Budget 2021: अब से बस कुछ घंटा ही शेष रह गया है जब वित्त मंत्री निर्मला सीतारमन (Finance minister nirmala sitharaman) आम बजट पेश करने के लिए अपना पिटारा खोलेंगी. कोरोना में छोटे और लघु उद्योगों को दी गयी राहत के बावजूद मांग में कमी रहने के कारण संकट अभी टला नहीं है. लगभग 70 फीसदी उद्योग भले ही पटरी पर आ गये हैं, लेकिन नौ माह बाद भी पूरी क्षमता से काम करने में परेशानी आ रही है, क्योंकि लॉकडाउन से हुए नुकसान की क्षतिपूर्ति अभी भी पूरी नहीं हुई है.
उद्यमियों को ऑर्डर भी पूरी तरह नहीं मिल पा रहा है. इसके कारण कारोबार पर असर देखने को मिल रहा है. दूसरा बदलते समय में एमएसएमआइ के नियमों का सरलीकरण आत्म निर्भरता के लिए आवश्यक है. औद्योगिक संगठनों ने आने वाले 2021 के बजट से कई आशाएं की है. अपनी भावनाओं को केंद्रीय वित्त मंत्री के पास भेजा है. Union Budget 2021 LIVE in Hindi से जुड़ी हर अपडेट रहने के लिए बने रहें हमारे साथ.
बिहार की औद्योगिक राजधानी पटना में इस समय छोटे- बड़े पांच हजार से ज्यादा उद्योग कार्यरत है. पाटलिपुत्र, फतुहा, बिहटा और हाजीपुर बड़े औद्योगिक क्षेत्र है. सभी संगठनों ने अपने -अपने मांग भेजे हैं, क्योंकि अगर भारत चाइना प्लस वन स्कीम का फायदा उठना चाहता है तो सरलीकरण की सख्त जरूरत है.
बिहार चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज के अध्यक्ष पी के अग्रवाल ने बताया कि इस वक्त खासरकर छोटे उद्योग के समक्ष अपनी क्षमता के अनुरूप प्रोडक्शन नहीं होने का बड़ा संकट है. सरकार को चाहिए ऐसे ठोस उपाय करें जिससे की लोगों की क्रय क्षमता बढ़े.
वहीं बिहार इंडस्ट्रीज एसोसिएशन के अध्यक्ष राम लाल खेतान कहते है कि लॉकडाउन से उद्योग आहत हुए है. छोटे उद्यमियों को दी गयी राहत नाकाफी साबित हुआ. अब जरूरी है कि लंबे समय तक छूट देने वाली स्कीम को सरकार लागू करें.
केंद्रीय आम बजट से बिहार के रेल यात्रियों को काफी उम्मीदें हैं. खास कर दैनिक रेल यात्रियों ने रेल मंत्री से पूर्व मध्य रेल की सभी रेगुलर मेल-एक्सप्रेस और सवारी गाड़ियों को शीघ्र शुरू करने के साथ ही कई नयी ट्रेनें चलाने की मांग की है.
बक्सर से हावड़ा, दानापुर से हावड़ा और पटना से ग्वालियर के बीच सुपर फास्ट एक्सप्रेस गाड़ी, पटना से सिवान के बीच इंटरसिटी एक्सप्रेस, पटना से छपरा के बीच मेमू सवारी गाड़ी चलाने और पटना-बक्सर, पटना-गया, पटना-झाझा, पटना-राजगीर, पटना-इस्लामपुर, पटना-भागलपुर, पटना-मुजफ्फरपुर, पटना-सिवान और पटना से बरौनी तक तीन जोड़ी मेमू ट्रेन चलाने की मांग की. इसके साथ ही लंबित परियोजनाओं में पंडित दीनदयाल उपाध्याय (मुग़लसराय) से झाझा तक तीसरी रेल लाइन, बिहटा-औरंगाबाद रेल लाइन और नेऊरा-दनियावां रेल लाइन का शीघ्र निर्माण कार्य शुरू किये जाने की मांग भी की गयी.
Posted by: utpal kant