भागलपुर. इस बार वैशाख पूर्णिमा तिथि पर चंद्र ग्रहण और बुद्ध पूर्णिमा का एक साथ का संयोग 130 वर्षों के बाद बन रहा है. इतना ही नहीं वर्ष का पहला चंद्रग्रहण खास है. पंडित सौरभ मिश्रा ने बताया कि साल का पहला चंद्र ग्रहण पांच मई को रात 8.44 बजे से शुरू होकर, छह मई की रात 1.01 बजे तक रहेगा. उन्होंने बताया कि सनातन धर्म में वैशाख पूर्णिमा का विशेष महत्व होता है. हिंदू पंचांग के अनुसार हरेक साल वैशाख महीने की पूर्णिमा तिथि को बुद्ध पूर्णिमा पर्व मनाया जाता है. इस पूर्णिमा तिथि पर भगवान गौतम बुद्ध का जन्म हुआ था.
हर साल वैशाख पूर्णिमा की तिथि पर भगवान बुद्ध की जयंती और निर्वाण दिवस धूमधाम से मनाया जाता है. वैष्णवाचार्य दीपक कृष्ण सारस्वत ने बताया कि इस बार बुद्ध पूर्णिमा पर कई तरह संयोग बन रहे हैं. पांच मई को वैशाख पूर्णिमा की तिथि पर बुद्ध जयंती मनायी जायेगी. साथ ही इस दिन साल का पहला चंद्र ग्रहण भी लगेगा.
ज्योतिषीय गणना के आधार पर 130 साल बाद बुद्ध पूर्णिमा के दिन चंद्र ग्रहण लगने जा रहा है. इस संयोग के साथ कई तरह के ग्रहों और नक्षत्रों का दुर्लभ संयोग भी देखने को मिलेगा. इस तरह के संयोग से कुछ राशि वालों को विशेष लाभ होगा. इस दिन पूरे समय स्वाति नक्षत्र और सिद्धि योग का शुभ संयोग बन रहा है, जिसे बहुत ही शुभ फलदायी माना गया है.
पंचांग गणना के अनुसार स्वाति नक्षत्र रात 9.40 बजे तक रहेगा और सिद्धि योग सूर्योदय से लेकर सुबह 9.15 मिनट तक रहेगा. साल का यह पहला चंद्रग्रहण एक उपच्छाया ग्रहण होगा.
उदया तिथि के अनुसार आज मनायी जायेगी बुद्ध पूर्णिमा
हिंदू पंचांग के अनुसार वैशाख माह के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि की शुरुआत चार मई को रात 11.45 बजे से हो जायेगी. जो पांच मई, शुक्रवार की रात 11.05 बजे तक रहेगी. ऐसे में उदया तिथि के अनुसार बुद्ध पूर्णिमा पांच मई, शुक्रवार के दिन मनायी जायेगी.
4.15 घंटे की होगी अवधि
वैशाख महीने की पूर्णिमा तिथि के दिन साल का पहला चंद्रग्रहण होगा. चंद्रग्रहण पांच मई को रात 08.45 बजे से शुरू हो जायेगा, जो छह मई को रात के 01.01 बजे तक चलेगा. यह एक उपच्छाया चंद्रग्रहण होगा, जिसकी अवधि लगभग 4.15 घंटे होगी.