पटना के विद्यापति मार्ग स्थित चंपारण मीट हाउस के बगल में मुड़ने वाली गली में पटना नगर निगम का अतिक्रमण हटाओ अभियान बुधवार को दूसरे दिन भी जारी रहा. इस दौरान एक-दो मंजिले इमारतों को तोड़ा गया, जिनमें छह दुकानें थीं. इस कार्य में जेसीबी के साथ बड़ी संख्या में नगर निगम के कर्मी लगाये गये थे.
मालूम हो कि कोर्ट के आदेश से यह अतिक्रमण हटाया जा रहा है. मंगलवार को गली के मुहाने से लेकर मंडपम हाल की ओर बने 20 करकटनुमा पक्की संरचनाओं को धवस्त किया गया था.
निगम कर्मी के साथ 10 सशस्त्र और 30 लाठीधारी पुलिसकर्मियों को लगाया गया था. इनमें 10 महिला पुलिसकर्मी भी शामिल थीं. ढहाये जा रहे दो मंजिले मकान का कुछ हिस्सा बचा रहा गया है, जिसे गुरुवार को तोड़ा जायेगा.
पटना के जीपीओ गोलंबर से जंक्शन गोलंबर तक भी बुधवार को लगातार दूसरे दिन अतिक्रमण हटाओ अभियान चला. इस क्रम में तीन हाइवा सामान जब्त किया गया, जिनमें 26 ठेले, चौकी और लोहे के स्टैंड थे.
नगर निगम की टीम द्वारा अतिक्रमण हटाओ अभियान के शुरू होने के बाद न्यू मार्केट फुटपाथी दुकानदार संघ ने भी उसके विरोध में प्रदर्शन करना शुरू किया. इसी दौरान प्रदर्शनकारियों के समर्थन में विधायक महबूब आलम आ गये. उनके आने से प्रदर्शन कर रहे फुटपाथी दुकानदार अधिक उग्र हो गये. इससे वहां अतिक्रमण को हटाने गयी नगर निगम की टीम के अधिकारियों के साथ उनकी बहस भी हुई .
पटना में फुटपाथ दुकानदारों को उजाड़ने के खिलाफ बुधवार को भाकपा माले विधायक दल के नेता महबूब आलम के नेतृत्व में स्टेशन के पास फुटपाथ दुकानदारों ने पाया नंबर छह के पास प्रदर्शन किया.
महबूब आलम ने कहा कि बिहार में महागठबंधन की सरकार चल रही है, उसे हमारी पार्टी का समर्थन है, ऐसी स्थिति में एक भी फुटपाथ दुकानदार की दुकान नहीं उजड़ना चाहिए. उन्होंने कहा कि स्टेशन रोड स्थित फुटपाथ दुकानदारों को उजाड़ने के खिलाफ हम नगर विकास मंत्री और उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव से मुलाकात करेंगे.
पटना जीपीओ गोलंबर से जंक्शन गोलंबर तक अतिक्रमण हटाए जाने के बाद सड़क काफी चौड़ी हो गयी. जिससे जाम की समस्या से भी निजात मिली और लोगों को आने जानें में सुविधा हुई.