पटना. आयकर विभाग ने शनिवार को भी बिहार के नामचीन बिल्डर और रिपब्लिक होटल के मालिक राजीव सिंह उर्फ गब्बूसिंह के ठिकानों पर छापेमारी की. इस सर्च ऑपरेशन में नौकरशाहों से भी बिल्डर के कनेक्शन के सबूत मिले हैं. 31 ठिकानों से अब तक डेढ़ करोड़ रुपये कैश बरामद हुए हैं. पुलिसकर्मियों के तबादले से जुड़ेदस्तावेज मिले हैं. साथ ही रिटायर्ड और पदस्थ पुलिस व प्रशासनिक सेवा के आला अधिकारियों द्वारा किये गये निवेश के दस्तावेज मिले हैं. सर्च टीम को जैसे-जैसे दस्तावेज मिल रहे हैं, नये खुलासे हो रहे हैं. जांच का दायरा भी बढ़ता जा रहा है. हालांकि शनिवार की देर शाम तक की कार्रवाई में क्या- क्या दस्तावेज मिले, संपत्ति, कैश आदि का ब्यौरा आदि कुछ भी जानकारी देने से आयकर विभाग के अधिकारी बचते रहे.
सूत्रों की मानें तो इस पूरी कार्रवाई पर दिल्ली के सचिव स्तर के एक अधिकारी को विभिन्न विभागों के साथ समन्वय करने की जिम्मेदारी दी गयी है. दिल्ली को भेजी गयी रिपोर्ट के आधार पर ही शनिवार को आयकरविभाग के साथ प्रवर्तन निदेशालय को इस कार्रवाई में शामिल हुई है.
बोरिंग कैनाल रोड रोड के समीप कवि रमन पथ स्थित कार्यालय श्री गोबिंदा कंस्ट्रक्शन से शुरू हुआ कार्रवाई का सिलसिला 40 घंटे बाद भी जारी है. अभी तक सबसे चौंकाने वाली बात यह आयी है कि गब्बूसिंह के कारोबार में आइएएस – आइपीएस अधिकारियों का पैसा बतौर पार्टनर लगा हुआ है. ये अधिकारी कई साल से निवेश कर मुनाफा काट रहे थे. आयकर अधिकारियों ने इन अधिकारियों पर भी कार्रवाई का खाका खींच लिया है.
आयकर विभाग की टीम शुक्रवार से गब्बूसिंह के कार्यालय श्री गोबिंदा कंस्ट्रक्शन, कनक बृज अपार्टमेंट स्थित घर के बाद पटना, दिल्ली, गाजियाबाद व नोएडा के विभिन्न स्थानों पर कार्रवाई कर रही है. पार्टनर्स मुन्ना सिंह, अरविंद कुमार, संतोष कुमार सिंह व साहनी कंस्ट्रक्शन भी कार्रवाई की जद में है. शुक्रवार शाम तक लाखों के गहने और 50 लाख कैश के अलावा करोड़ों के निवेश के दस्तावेज, आधा दर्जन बैंकों में लॉकर आदि सीज किया था. श्री गोबिंदा कंस्ट्रक्शन कंपनी बिल्डिंग के अलावा आपदा और सिंचाई क्षेत्र में भी काम करती है.