पटना के आलमगंज थाना क्षेत्र के वार्ड संख्या 53 के गायघाट उत्तरी गली में विरोध व तनातनी के बीच लगभग दो दर्जन से अधिक झोंपड़ियों पर बुलडोजर चला कर ध्वस्त किया गया. जिला प्रशासन के निर्देश पर अतिक्रमण हटाने का अभियान चलाने के लिए पुलिस बल के साथ अनुमंडल कार्यालय में तैनात कार्यपालक दंडाधिकारी मंजू कुमारी और अन्य लोग वहां पहुंचे.
अतिक्रमण हटाने के लिए टीम के मौके पर पहुंचते ही अफरा-तफरी की स्थिति मच गयी थी. विरोध कर रहे लोगों का कहना था कि सरकार पहले पुनर्वास की व्यवस्था करे, इसके बाद उजाड़े. खुले आसमान में जीवन गुजार रही जूली देवी, गीता देवी, अखिलेश पांडे समेत अन्य का कहना है कि 50 से 60 वर्षों से यहां झोंपड़ी बना कर रहते हैं. राशन कार्ड, वोटर लिस्ट में नाम है. इसके बाद सरकार ने वैकल्पिक व्यवस्था के बिना उजाड़ दिया है. टीम के वहां पहुंचते ही अभियान में शामिल लोगों ने फिर से मोहलत की मांग की, लेकिन अधिकारियों ने झोंपड़ियों को खाली करने का आदेश दिया.
एसडीओ गुंजन सिंह ने बताया कि सरकारी जमीन है. इसे खाली करने के लिए पहले ही नोटिस दिया गया था. इसके बाद कुछ लोगों ने खाली कर दिया था. कुछ रह रहे थे. जिनको शांतिपूर्ण तरीके से खाली करा दिया गया है. जिनके पास घर नहीं हैं. निगम की ओर से उनके पुनर्वास की व्यवस्था करायी जायेगी. यहां पर आइटीआइ का निर्माण होना है.
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वहीं अतिक्रमण हटाने की इस कार्रवाई को लेकर वार्ड पार्षद किरण मेहता ने कहा कि सरकार पहले वैकिल्पक व्यवस्था के तहत यहां के लोगों को बसाने की व्यवस्था करती. इसके बाद हटाती. गरीबों को उजाडने से पहले पुनर्वास की व्यवस्था होनी चाहिए. प्रशासन की ओर से जनवरी में भी अतिक्रमण हटाने का अभियान चलाया गया था.