रदर्शन, पेट्रोल डालकर आत्मदाह की कोशिश, जानें क्या है पूरा मामला pic.twitter.com/qB5am8gimP
— Rajesh Kumar Ojha (@RajeshK_Ojha) September 2, 2022
बीटीईटी (BTET)अभ्यर्थियों ने यहां अपने शरीर में पेट्रोल डालकर आत्म हत्या का भी प्रयास किया. पुलिस ने उसे अपनी हिरासत में ले लिया. एक अभ्यर्थी सड़क पर गिर गई जिसे महिला पुलिस द्वारा उठाकर ले गई. प्रदर्शन कर रहे छात्रों के हंगामा करने के कारण पुलिस ने हल्का बल प्रयोग भी किया. जिससे वहां पर अफरा तफरी मच गई. शुक्रवार को हंगामा कर रहे बीटीईटी (BTET)अभ्यर्थियों के निशाने पर डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav)रहे. उनका कहना था कि जब वे नेता प्रतिपक्ष थे तो उन्होंने वादा किया था कि उनकी सरकार बनती है तो हम इस मामले का हल निकाल देंगे. लेकिन, सरकार बनते ही वे अपना वादा भूल गए.
बिहार शिक्षक अभ्यर्थियों पर पटना पुलिस का लाठीचार्ज…
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प्रदर्शन करने वाले अभ्यर्थियों का कहना है कि सातवें चरण शिक्षक नियोजन से पहले बीटीईटी का आयोजन हो. पिछले पांच सालों से बिहार में बीटीईटी का आयोजन नहीं हुआ है. हर साल बीएड, डीएलएड कर लाखों अभ्यर्थी प्रशिक्षित होते हैं लेकिन फिर भी बिहार में प्रति वर्ष बीटीईटी का आयोजन क्यों नहीं हो रहा है. बताते चलें कि कुछ दिन पहले सीटीईटी के अभ्यर्थियों ने प्रदर्शन किया था.