यूपी के देवरिया से सीवान पहुंचने वाली बस सेवा पर लगा है ब्रेक, जानिये पूरा मामला

कोरोना के कारण बंद हुई सेवा कुछ माह पहले ही पुनः शुरू की गयी थी. लेकिन नवंबर माह में दबंगों के चलते इस बस सेवा पर देवरिया डिपो द्वारा विराम लगा दिया गया.

By Prabhat Khabar News Desk | January 5, 2021 12:57 PM

सीवान. उत्तर प्रदेश के देवरिया डिपो से बिहार की बस सेवा एक बार फिर बंद कर दी गयी है. इसका कारण है कि दबंगों ने बस में सवारी न बैठाने देने व चालक तथा परिचालक से मारपीट करने की घटना के चलते देवरिया डिपो प्रशासन ने यह निर्णय लिया है.

साथ ही देवरिया डिपो ने बिहार सरकार को पत्र लिखकर इसकी जानकारी भी दे दी है. बताते चलें कि अंतरप्रांतीय बस सेवा के तहत कई सालों से उत्तर प्रदेश के देवरिया डिपो से बिहार में हर दिन तीन बसें चलायी जाती थी.

इसमें एक बस सीवान, एक छपरा तो तीसरी बस राजधानी पटना के लिए चलती थी. हर दिन इन बसों से हजारों रुपये का राजस्व भी देवरिया डिपो को मिलता था.

साथ ही बिहार से यूपी प्रांत में जाने वाले लोगों को आसानी से अपने मंजिल तक पहुंचने में सहूलियत मिलती थी. बीते वर्ष मार्च माह में कोरोना के चलते इस बस सेवा को बंद कर दिया गया.

कुछ माह पहले ही बस सेवा पुनः शुरू की गयी थी. लेकिन नवंबर माह में दबंगों के चलते इस बस सेवा पर देवरिया डिपो द्वारा विराम लगा दिया गया.

वही समझौता के बाद पुनः दिसंबर महीने के प्रथम सप्ताह में बस तो चालू की गयी, लेकिन फिर दबंगों के कारण रोक दी गयी है.

प्रभात खबर टीम से बातचीत के दौरान चालक व परिचालकों ने कहा कि जब वह बिहार में बस लेकर जाते है और सवारी भरते हैं तो वहां की डग्गामार वाहन चालक व मालिक सवारी उठाने नहीं देते हैं.

इतना ही नहीं मारपीट भी करने लगते हैं. ऐसे में चालक व परिचालक सवारी ही नहीं उठाते पाते हैं जिसके चलते कमाई भी कम होने लगी. इसलिए बस की सेवा देवरिया डिपो द्वारा बंद कर दी गयी है.

इन मार्गों से चलती थी बस

चालक और परिचालकों ने बताया कि पटना से बस जब चलती थी तो हाजीपुर, छपरा, सीवान, मैरवा, मेहरौना, लार, सलेमपुर होते हुए देवरिया पहुंचती थी. जिससे यात्रियों को काफी सुविधा मिलती थी और किराया भी कम लगता था.

सीवान डिपो से मात्र पांच बसों का ही होता है परिचालन

सीवान डिपो से मिली जानकारी के अनुसार अभी सीवान से मात्रा 5 बसों का ही परिचालन होता है. जो कि सभी बसे प्रतिदिन राजधानी पटना जाती है.

सुबह से ही अलग-अलग समय पर बस सवारियों को लेकर छपरा होते हुए पटना राजधानी पहुंचती है और इन बसों में यात्रियों से मात्र पटना की किराया 120 रुपये ही ले जाती है जो कि निजी बसों से बहुत ही कम है.

सीवान डिपो को इस वर्ष पांच बस मिलने की उम्मीद

सीवान डिपो के लिए इस वर्ष पांच बस मिलने की उम्मीद जतायी जा रही है. चालक और परिचालक की माने तो विभागीय जानकारी के अनुसार इस वर्ष सीवान डिपो को पांच नयी बसे मिलेगी.

जिससे सीवान से अन्य जिलों में जाने वाले या आने वाले यात्रियों को काफी सुविधाएं मिलेगी यही नहीं उनके किराए में भी बचत होगी.

Posted by Ashish Jha

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