बिहार के चार शहरों में रिंग रोड बनाने का रास्ता साफ, फिजिबिलिटी रिपोर्ट के बाद शुरू होगा निर्माण
पटना में एनएचएआइ द्वारा रिंग रोड बनाया जा रहा है. मुजफ्फरपुर, दरभंगा, भागलपुर व गया में जाम की समस्या से निजात पाने के लिए रिंग रोड की जरूरत है. मंत्री ने कहा कि भागलपुर बिहार का तीसरा सबसे बड़ा शहर है.
पटना. मुजफ्फरपुर, दरभंगा, भागलपुर और गया में रिंग रोड बनाने की प्रक्रिया शुरू हो गयी है. केंद्रीय सड़क परिवहन व राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने इन चारों शहरों में रिंग रोड निर्माण की फिजीबिलिटी रिपोर्ट तैयार करने का निर्देश एनएचएआई को दिया है. चारों शहरों में रिंग रोड बनाने सहित अन्य मुद्दों को लेकर पथ निर्माण मंत्री नितिन नवीन ने गुरुवार को केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी से नयी दिल्ली स्थित उनके आवास में मुलाकात कर राज्य की समस्याओं से अवगत करवाया. पथ निर्माण मंत्री ने कहा कि केंद्रीय मंत्री का उनके प्रस्ताव पर सकारात्मक रुख रहा है.
फिजिबिलिटी रिपोर्ट के बाद निर्माण कार्य
फिजिबिलिटी रिपोर्ट के बाद औपचारिक रूप से निर्माण कार्य आरंभ हो जायेगा. केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी के साथ बैठक के बाद पथ निर्माण मंत्री नितिन नवीन ने बताया कि पटना के अलावा राज्य के कई महत्वपूर्ण शहरों में ट्रैफिक जाम की समस्या के कारण आम नागरिकों को आये दिन काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है. पटना में एनएचएआइ द्वारा रिंग रोड बनाया जा रहा है. मुजफ्फरपुर, दरभंगा, भागलपुर व गया में जाम की समस्या से निजात पाने के लिए रिंग रोड की जरूरत है. मंत्री ने कहा कि भागलपुर बिहार का तीसरा सबसे बड़ा शहर है.
जाम की समस्या से मिलेगी छूटकारा
दरभंगा शहर बिहार के प्राचीनतम शहरों में एक है और पांचवां सबसे बड़ा शहर है. वहां व्यवसायिक एयरपोर्ट की सुविधा उपलब्ध है. यहां कोई बाइपास या रिंग रोड नहीं रहने के कारण जाम की समस्या हमेशा बनी रहती है. मुजफ्फरपुर के बारे में नितिन नवीन ने कहा कि वहां से होते हुए उत्तर बिहार के कई जिलों में जाया जाता है. बैठक में पथ निर्माण मंत्री के साथ पथ निर्माण विभाग के मुख्य अभियंता नीरज सक्सेना, कार्यपालक अभियंता भास्कर मिश्रा आदि उपस्थित थे.
गया, नवादा और नालंदा में पानी सप्लाइ के काम में तेजी
गया /पटना. गंगा उद्भव योजना के तहत गया, नवादा और नालंदा के घरों में पानी सप्लाइ के काम में तेजी आयी है. गया में 94% काम पूरा कर िलया गया है. 30 मई तक पानी की सप्लाइ का ट्रायल किया जायेगा. मुख्य सचिव आमिर सुबहानी ने गुरुवार को गया, नवादा व नालंदा में गंगा उद्भव योजना के तहत चल रहे कार्यों का निरीक्षण किया. गंगा उद्भव प्रोजेक्ट गया तक आने में 150 किमी का लेन है.