Buxar News : शहर में मिले एक सौ टन पटाखे के जखिरे, दो दुकान व दो मकान सील

Buxar News : दीपावली को लेकर शहर के बीचोंबीच रिहायशी इलाके में अवैध तरीके से पटाखों का भंडारण करना व्यवसायियों के लिए भारी पड़ गया है.

By Prabhat Khabar News Desk | October 25, 2024 9:33 PM

बक्सर. दीपावली को लेकर शहर के बीचोंबीच रिहायशी इलाके में अवैध तरीके से पटाखों का भंडारण करना व्यवसायियों के लिए भारी पड़ गया है. छापेमारी में अलग-अलग ठिकानों से पटाखा की बरामदगी के बाद सैंपल लेकर पुलिस ने शुक्रवार को दो दुकानें एवं दो मकानों को सील बंद कर दिया है. पुलिस की माने तो जब्त पटाखों के वजन तकरीबन एक सौ टन है. जिसकी कीमत लाखों रुपये हैं. दीपोत्सव से पूर्व प्रशासन द्वारा की गई इस कार्रवाई से पटाखा विक्रेताओं के बीच हड़कंप मच गया है. इस संबंध में सदर अंचल पदाधिकारी प्रशांत शांडिल्य द्वारा प्राथमिकी दर्ज कराई गई है. सील होने वालों में महिला थाना के सामने चश्मा घर स्थित गली में लाली की दुकान, गोला बाजार-2 के श्रद्धानंद की दुकान, गोला रोड स्थित अस्कामनी मंदिर के पास लाल बाबू के मकान एवं दीपक केसरी के मकान शामिल हैं. इस मामले में उक्त व्यवसायियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर कानूनी कार्रवाई शुरू कर दी गई है. इसकी पुष्टि करते हुए सदर अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी धीरज कुमार ने बताया कि जब्त पटाखे का वजन तकरीबन 100 टन है.छापेमारी के दौरान सदर अनुमंडल पदाधिकारी धीरेन्द्र कुमार, एसडीपीओ धीरज कुमार, सीओ प्रशांत शांडिल्य व नगर थानाध्यक्ष संजय कुमार सिन्हा समेत अन्य पुलिस पदाधिकारी मौके पर मौजूद रहे.

सभी जगहों पर लटके मिले ताले

छापेमारी टीम के पहुंचने की भनक लगते ही व्यवसायी अपनी दुकानों के शटर गिर दिए तथा ताला बंद कर फरार हो गए. जबकि मकानों के दरवाजे पर भी ताला लटके मिले. सो मकान मालिकों व दुकान मालिकों को खबर देकर बुलाने का प्रयास किया गया. परंतु प्रशासन के समक्ष कोई नहीं आया. इसके बाद स्थानीय लोगों की मौजूदगी में एक-एक कर सभी दुकानों एवं मकानों के ताले तोड़े गए और

अधिकारी का बयान

किसी भी व्यवसायी के पास पटाखा बिक्री अथवा भंडारण हेतु लाइसेंस नहीं लिया गया था. बगैर अनुज्ञप्ति पटाखा का भंडारण एवं बिक्री करना अवैध है. वही रिहायशी क्षेत्र में पटाखा एवं विस्फोटक पदार्थों का भंडारण कानूनी अपराध है. अवैध रूप से भंडारित पटाखों को जब्त कर प्राथमिकी दर्ज कर कानूनी कार्रवाई की जा रही है.

धीरेन्द्र कुमार मिश्र, सदर एसडीओ

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