Loading election data...

Budget 2022: इस बजट से बिहार को मिलेगा ये फायदा, जानें वित्त मंत्री की खाता-बही में क्या है खास

संसद में बजट पेश होने के बाद पक्ष और विपक्ष समेत तमाम दलों के के नेताओं की प्रतिक्रियाएं आनी शुरू हो गयी है. इस बजट को मध्यम वर्ग के लोगों के लिए फायदेमंद के रूप में नहीं देखा जा रहा है. वित्त मंत्री ने किसानों और कॉर्पोरेट घरानों समेत कई सेक्टर के लिए बेहतरीन छूटों का ऐलान किया है

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 1, 2022 3:37 PM

पटना. केंद्रीय वित्त मंत्री सीतारमण ने 2022-23 का आम बजट पेश कर दिया है. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने संसद में आम बजट पेश करने के दौरान टैक्स देने वालों की तारीफ की. वित्त मंत्री ने किसानों और कॉर्पोरेट घरानों समेत कई सेक्टर के लिए बेहतरीन छूटों का ऐलान किया है. उन्होंने विभिन्न केंद्रीय योजनाओं के बारे में विस्तार से बताया. संसद में बजट पेश होने के बाद पक्ष और विपक्ष समेत तमाम दलों के के नेताओं की प्रतिक्रियाएं आनी शुरू हो गयी है. इस बजट को मध्यम वर्ग के लोगों के लिए फायदेमंद के रूप में नहीं देखा जा रहा है. आइये जानते है इस बजट से बिहार को कितना लाभ मिलने की संभावना दिख रही है.

400 वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेनें चलाने की घोषणा

इस बजट में वित्त मंत्री ने राष्ट्रीय स्तर पर हाइवे विस्तार, गंगा किनारे ऑर्गेनिक खेती, तीन साल में 400 वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेनें चलाने समेत कई योजनाओं की घोषणा की है. हालांकि ये सभी योजनाएं पूरे देश के लिए है. अगर हम बात करें बिहार कि तो इसका सीधा लाभ मिलता दिख रहा है. बिहार में पहले से ही राष्ट्रीय राजमार्ग विस्तार और भारतमाला प्रोजेक्ट के तहत कई योजनाओं पर काम जोरों पर चल रहा है. बजट 2022 में इन घोषणा से बिहार के प्रोजेक्ट्स में तेजी देखने को मिल सकती है.

बिहार की जनता को रेल बजट पर सबसे अधिक ध्यान रहता है, क्योकि बिहार से हर साल बड़ी संख्या में लोग शिक्षा और रोजगार के लिए दिल्ली समेत दूसरे राज्यों में लोग जाते है. वित्त मंत्री ने इस बजट में 400 वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेनें चलाने की घोषणा की है. फिरहाल दिल्ली से वाराणसी के बीच वंदे भारत ट्रेन चल रही है.

इस बजट से किसानों को मिल सकता है लाभ

बजट में की गई एक और महत्वपूर्ण घोषणा से बिहार को सीधा लाभ मिल सकता है. वह है गंगा नदी के किनारे ऑर्गेनिक खेती. हालांकि बिहार में नदी किनारे खेती की व्यवस्था पहले से चली आ रही है. बिहार के बक्सर से लेकर झारखंड में गंगा के प्रवेश द्वार तक नदी किनारे खेती की जाती रही है. लेकिन, बजट में गंगा किनारे ऑर्गेनिक खेती की घोषणा के बाद प्रदेश के किसानों को लाभ मिल सकता है.

Next Article

Exit mobile version