बोधगया में बौद्ध महोत्सव की तैयारी शुरू, कलाकारों से सजेगी महफिल, होंगे कई कार्यक्रम

बोधगया के कालचक्र मैदान में तीन दिवसीय बौद्ध महोत्सव 2024 के सफल आयोजन के लिए 16 कोषांगों का गठन किया गया है. महोत्सव के सफल आयोजन के लिए इन कोषांगों को कई जिम्मेदारियां सौंपी गयी हैं. इस मामले को लेकर गया के जिलाधिकारी ने अधिकारियों के साथ बैठक की और कई निर्देश दिये.

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 13, 2023 4:00 PM

Buddhist Mahotsav 2024: तीन दिवसीय बौद्ध महोत्सव 2024 का आयोजन 19 से 21 जनवरी तक किया जाएगा. यह आयोजन बोधगया के कालचक्र मैदान में होगा. इसको लेकर गया के जिलाधिकारी डॉ. त्यागराजन की अध्यक्षता में समाहरणालय सभाकक्ष में बैठक हुई. डीएम ने बताया कि बौद्ध महोत्सव का आयोजन 19 जनवरी से 21 जनवरी तक किया जायेगा. बैठक में बौद्ध महोत्सव के सफल आयोजन के लिए 16 कार्य समिति एवं कोषांगों का गठन किया गया है. इस बैठक में वरिष्ठ नोडल अधिकारियों, नोडल अधिकारियों एवं सदस्यों को नामित करते हुए आवश्यक तैयारियां शुरू करने के निर्देश दिये गये हैं.

चयन कोषांग को सांस्कृतिक कार्यक्रमों का दायित्व

सांस्कृतिक कार्यक्रमों के लिए कलाकारों का चयन कोषांग का दायित्व है. इसके तहत अंतरराष्ट्रीय, राष्ट्रीय व बिहार के ख्याति प्राप्त कलाकारों का चयन व आमंत्रण पत्र भेजना है. तैयारी कोषांग का दायित्व है कि पंडाल, मंच निर्माण, रोशनी, ध्वनि, उद्घोषक की व्यवस्था व मिनट टू मिनट कार्यक्रम तैयार करना है. आवासन कोषांग का दायित्व है कि कलाकारों, गणमान्य व्यक्तियों के आवासन की व्यवस्था करना है.

नीले रंग की लाइट से सजेंगे होटल व मोनेस्ट्री

विद्युत व प्रकाश व्यवस्था कोषांग का दायित्व है कि संपूर्ण बोधगया के मार्गो, भवनों को एलइडी लाइट से सुसज्जित करना व निर्बाध विद्युत आपूर्ति करना तथा खराब स्ट्रीट लाइट की मरम्मत कराना शामिल है. इसके साथ ही सभी मोनेस्ट्री व होटल को नीले रंग की लाइट से सुसज्जित करना शामिल है. इसी तरह अलग-अलग कोषांग के जिम्मे कालचक्र मैदान में पेयजल, शौचालय, स्वास्थ्य सेवाएं, ट्रैफिक व्यवस्था, पार्किंग के लिए अभी से ही प्लान तैयार करना है. आमंत्रण कार्ड, ब्रोशर, स्मारिका कोषांग का दायित्व है कि आमंत्रण कार्ड, ब्रॉसर, स्मारिका का प्रारूप तैयार करना, मुद्रण एवं वितरण कराना है.

सुरक्षा-व्यवस्था पर रहेगी विशेष नजर

विधि व्यवस्था, सुरक्षा व्यवस्था कोषांग का दायित्व है कि बौद्ध महोत्सव के अवसर पर श्रद्धालुओं, पर्यटकों व विशिष्ट अतिथियों के लिए अलग-अलग दीर्घा बना कर बैठने की व्यवस्था कराना व कार्यक्रम स्थल की समुचित विधि व्यवस्था सुरक्षा-व्यवस्था सुनिश्चित करना. कार्यक्रम स्थल पर पर्याप्त संख्या में सीसीटीवी कैमरा लगाने, संवेदनशील स्थानों को चिह्नित कर पदाधिकारी का डेप्लॉयमेंट, अति विशिष्ट व्यक्तियों, विशिष्ट व्यक्तियों व दर्शक के लिए एग्जिट प्लान तैयार करने का निर्देश दिया गया है.

ढूंगेश्वरी से महाबोधि मंदिर तक पदयात्रा

इसके साथ ही, विभागीय प्रदर्शनी, फूड स्टॉल, महिला महोत्सव कोषांग का दायित्व है कि कालचक्र मैदान में विभिन्न विभागों का प्रदर्शनी, फूड स्टॉल लगाना व महिला महोत्सव का आयोजन सफलतापूर्वक करना है. पहचान पत्र, वीवीआइपी पास, वाहन पास कोषांग का दायित्व है कि वाहन पास, कलाकारों, अतिथियों के लिए पहचान पत्र गंभीरतापूर्वक उपलब्ध करायें. सेमिनार, सर्व धर्म सभा, पदयात्रा कोषांग का दायित्व है कि देश- विदेश के विद्वानों को आमंत्रित कर सेमिनार, सर्व धर्म सभा, पदयात्रा जो ढूंगेश्वरी से महाबोधि मंदिर तक आयोजन होता है, उसके लिए पूरी तैयारियां कर लें.

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वर्क प्लान तैयार करने का निर्देश

आपदा प्रबंधन कोषांग तथा नियंत्रण कक्ष कोषांग का दायित्व है कि कार्यक्रम स्थल पर 24 घंटे नियंत्रण कक्ष की स्थापना करते हुए विभिन्न आने वाले कॉल को फॉलो करते रहें. डीएम ने कोषांग के तमाम पदाधिकारियों को निर्देश दिया है कि अपने कोषांग के सदस्यों के साथ बैठक कर बौद्ध महोत्सव के अवसर पर आवंटित कार्यों का वर्क प्लान तैयार कर कार्य कराना सुनिश्चित करें. बैठक में डीडीसी, अपर समाहर्ता राजस्व, अपर समाहर्ता विधि व्यवस्था, अपर समाहर्ता लोक शिकायत, सदर एसडीओ सहित सभी कोषांग के पदाधिकारी उपस्थित थे.

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