बक्सर सदर अस्पताल स्वास्थ्य विभाग के द्वारा दिए गए मिशन 60 के टारगेट से पीछे चल रहा है. यहां कई निर्माण कार्य अभी भी अधूरे हैं. हालांकि, वादा किया जा रहा है कि इस निर्माण कार्य को जल्द ही पूरा कर लिया जाएगा. वहीं अस्पताल में सफाई कर्मचारियों की भी काफी कमी है. हालांकि, अस्पताल में स्वास्थ्य सेवाओं में कई सुधार हुआ है. भवन जिले के नीजी अस्पतालों से बेहतर दिख रहा है. अस्पताल की सूरत बदल गई है. लेकिन अभी व्यवस्था में सुधार नहीं हुुआ है. सदर अस्पताल परिसर में मिशन 60 के तहत बहुत सारे कार्य कराये गये है. कुछ कार्य चल भी रहे है. जिसे शीघ्र पूरा होने की अनुमान है. वहीं आंतरिक रंगरोगन कार्य चल रहे हैं. समय से ओपीडी का संचालन हो रहा है.
डॉक्टरों के ड्यूटी समय से आने व जाने का सिलसिला जारी है. वहीं रविवार होने के कारण ओपीडी में मिलने वाला इलाज बंद था. अस्पताल परिसर में चारों तरफ शांति कायम थी. वहीं इंमरजेंसी में इक्के दुक्के मरीज एवं उनके परिजन नजर आये. इमरजेंसी में 8 बेड लगाये गये है. वहीं इमरजेंसी में बेडो की संख्या बढाई जा रही है. इमरजेंसी में 4 मरीज भर्ती थे. जिनका इलाज किया जा रहा था. मरीजों को अन्य सुविधाओं में वृद्धि हुई है. वहीं सामान्य मारपीट वाले मरीजों को भी बाहर के अस्पतालों में इलाज के लिए रेफर कर दिया जाता है. जिसमें अभी कोई सुधार नहीं हुआ है. दवाओं एवं पैथोलॉजी जांच की स्थिति पूर्व की अपेक्षा बेहतर हुई है.
जिले के सदर अस्पताल में वर्षों से अल्ट्रासाउंड जांच की सुविधा नहीं मिल रही है. पिछले कुछ माह से जांच की सुविधा अस्पताल में बहाल की गई है. पर अभी केवल 20 गर्भवती महिला को ही यह सुविधा प्राप्त हो रही है. सामान्य मरीजों को यह सुविधा अभी भी मिशन 60 के तहत भी शुरू नहीं की गई है. जिससे लोगों को परेशानी हो रही है. जबकि अस्पताल में डायलिसिस, डिजिटल एक्सरे, सिटी स्कैन जैसी जांच की सुविधा उपलब्ध है.
शौचालय में अभी तक नहीं हुआ सुधार
शौचालय एवं पानी की व्यवस्था में सुधार नहीं हुआ है. अभी प्लंबरिंग का कार्य पुरा नहीं हुआ है. वहीं शौचालय का कार्य भी पूरा नहीं हुआ है. जिसमें कार्य कराना अभी बाकी है. इसके साथ ही पार्किंग का कार्य भी पूरा नहीं हुआ है. पार्किंग का अभाव है. शौचालय व उसका दरवाजा को ठीक कराना बाकी है.